ये बात तो समय समय पर कड़वा सच ने जाहिर की थी की दिग्विजयसिंह को राहुल गांधी ने तड़ीपार कर रखा है, दबाव बनाने हेतु नर्मदा यात्रा कर 130 सीटों पर कांग्रेस का माहौल बनाया , टिकटार्थियो ने दम लगाया यात्रा को सफल बनाया , राजा ने लाख कोशिश की यात्रा समाप्ति पर राहुल गांधी आ जाये लेकिन नहीं आया ! राहुल ने अपना सर्वे करवाया , ज्योतिरादित्य सिंधिया मप्र में राहुल गांधी का प्रतिनिधि बन के आया , दिग्गी का समीकरण गड़बड़ाया , फिर दबाव का पैंतरा अपनाया , अपने राजनैतिक पार्टनर से समीकरण भिड़ाया , उन्होंने , प्रेमचंद गुड्डू को कुछ समय के लिये अपनाया , बाद में राजा की चल गयी तो--------- ! नहीं तो सक्षम लोगो के साथ है , जिन्हे मालवा निमार्ण में अपने दलित नेता की चाह है ! '' पांचो उगंली घी में
और सर कड़ी में '' !
और सर कड़ी में '' !