भले आपसी खींचतान हो नकलियों की भरमार हो लेकिन यह बात तो संतोषजनक है की ब्राहम्णो में चेतना और जागृति आयी है / लेकिन ब्राह्मण संगठनो की भूमिका को राजनीतिज्ञो ने राजनैतिक स्वार्थ तक सिमित कर दिया है / जब की आज संधर्ष की भूमिका की आवश्यकता है मध्य्प्रदेश में गैर ब्राह्मण पुजारीयो की नियुक्ति ब्राह्मणो के खिलाफ षड्यंत्र है ? ये विषय जीविकापार्जन का नहीं २ परसेंट ब्राह्मण परिवार भी आश्रित नहीं होंगे कर्मकांड से लेकिन ? ये ब्राहम्णो के सामान का प्रश्न है ? भविष्य में ब्राह्मणो के अस्तित्व का सवाल है , भोपाल में इस संबंध में ब्राह्मणो द्व्वारा अपने आयोजन में शिवराज का विरोध जायज है , भले दबी जबान से ही सही सत्ता पक्ष के ब्राह्मण विधायकों सांसदों को अपनी बात यथोचित शिवराजसिंह के सामने उठाना चाहिए ? प्रदेश भर के ब्राह्मण संगठनों को इस सम्बन्ध में ज्ञापन भेजना चाहिए ?
'' राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा इस संबंध में सतत संधर्षरत है '' ?
'' राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा इस संबंध में सतत संधर्षरत है '' ?