A B P न्यूज़ ने साल २०१७ का '' व्यक्ति विशेष '' चुनने हेतु देश की
जनता से ओपिनियन माँगा तो ६० प्रतिशत लोगो ने हार्दिक पटेल को २६ प्रतिशत
लोगो ने मोदी को और ७ प्रतिशत लोगो ने राहुल के पक्ष में वोट दिए ?
इससे घबरा कर गोदी चैनल ने '' यू टर्न '' ले कहा वर्ष के दो
व्यक्ति विशेष चुने जायेगे , एक हार्दिक को जनता ने चुना और दूसरा A B P
न्यूज़ चैनल के एडिटरों ने मोदी को और इस तरह विकास '' मिया मिठू बन गया
Saturday 30 December 2017
Friday 29 December 2017
फिर देखो सरकार कैसे न बन पाए ?
कांग्रेस को उम्मीदवार बदलना होगा ।
कांग्रेस को पूरा फेरबदल करना होगा सभी जगह उम्मीदवार बदलना होगा । इन्दिराजी ने अपने राजनीतिक जीवन मे दो बार यह प्रयोग कर सत्तासीन हुई ? राहुल गांधी को चाहिए कांग्रेस में नया नेतृत्व पैदा करे, सारे अप्रासंगिक हो चुके और सत्ता का दोहन कर चुके भूतपूर्वो के भरोसे अपना भविष्य तय न करे ? पुराने हारे जीते को न आजमाया इनको '' लोकसभा '' की तैयारी कराये लोकसभा क्षेत्र की विधान सभा सीटों पर जिम्मेदार बनाये मध्यप्रदेश विधान सभा चुनावी समर में सबसे ज्यादा आवश्यकता कांग्रेस को मालवा निमाड पर ध्यान देने और टिकिट वितरण खरी कसौटी पर तय करना होगा ,पुश्तैनी दावेदार और उनके जानी दुश्मन दावेदारों को दरकिनार कर ,नया नेतृत्व सामने लाये , उनमे से कोइ नहीं होगा तो सबको संगठित कर सामूहिक नेतृत्व पैदा किया जा सकेगा / पुराने जीते , हारे मठाधीशो को लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों का जिम्मेदार बनाये आगे की तैयारी कराये ? फिर देखो सरकार कैसे न बन पाए ?
मध्यप्रदेश विधान सभा चुनावी समर में सबसे ज्यादा आवश्यकता कांग्रेस को मालवा निमाड पर ध्यान देने और टिकिट वितरण खरी कसौटी पर करना होगा ,
कांग्रेस को पूरा फेरबदल करना होगा सभी जगह उम्मीदवार बदलना होगा । इन्दिराजी ने अपने राजनीतिक जीवन मे दो बार यह प्रयोग कर सत्तासीन हुई ? राहुल गांधी को चाहिए कांग्रेस में नया नेतृत्व पैदा करे, सारे अप्रासंगिक हो चुके और सत्ता का दोहन कर चुके भूतपूर्वो के भरोसे अपना भविष्य तय न करे ? पुराने हारे जीते को न आजमाया इनको '' लोकसभा '' की तैयारी कराये लोकसभा क्षेत्र की विधान सभा सीटों पर जिम्मेदार बनाये मध्यप्रदेश विधान सभा चुनावी समर में सबसे ज्यादा आवश्यकता कांग्रेस को मालवा निमाड पर ध्यान देने और टिकिट वितरण खरी कसौटी पर तय करना होगा ,पुश्तैनी दावेदार और उनके जानी दुश्मन दावेदारों को दरकिनार कर ,नया नेतृत्व सामने लाये , उनमे से कोइ नहीं होगा तो सबको संगठित कर सामूहिक नेतृत्व पैदा किया जा सकेगा / पुराने जीते , हारे मठाधीशो को लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों का जिम्मेदार बनाये आगे की तैयारी कराये ? फिर देखो सरकार कैसे न बन पाए ?
मध्यप्रदेश विधान सभा चुनावी समर में सबसे ज्यादा आवश्यकता कांग्रेस को मालवा निमाड पर ध्यान देने और टिकिट वितरण खरी कसौटी पर करना होगा ,
// देश के होनहार छात्रों पर हो रहा अत्याचार कभी नजर आएगा //
कड़वा सच ?
// देश के होनहार छात्रों पर हो रहा अत्याचार कभी नजर आएगा //
/जिस तरह 3 तलाक मुस्लिम बहनो का शोषण कर रहा था, उसी तरह सालों से आरक्षण शोषण कर रहा है। मोदी सरकार को मुस्लिम महिलाओ का शोषण नजर आता लेकिन देश के होनहार छात्रों पर हो रहा अत्याचार कभी नजर आएगा ? इसके लिए संसद में क्या कभी बिल लाया जाएगा ? यह कुप्रथा कब खत्म होगी जो सिर्फ 70 सालो से होनहारों की बलि ले रही है , आये दिन प्रतिभाओं का हनन होता है सवर्ण छात्र मन ही मन यह मान लेता है कि उसको तो नौकरी मिलनी ही नही है।ऐसी कौन सी व्यवस्था सरकारे चला रही है जो 70 सालों से गरीबी नही दूर कर पायी और जो सम्पन्न थे वो और संम्पन होते जा है , और पड़ा लिखा माध्यम वर्गीय इस व्यवस्था से शोषित और पीड़ित है , आज उनके बच्चे त्रस्त होकर आत्महत्या तक कर लेते हैं। क्या समानता का अधिकार सवर्ण बच्चों को नही है ?
// देश के होनहार छात्रों पर हो रहा अत्याचार कभी नजर आएगा //
/जिस तरह 3 तलाक मुस्लिम बहनो का शोषण कर रहा था, उसी तरह सालों से आरक्षण शोषण कर रहा है। मोदी सरकार को मुस्लिम महिलाओ का शोषण नजर आता लेकिन देश के होनहार छात्रों पर हो रहा अत्याचार कभी नजर आएगा ? इसके लिए संसद में क्या कभी बिल लाया जाएगा ? यह कुप्रथा कब खत्म होगी जो सिर्फ 70 सालो से होनहारों की बलि ले रही है , आये दिन प्रतिभाओं का हनन होता है सवर्ण छात्र मन ही मन यह मान लेता है कि उसको तो नौकरी मिलनी ही नही है।ऐसी कौन सी व्यवस्था सरकारे चला रही है जो 70 सालों से गरीबी नही दूर कर पायी और जो सम्पन्न थे वो और संम्पन होते जा है , और पड़ा लिखा माध्यम वर्गीय इस व्यवस्था से शोषित और पीड़ित है , आज उनके बच्चे त्रस्त होकर आत्महत्या तक कर लेते हैं। क्या समानता का अधिकार सवर्ण बच्चों को नही है ?
ढोंगी योगी को शर्म आये आज गौरव नष्ट हो रहा है ?
गीता प्रेस गौरखपुर बंद होने की कगार पर है। ज़ी न्यूज़ के अनुसार गीता प्रेस इस परिस्थिति में नही है कि वो अपने कार्यकर्ताओं की पगार भी दे सके,क्योंकि वे सनातन धर्म की किताबें बिना किसी फायदे के बेच रहे है।अगर गीता प्रेस बंद हो गयी तो यह हमारे धर्म की बहुत बड़ी हार होंगी। सनातन धर्म के शास्त्रोक्त ,प्रमाणिक साहित्य सहज सरल और अति सस्ते में आप पा सकते है / आप हनुमान चालीसा पा सकते हैं सिर्फ एक या दो रुपये में गीता प्रेस के द्वारा छपी ''गीताप्रेस '' ने हिन्दू धर्म का पोषण किया है / अगर आप वाकई में हिन्दू धर्म को बचाने की इच्छा रखते हैं ,तो आप जरूर एक पोस्टकार्ड योगी को लिखे ताकि गीता प्रेस बंद होने से बच सके ? और ढोंगी योगी को शर्म आये , जिस गोरखपुर ने इतना विशवास और सम्मान दिया आज उसका गौरव नष्ट हो रहा है ?
Tuesday 26 December 2017
कांग्रेस यहाँ क्यों हारती है ?
कांग्रेस मध्यप्रदेश प्रभारी ने पूछा कांग्रेस यहाँ क्यों हारती है ?
टिकिट के लिए एक नाम ऊपर से आता , सारे दावेदारों के बिच वो अकेला पड़ जाता ?
सभी को विश्वास में लाईये , एक साथ बिठाइये , सामंजस्य बनाइये , सब को उचित सम्मान और स्थान दिलाइये , सामूहिक चुनाव लडाइये ?
टिकिट के लिए एक नाम ऊपर से आता , सारे दावेदारों के बिच वो अकेला पड़ जाता ?
सभी को विश्वास में लाईये , एक साथ बिठाइये , सामंजस्य बनाइये , सब को उचित सम्मान और स्थान दिलाइये , सामूहिक चुनाव लडाइये ?
बैंक कभी भी आपकी जमापूंजी हड़प सकता है।
यह आपके लिए नोटबंदी से भी ज्यादा चौंकाने वाली खबर है। आपकी जिंदगी भर की जमापूंजी (SAVING/ INVESTMENT) जिसे आपने BANK में इसलिए रखा है, क्योंकि वो वहां सुरक्षित रहेगी, अब खतरे में हैं। बैंक कभी भी आपकी जमापूंजी हड़प सकता है। आपको आपकी FD या सेविंग खाते में मौजूद पैसे का भुगतान करने से इंकार कर सकता है। नरेंद्र मोदी सरकार के नए कानून FRDI BILL में बैंकों को इस तरह के अधिकार दिए जा रहे हैं। यह कानून संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होगा और विपक्षी सांसदों की संख्या काफी कम होने के कारण पूरी उम्मीद है कि पास भी हो जाएगा। इसका पूरा नाम है फाइनेंशियल रेजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल -2017. (FINANCIAL RESOLUTION AND DEPOSIT INSURANCE BILL 2017) आपकी गाढ़ी कमाई होगी बैंक की
सबसे बड़ा सवाल बैंकों में रखे आपके पैसे को लेकर है। यह बिल बैंक को अधिकार देता है कि वह अपनी वित्तीय स्थिति बिगड़ने की हालत में आपके जमा पैसे लौटाने से इनकार कर दे और इसके बदले आपको सिक्योरिटीज अथवा शेयर दे दे।
क्या है एफआरडीआई बिल ?
फाइनेंशियल रेजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल (एफआरडीआई बिल) वित्तीय संस्थानों के दिवालिया होने की स्थिति से निपटने के लिए बनाया गया है। जब भी कोई बैंक अपना कारोबार करने में सक्षम नहीं होगा और वह अपने पास जमा आम लोगों के पैसे लौटा नहीं पाएगा, तो उस बैंक को इस संकट से उभारने में मदद करेगा ये एफआरडीआई बिल। किसी भी बैंक, इंश्योरेंस कंपनी और अन्य वित्तीय संस्थानों के दिवालिया होने की स्थिति में उसे इस संकट से उभारने के लिए यह कानून लाया जा रहा है।
आम आदमी के लिए इसलिए है चिंताजनक ?
इस प्रस्तावित कानून में 'बेल इन' का एक प्रस्ताव दिया गया है। अगर इस प्रस्ताव को मौजूदा मसौदे के हिसाब से लागू कर दिया जाता है, तो बैंक में रखे आपके पैसों पर आपसे ज्यादा बैंक का अधिकार हो जाएगा। इससे बैंकों को एक खास अधिकार मिल जाएगा। बैंक अगर चाहें तो खराब वित्तीय स्थिति का हवाला देकर आपके पैसे लौटाने से इनकार कर सकते हैं। इसके बदले वह आपको शेयर्स व अन्य प्रतिभूति दे सकते हैं। जिसे आप न चाहें, तो भी लेना होगा।
क्या होता है बेल-इन ?
बेल-इन का साधारण शब्दों में मतलब है कि अपने नुकसान की भरपाई कर्जदारों और जमाकर्ताओं की जेब से करना। इस बिल में यह प्रस्ताव आने से बैंकों को भी यह अधिकार मिल जाएगा। जब उन्हें लगेगा कि वे संकट में हैं और उन्हें इसकी भरपाई करने की जरूरत है, तो वह आम आदमी के जमा पैसों का इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे। इस मामले में सबसे डरावनी बात यह है कि बैंक आपको ये पैसे देने से इनकार भी कर सकते हैं। हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह परिभाषित करने के लिए कहा है, जो फिलहाल मसौदे में किया नहीं गया हैं
सबसे बड़ा सवाल बैंकों में रखे आपके पैसे को लेकर है। यह बिल बैंक को अधिकार देता है कि वह अपनी वित्तीय स्थिति बिगड़ने की हालत में आपके जमा पैसे लौटाने से इनकार कर दे और इसके बदले आपको सिक्योरिटीज अथवा शेयर दे दे।
क्या है एफआरडीआई बिल ?
फाइनेंशियल रेजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल (एफआरडीआई बिल) वित्तीय संस्थानों के दिवालिया होने की स्थिति से निपटने के लिए बनाया गया है। जब भी कोई बैंक अपना कारोबार करने में सक्षम नहीं होगा और वह अपने पास जमा आम लोगों के पैसे लौटा नहीं पाएगा, तो उस बैंक को इस संकट से उभारने में मदद करेगा ये एफआरडीआई बिल। किसी भी बैंक, इंश्योरेंस कंपनी और अन्य वित्तीय संस्थानों के दिवालिया होने की स्थिति में उसे इस संकट से उभारने के लिए यह कानून लाया जा रहा है।
आम आदमी के लिए इसलिए है चिंताजनक ?
इस प्रस्तावित कानून में 'बेल इन' का एक प्रस्ताव दिया गया है। अगर इस प्रस्ताव को मौजूदा मसौदे के हिसाब से लागू कर दिया जाता है, तो बैंक में रखे आपके पैसों पर आपसे ज्यादा बैंक का अधिकार हो जाएगा। इससे बैंकों को एक खास अधिकार मिल जाएगा। बैंक अगर चाहें तो खराब वित्तीय स्थिति का हवाला देकर आपके पैसे लौटाने से इनकार कर सकते हैं। इसके बदले वह आपको शेयर्स व अन्य प्रतिभूति दे सकते हैं। जिसे आप न चाहें, तो भी लेना होगा।
क्या होता है बेल-इन ?
बेल-इन का साधारण शब्दों में मतलब है कि अपने नुकसान की भरपाई कर्जदारों और जमाकर्ताओं की जेब से करना। इस बिल में यह प्रस्ताव आने से बैंकों को भी यह अधिकार मिल जाएगा। जब उन्हें लगेगा कि वे संकट में हैं और उन्हें इसकी भरपाई करने की जरूरत है, तो वह आम आदमी के जमा पैसों का इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे। इस मामले में सबसे डरावनी बात यह है कि बैंक आपको ये पैसे देने से इनकार भी कर सकते हैं। हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह परिभाषित करने के लिए कहा है, जो फिलहाल मसौदे में किया नहीं गया हैं
'' बकरे की माँ कबतक खेर मनाएगी '' '' बैंक तो जायेंगी,'' ?
यदि बैंक का एन पी ए, तीस प्रतिशत - हो जाय ? तो रिजर्व बैंक लॉक आउट कर देती है , लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंको का एन पी ए,चोपन , पचपन प्रतिशत है ,और लगातार बढ़ रहा है , ऊपर से नोटबंदी और जी एस टी ने इसे चरम पर पहुंचाने में कोई कसर नहीं की सात सौ चौतीस लाख करोड़ रु का एन पी ए, आर ,बी आय की बर्दाश्त के बाहर है, कवर नहीं किया जा सकता ? हांलाकि , मिनिमम बेलेन्स पेनल्टी ने बैंको को संजीवनी दी जरूर है , लेकिन यदि कोई चमत्कार नही हुआ तो '' बकरे की माँ कबतक खेर मनाएगी '' बैंक तो जायेंगी,'' तब लोगो को अक्ल आएगी ?
Monday 25 December 2017
गुजरात के चुनावी नतीजों से सबक लेना चाहिये ?
मजदूर किसान के बाद देश के १८ कार्पोरेट्स घरानो को छोड़ शेष उधोग जगत से लेकर तिहाड़ी मजदूर तक निराश और हताश है ! क्योकि मध्यप्रदेश में राजतंत्र की तरह लगातार सत्ता का दायरा सिमित रहने से सड़ने लगा है !इसमे से उठती अनाचार की गंध से लाखो नोजवानो का भविष्य व्यापम ने बर्बाद कर दिया ! और इससे पनप विषैली भ्रष्टाचार की गैस ने सारे प्रसाशन तंत्र को आछांदित , स्वछंद और विकास के नाम पर निरंकुश कर दिया ! मोदीजी को स्वच्छ भारत अभियान के लिये सड़क की नही पहले सत्ता और संगठन की झाड़ा झटकी करनी चाहिये ! गुजरात के चुनावी नतीजों से सबक लेना चाहिये ?
Sunday 24 December 2017
ब्राह्मण गौरव, भारत रत्न जो देश भक्ति को धर्मं का अंग मानते थे,?
ब्राह्मण गौरव, भारत रत्न जो देश भक्ति को धर्मं का अंग मानते थे, जो
शिक्षा को जन जन तक पहुँचाना चाहते थे, आज दिसम्बर , . पंडित मदन मोहन मालवीय,महामना {भारत रत्न } की १५६ वीं
जयंती है | महामना मालवीयजी ब्राह्मण गौरव के साथ देश के रत्न भी थे | उनके
सिद्धांत ,उनकी सौच ,उनके विचारों ने उन्हें सदा महामना ही साबित किया
| गरीबी,अशिक्षा को उन्होंने बचपन से ही काफी करीब से देखा और तभी से
मानव सेवा ,समाज सेवा का जज्बा उनके भीतर जाग्रत हो गया था |देश-भक्ति को
वे धर्मं का ही हिस्सा मानते थे,उन्होंने साम्प्रदायिकता का सदा विरोध किया
और सामाजिक सदभाव तथा समरसता पर सदा जोर दिया और सदा इसी बात को दोहराया
कि साम्प्रदायिकता के विष को कभी अपने भीतर पनपने ना दे |
निरक्षरता को दूर करने और जन जन तक शिक्षा को पहुंचाने को संकल्पित
महामना ,शिक्षा को देश की उन्नति की आधारशिला मानते थे |उन्होंने पदों का
कभी लालच नहीं किया और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना अपने
पुरुषार्थ से की |हिंदी के प्रबल समर्थक महामना का मानना था कि बिना हिंदी
के ज्ञान के देश की उन्नति संभव नहीं |भारतीय समाज के लिए ,देश के लिए
उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया ,ये बात और है तात्कालिक सरकारों
ने उन्हें भारत रत्न से काफी देर से विभूषित किया,इसे हम विडम्बना ही कह
सकते है |इस आदर्श व्यक्तित्व ने अपना समस्त धन ,भूमि ,शिक्षा और ज्ञान को
सदा ही वितरीत किया जन समुदाय में | ऐसे महापुरुष की जयंती पर कल श्री
गौड़ ब्राह्मण समाज दो बड़े आयोजन कर रहा है ,पहला आयोजन प्रतिवर्षानुसार महामना की रेती
मंडी,राजेंद्र नगर इंदौर , स्थित प्रतिमा पर सुबह ९.३० बजे माल्यार्पण और दूसरा दोपहर १२
बजे से पंडित मदन मोहन मालवीय समाज विद्या निकेतन लोहा मंडी इंदौर पर होगा , आप
सभी ब्राह्मण समाजजन आयोजन में सहभागी हो अपने आप को गौरान्वित करे ?
Thursday 21 December 2017
लोकसभा चुनाव भी छल कपट और बेईमानी से की गई औपचारिकता होंगे ?
अहमदाबाद में भाजपा ने 21 में 16 सीटें जीतीं सूरत की 16 सीटों में १५ वडोदरा की 10 में से 9राजकोट में 8 में से 6 सीटें।यानी प्रदेश के चार बड़े शहरों की 55 सीटों में 46 भाजपा को मिली हैं।अब घड़ी भर को इन चार शहरों को अलग रख कर देखें। तोबाक़ी 127 सीटों में किसको क्या मिला -भाजपा - 53 कांग्रेस - 71अन्य को - ३ ज़ाहिर है, भाजपा की जीत महज़ चार शहरों की जीत है, समूचे गुजरात राज्य की तो नहीं। कल गुजरात चुनाव के नतीजे आए थे मैंने चुनाव के सारे आंकड़ों पर शोध किया तो निमनलिखित बातें उभरकर सामने आई :- अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट यानी प्रदेश के चार बड़े शहरों की 55 सीटों में 46 भाजपा को मिली हैं, यह सभी वह शहर हैं जिनमें बहुत कम लगभग ना के बराबर वीवीपैट मशीन लगाई गई थी!! वागरा, गोधरा, धोलका, बोटाद, विजापूर और सूरत की सीटों पर यह माना जा रहा था व्यापारी जीएसटी और नोटबंदी के कारण बीजेपी को वोट नहीं देंगे लेकिन सभी सीटें बीजेपी जीत गई महत्वपूर्ण बात तो यह है यहां वीवीपैट मशीन लगी थी जिन्नकी गिनती करने से इलेक्शन कमीशन ने मना कर दिया!! इलेक्शन कमीशन ने कहा वीवीपैट पर्चियों का मिलान ईवीएम से नही होगा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम दखल नही देंगे, ये दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मजाक है/ तीन सीटें ऐसी रही जहां कांग्रेस की जीत चुनाव आयोग द्वारा घोषित की जा चुकी थी उसके बाद बीजेपी के आग्रह पर रीकाउंटिंग हुई और बीजेपी तीनों सीट जीत गई, अब सवाल ये उठता है दोबारा काउंटिंग में बीजेपी के वोट कैसे बढ़ गए ! गोधरा सीट कांग्रेस 108 वोटों से जीत गई थी फिर दोबारा काउंटिंग में गोधरा सीट बीजेपी ने 96 वोट से जीती, अगर तीसरी बार भी गिनती कर ली जाती तो मुमकिन था बीजेपी 9600 वोटों से जीत जाती ! गुजरात मे 50128 मतदान केन्द्र और सिर्फ 182 केन्द्रों पर वीवीपैट गिना गया, जब ईवीएम का वीवीपैट से मिलान ही नहीं करना तो वीवीपैट लगाई ही क्यों थी ? पहले डेढ़ घंटे कांग्रेस आगे थी क्योंकि बैलेट पेपर और पोस्टल पेपर की गिनती चल रही थी जैसे ही ईवी एम की गिनती शुरू हुई प्रजातंत्र के साथ के धोखेबाजी शुरू हुई ? बेडरोड़ गांव बूथ नंबर 19 मैं कुल वोटों की संख्या 1199 है इलेक्शन कमिशन पर बीजेपी को जिताने का भूत इस तरह सवार था की वोटों की गिनती 1776 कर दी जब की कुल वोट 1199 है ! भारत को ईवीएम चिप देने वाली कंपनी ने अमेरिका की अदालत में यह स्वीकार किया कि प्रोडक्ट की हैकिंग हो सकती है फिर इलेक्शन कमीशन यह क्यों कह रहा है हैक नहीं हो सकती ?लेकिन सब का निष्कर्ष एक ही है चुनाव आयोग, मीडिया और बीजेपी ने मिलकर बड़े योजनाबद्ध तरीके से गुजरात चुनाव पर काम किया और चुनाव जीता, इस बात का भी विशेष तौर पर ध्यान रखा गया सीटों की संख्या ओपिनियन पोल, एग्जिट पोल और फिर काउंटिंग में कैसे मैनेज की जाए ताकि लोग कम से कम संदेह करने की स्थिति में रहें क्योंकि 23 सीटें कांग्रेस 700 वोटों से कम के अंतर से हारी है और इनमें 3 सीट तो कांग्रेस जीत चुकी थी लेकिन दोबारा काउंटिंग में हार गई ! अगर देश के समूचे विपक्ष और जनता ने इन चालबाजियों से सबक नहीं लिया तो आने वाले लोकसभा चुनाव छल कपट और बेईमानी से की गई औपचारिकता होंगे ?
Wednesday 20 December 2017
प्रधानमंत्री भावुकता का खेल खूब खेलते हैं।
2014 का लोकसभा चुनाव हो या हाल का गुजरात विधानसभा चुनाव। प्रधानमंत्री भावुकता का खेल खूब खेलते हैं। गुजरात चुनाव में प्रचार के दौरान उन्होंने गुजराती अस्मिता और दूसरे बहानों से खूब भावनात्मक कार्ड खेला बुधवार को हुई संसदीय दल की बैठक में भी मोदी की आंखों में आंसू नजर आए। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दौर की याद करते हुए कहा कि उनके शासन में देश के 18 राज्यों में उनकी पार्टी की सरकार थी, लेकिन आज देश के 19 राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकार है।लेकिन गुजरात चुनाव के नतीजों से बीजेपी और मोदी काफी परेशान हैं । सोमवार को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भी वे काफी परेशान और चिंतित नजर आ रहे थे।गुजरात में 100 से कम सीटें और पिछले लोकसभा चुनावों के मुकाबले वोटों में करीब 11 फीसदी का झटका लगने से मोदी को अपना राजनीतिक भविष्य डांवाडोल नजर आने लगा है। इसीलिए उन्होंने सांसदों से अगले लोकसभा चुनावों की तैयारी करने को कहा है।
Friday 15 December 2017
परिपक्क राजनेता होने का परिचय दोहरा दिया ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव ,की शुरुआत गुजरात के स्थानीय मुद्दे बुनियादी सुविधा पानी बिजली , एजुकेशनल , एम्पालयमेंट और '' विकास की हकीकत '' को हथियार बनाकर अच्छी की थी , परन्तु राज्य सरकार के घोटाले आनंदी बेन और उनके मंत्रीयो के कारनामे और , सबसे ज्यादा भाजपा विधायक मंत्रीयो के सामंती अहंकार से उपजे असंतोष की भारी भीड़ को एकत्रित और समर्थित करने में राहुल गांधी सफल हो पाते , इससे पहले बीजेपी नेताओ ने बड़ी चतुराई से ये चुनाव मोदी विरुध्द राहुल में तब्दील कर दिया ? तू तू में में करने पर मजबूर कर दिया और सारा दोष कांग्रेस के सरमढ़ दिया , गुजरात की जनता को इमोशनल ब्लेकमेल कर दिया ? यहाँ तक की जो युवा तुर्क पुरे चुनाव में घमासान मचा रहे थे , अपने पुरे चुनाव प्रचार में मोदी ने उन तीनो का तो जिग्र तक नहीं किया ? एक परिपक्क राजनेता होने का परिचय दोहरा दिया /
'' अपना लोहा मनवा दिया '' ?
'' अपना लोहा मनवा दिया '' ?
Tuesday 5 December 2017
राम मंदिर के मामले में तो नहीं हुआ ?
महाभारत में कर्ण के पास एक अमोध शक्ति थी जो उसने अर्जुन के लिए संभाली थी , लेकिन समय आने पर घोटोतकच पर चलानी पड़ी , कहि ऐसा ही बीजेपी के साथ राम मंदिर के मामले में तो नहीं हुआ ?
Monday 4 December 2017
भारतीय राजनीती के देदीप्यमान धूमकेतु ,
भारतीय राजनीती के देदीप्यमान धूमकेतु ,
परम् आदरणीय अमित शाहजी /
सादर वंदन /
समाज का शाकाहारी सहिष्णु हिंदु ,स्वर्ण और विशेषकर ब्राह्मण सदा से भाजपा का अनुयायी रहा है, ब्राह्मण बुध्दिजीवी तबका होने से समाज में अनेक विचार धारा प्रवाहित रही है , लेकिन सदा से समाज की धारणा बनाते आ रहे ब्रह्म समाज ने 2019 के लोक सभा चुनाव में मोदीजी के नेतृत्व को एकमत से स्वीकारा और इस हेतु देश के २४ रज्यो में सक्रीय वर्ड रेकॉर्ड आफ बुक्स में दर्ज राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने महती भूमिका अदा की , आपने भाजपा की विजय यात्रा का लोक सभा चुनाव 2014 से शंखनाद किया जो उप्र के विधान सभा चुनाव में भी परिलक्षित हुआ है !, हमारे संगठन ने आपके गौरवशाली नेतृत्व को सराहा और स्वीकार कर वर्तमान लोकसभा चुनाव में भी देश के ब्राह्मणो ने अपनी सारी ऊर्जा आपके नेतृत्व को समर्पित की है ,/
इस ऐतिहासिक विजय के लिये आपके प्रतिभाशाली अद्वितीय नेतृत्व शक्तिशाली आत्मविश्वास का अभिन्दन है ! ,विश्व में लोकतंत्र के इतिहास में जब भी चुनाव प्रबंधन का विषय आएगा , आपका नाम आदर सम्मान और मिसाल के तोर पर लिया जाएगा !
इस ऐतिहासिक सफलता हेतु , आपको कोटि कोटि नमन !
जयहिंद , जय भारत !!
भवदीय
भृगुवंशीय आशुतोष पांडेय ,
अध्यक्ष
// राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा //
परम् आदरणीय अमित शाहजी /
सादर वंदन /
समाज का शाकाहारी सहिष्णु हिंदु ,स्वर्ण और विशेषकर ब्राह्मण सदा से भाजपा का अनुयायी रहा है, ब्राह्मण बुध्दिजीवी तबका होने से समाज में अनेक विचार धारा प्रवाहित रही है , लेकिन सदा से समाज की धारणा बनाते आ रहे ब्रह्म समाज ने 2019 के लोक सभा चुनाव में मोदीजी के नेतृत्व को एकमत से स्वीकारा और इस हेतु देश के २४ रज्यो में सक्रीय वर्ड रेकॉर्ड आफ बुक्स में दर्ज राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने महती भूमिका अदा की , आपने भाजपा की विजय यात्रा का लोक सभा चुनाव 2014 से शंखनाद किया जो उप्र के विधान सभा चुनाव में भी परिलक्षित हुआ है !, हमारे संगठन ने आपके गौरवशाली नेतृत्व को सराहा और स्वीकार कर वर्तमान लोकसभा चुनाव में भी देश के ब्राह्मणो ने अपनी सारी ऊर्जा आपके नेतृत्व को समर्पित की है ,/
इस ऐतिहासिक विजय के लिये आपके प्रतिभाशाली अद्वितीय नेतृत्व शक्तिशाली आत्मविश्वास का अभिन्दन है ! ,विश्व में लोकतंत्र के इतिहास में जब भी चुनाव प्रबंधन का विषय आएगा , आपका नाम आदर सम्मान और मिसाल के तोर पर लिया जाएगा !
इस ऐतिहासिक सफलता हेतु , आपको कोटि कोटि नमन !
जयहिंद , जय भारत !!
भवदीय
भृगुवंशीय आशुतोष पांडेय ,
अध्यक्ष
// राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा //
अमानत आंदोलन पूरी तरह सफल हुआ ?
कड़वा सच ? देश की राजनीती का नया स्वरूप गुजरात में पाटीदार समाज की राजनीती में देखने को आया ,अमानत आंदोलन को जरिया बनाकर सारे पाटीदार रजनेताओ ने पाटीदार समाज को संगठित कर शक्ति प्रदर्शन कराया , और इसमें अन्य पार्टी नेताओ में नेतृत्व का झगड़ा न रहे इसलिए एक २२ वर्ष के लड़के को सिम्बॉल के रूप में सामने लाया / और राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टियों को ब्लेकमेल करने का हथियार बनाया , दोनों ही पार्टियों में पाटीदार नेताओ का मान और स्थान बढ़ाया , अगर कांग्रेस आई तो अपनी सरकार बनालेगे , अन्यथा जो भाजपा में है वे अच्छा स्थान पा लेगे , इसलिए हार्दिक को अभी किसी पार्टी में नहीं डालेंगे , पिली टोपी लगा लेंगे , राहुल गांधी से अलग मंच सजा लगे ? राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना लेंगे ? देश और प्रदेश की राजनीती में दोनों ही पार्टियों में पाटीदारो का स्थायी आरक्षण करा लगे ?
Sunday 3 December 2017
शिवराज के बारह साल , सारा प्रदेश बेहाल ?
कड़वा सच
मंहगी बिजली , अन्य प्रदेशो से महंगा कच्चा तेल , रिश्तेदारों ने खूब चलाया अवैध खनन का खेल , व्यापम की बात निराली वही जाएगा जेल जिसने इसकी पड़ताल निकाली , अफसर करे मनमानी जन प्रतिनिधि उनके आगे भरे पानी , मुख्यमंत्री का देखो खेल मचा दी घोषणाओं की रेलम पेल , अफसर कसे इन पर नकेल , बारह साल में कोइ तीर न मारा , जबकि सेठीजी नर्मदा , तो अर्जुनसिह ने गरीबो को पट्टे और एक बत्ती कनेक्शन दे डाला , और तुमने शहर से लगी हजारो एकड़ जमीन पर स्किम लाद शहर के विकास को रोक डाला , सरकार के पास फूटी कोड़ी नहीं गाँव को न्योता दे डाला ,और बस कन्यादान और तीर्थ दर्शन कराकर अपना पाप धो डाला ?
मंहगी बिजली , अन्य प्रदेशो से महंगा कच्चा तेल , रिश्तेदारों ने खूब चलाया अवैध खनन का खेल , व्यापम की बात निराली वही जाएगा जेल जिसने इसकी पड़ताल निकाली , अफसर करे मनमानी जन प्रतिनिधि उनके आगे भरे पानी , मुख्यमंत्री का देखो खेल मचा दी घोषणाओं की रेलम पेल , अफसर कसे इन पर नकेल , बारह साल में कोइ तीर न मारा , जबकि सेठीजी नर्मदा , तो अर्जुनसिह ने गरीबो को पट्टे और एक बत्ती कनेक्शन दे डाला , और तुमने शहर से लगी हजारो एकड़ जमीन पर स्किम लाद शहर के विकास को रोक डाला , सरकार के पास फूटी कोड़ी नहीं गाँव को न्योता दे डाला ,और बस कन्यादान और तीर्थ दर्शन कराकर अपना पाप धो डाला ?
Saturday 2 December 2017
शिवराज के बारह साल , सारा प्रदेश बेहाल ?
मंहगी बिजली , अन्य प्रदेशो से महंगा तेल , खूब चला अवैध खनन का खेल , व्यापम की बात निराली वही जाएगा जेल जिसने इसकी बात निकाली , अफसर करे मनमानी जन प्रतिनिधि उनके आगे भरे पानी , मुख्यमंत्री का देखो खेल रोज करे नई नई घोषणा , अफसर कसे इन पर नकेल , बारह साल में कोइ तीर न मारा ,बस कन्यादान और तीर्थ दर्शन कराकर अपना पाप धो डाला ?
Sunday 26 November 2017
योग गुरु बाबा रामदेव होश में आओ ? ?
भारत के लाखों लोग पतंजलि और दिव्य योग के उत्पादों का प्रयोग इसलिए ही नहीं करते कि वह गुणवत्ता मैं बहुत अच्छी है बल्कि लोग शुरू शुरू में आपके उत्पादों का प्रयोग राष्ट्रीयता और देशभक्ति के साथ-साथ कम दाम के कारण भी खरीदते थे ।
शुरुआत में आपने स्वयं को प्रचार विरोधी बताकर पतंजलि उत्पाद को अच्छी गुणवत्ता के साथ मार्केट में उतारा जो सही भी था और लोगों ने उसे पसंद भी किया परंतु धीरे-धीरे कब आपके सामानों की कीमत ज्यादा होती चली गई पता न चला ।
और अब कीमत इतनी ज्यादा हो चुकी है की चिंता का विषय बन चुका है ।
अब TV पर हर तीसरा प्रचार पतंजलि का है तो क्या इससे यह अर्थ लगाया जाए कि आप भी अर्थ तंत्र की एक बड़ी मछली के रूप में सामानों को महंगे दामों पर बेचेंगे या बेच रहे हैं?
जो चूर्ण 2015 में 40 का था वही 2016 में 85 का कैसे हो गया ? 100% से भी ज्यादा की बढ़ोतरी ..?
मई 2016 में जिस बादाम रोगन का दाम 110 रुपये था ऐसा क्या हुआ कि वह मात्र 9 माह बाद मार्च 2017 में 150 का हो गया यानी 36% कि बढ़ोत्तरी । यह मूल्य वर्धन की पराकाष्ठा या त्रासदी है । मुझे आपसे यह उम्मीद नहीं थी । ऐसे ही 2 माह पहले बेसन का दाम राजधानी बेसन से 15 रुपये सस्ता था और आज 15 रुपये महंगा हो गया है ।
अब ऐसा लगने लगा है कि आप के उत्पाद की न्यूरोमार्केटिंग से बाहर आकर देश की जनता को सोचना पड़ेगा क्यों कि आप जनता को बेवकूफ बनाने लगे हैं । भावना और देशभक्ति बेचने के दिन लद गए......?
जनता को भी अब यथार्थ पर आना चाहिये और पतंजलि को भी अपने उत्पाद सही दामों पर बेचने का दबाव बनाना चाहिये और साथ साथ यह भी बताइये की आप पहले कैमिकल का विरोध करते थे तो आपके शैम्पू और आपके साबुनों में क्या लक्ष्मन को जीवित करने वाली जड़ीबूटी डाली है क्या......
हमे ये बताइये आपके ब्यूटी-प्रोडक्ट्स, फेसवाश, सर्फ़, स्लिम-पाउडर ये सब क्या आपने बिना कैमिकल के ही बना लिया और आपको नूडल्स बनाने की क्या पर गयी......ये तो चीन का भोजन है और उसको कॉपी करके आप किस देशभक्ति का काम कर रहे है..... आपके बिस्कुट, आपके चोकोफ्लेक्स क्या ये सब विदेशी सामानों का नक़ल नही है.......
अगर आप देशभक्ति का काम करते तो हर सामान आप और कंपनियों की भांति या उससे भी महंगे दामो में नही बेचते लेकिन नही. आपने तो धंधा शुरू कर दिया........योग सिखाते सिखाते आप कब बिजनेसमैन बन गए, यह पता ही नही चला।
धीरे धीरे आपके देशभक्ति वाले उत्पाद आम आदमी के पहुंच से बाहर हो रहे है..।
शुरुआत में आपने स्वयं को प्रचार विरोधी बताकर पतंजलि उत्पाद को अच्छी गुणवत्ता के साथ मार्केट में उतारा जो सही भी था और लोगों ने उसे पसंद भी किया परंतु धीरे-धीरे कब आपके सामानों की कीमत ज्यादा होती चली गई पता न चला ।
और अब कीमत इतनी ज्यादा हो चुकी है की चिंता का विषय बन चुका है ।
अब TV पर हर तीसरा प्रचार पतंजलि का है तो क्या इससे यह अर्थ लगाया जाए कि आप भी अर्थ तंत्र की एक बड़ी मछली के रूप में सामानों को महंगे दामों पर बेचेंगे या बेच रहे हैं?
जो चूर्ण 2015 में 40 का था वही 2016 में 85 का कैसे हो गया ? 100% से भी ज्यादा की बढ़ोतरी ..?
मई 2016 में जिस बादाम रोगन का दाम 110 रुपये था ऐसा क्या हुआ कि वह मात्र 9 माह बाद मार्च 2017 में 150 का हो गया यानी 36% कि बढ़ोत्तरी । यह मूल्य वर्धन की पराकाष्ठा या त्रासदी है । मुझे आपसे यह उम्मीद नहीं थी । ऐसे ही 2 माह पहले बेसन का दाम राजधानी बेसन से 15 रुपये सस्ता था और आज 15 रुपये महंगा हो गया है ।
अब ऐसा लगने लगा है कि आप के उत्पाद की न्यूरोमार्केटिंग से बाहर आकर देश की जनता को सोचना पड़ेगा क्यों कि आप जनता को बेवकूफ बनाने लगे हैं । भावना और देशभक्ति बेचने के दिन लद गए......?
जनता को भी अब यथार्थ पर आना चाहिये और पतंजलि को भी अपने उत्पाद सही दामों पर बेचने का दबाव बनाना चाहिये और साथ साथ यह भी बताइये की आप पहले कैमिकल का विरोध करते थे तो आपके शैम्पू और आपके साबुनों में क्या लक्ष्मन को जीवित करने वाली जड़ीबूटी डाली है क्या......
हमे ये बताइये आपके ब्यूटी-प्रोडक्ट्स, फेसवाश, सर्फ़, स्लिम-पाउडर ये सब क्या आपने बिना कैमिकल के ही बना लिया और आपको नूडल्स बनाने की क्या पर गयी......ये तो चीन का भोजन है और उसको कॉपी करके आप किस देशभक्ति का काम कर रहे है..... आपके बिस्कुट, आपके चोकोफ्लेक्स क्या ये सब विदेशी सामानों का नक़ल नही है.......
अगर आप देशभक्ति का काम करते तो हर सामान आप और कंपनियों की भांति या उससे भी महंगे दामो में नही बेचते लेकिन नही. आपने तो धंधा शुरू कर दिया........योग सिखाते सिखाते आप कब बिजनेसमैन बन गए, यह पता ही नही चला।
धीरे धीरे आपके देशभक्ति वाले उत्पाद आम आदमी के पहुंच से बाहर हो रहे है..।
Sunday 5 November 2017
मोदी की ये हकीकत है ?
एक समय था टीवी पर मोदी की आवाज सुन शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते थे, लोग
मोदी मोदी चिल्लाते थे तो ह्रदय पुलकित हो आंखों में अश्रु आ जाते थे ,
लेकिन आज जब टीवी पर मोदी की आवाज आती है , तो किचन में गैस पर काम कर रही
गृहणी चिल्लाती , बन्द करो इस चोटे को ,?
ये तीन साल में मध्यमवर्गीय परिवार में मोदी ने बनाई अपनी इज्जत है , ये हकीकत है?
ये तीन साल में मध्यमवर्गीय परिवार में मोदी ने बनाई अपनी इज्जत है , ये हकीकत है?
Monday 30 October 2017
दान की परम्परा की अनूठी मिसाल ?
भगवान शिव के परम् उपासक औदुंबर महासभा के संकट मोचन स्व, सेठ हीरालालजी दुबे /तलावली / वर्तमान में राजमोहल्ला निवासी के संस्कारी पुत्र सुरेश दुबे एवं पुत्रवधु रेखा दुबे ने अपने पिता की परम्परा को आगे बढ़ाते हुये एकबार पुन १०१००० रु धर्मशाला निर्माण के अधूरे कार्य को पूर्ण करने हेतु दान किया ,,ये महासभा का सौभाग्य है की जब जब उसे आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा ये परिवार /तन मन धन से सहयोगी रहा , पूर्व में धर्मशाला के नये हाल की छत डालने हेतु अपने स्व पिता नारायणजी दुबे की स्मृति में रु ५१ ००० हजार रु स्व सेठ हीरालालजी दुबे ने प्रदान किये थे /इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए नवीन कक्ष निमार्ण करने हेतु अध्यक्ष ओम दुबे को प्रेरित किया और रु 125000 दान प्रदान कर निर्माण प्रारम्भ कराया और अब पुन नवनिर्मित कमरों में दरवाजे खिड़की और अन्य कार्य पूर्ण करने हेतु ''अन्नकूट महोत्स्व '' के अवसर पर रु 101000 का दान अपनी बड़ी माँ अयोध्यादेवी हीरालाल दुबे तथा स्वर्गीय दादी अहिल्याबाई की स्मृति में प्रदान करने की की घोषणा कर रु 50000 का चेक प्रदान किया ? ज्ञातव्य है दोनों पति पत्नी सभी सामाजिक कार्यो चाहे वो सामूहिक विवाह हो यज्ञोपवीत ,अन्नकूट आदि में बढ़चढ़ यथा शक्ति मुक्त हस्त आर्थिक मदद प्रदान करते है , और इस किदवंती को चरितार्थ करते की स्व हीरालालजी की पेड़ी से कोई खाली नहीं जाता / में गौरान्वित हूँ की में ऐसे दानवीर सेठ हीरालालजी का भाणेज और सुरेश दुबे का अनुज हूँ //
Sunday 29 October 2017
// मोदी तेरा कैसा राज , जहां रिजर्व बैंक ही गद्दार //
केंद्र सरकार के द्वारा 1.35 लाख करोड़ मूल्य के सरकारी बॉन्डों के रूप में बैंकों को अतिरिक्त पूंजी देने के फैसले का मतलब है कि करदाताओं के पैसों से बैंकों के ४५/ ५०/ प्रतिशत तक पहुंच रहे एन,पी,ए के कारण होने वाली तालाबंदी से बचाना , जबकि रिजर्व बैंक ने विदेशी बैंक को पैर जमाने देने हेतु / स्वकष्ट अर्जित , बेहतर स्तिथि में संचालित मध्य् प्रदेश इंदौर की '' मित्र मंडल ,सहकारी बैंक '' को आर ,बी ,आई के अधिकारी घोष द्वारा व्देषतावश २९ प्रतिशत एन,पी,ए,पर ही लॉकआउट कर दिया ? और अब बकायेदार कॉरपोरेट समूहों को बचाना और उनको दिए कर्ज के बोझ से डूबती बैंको को जनता की मेहनत की कमाई से उबारा जा रहा है.?
// मोदी तेरा कैसा राज , जहां रिजर्व बैंक ही गद्दार //
// मोदी तेरा कैसा राज , जहां रिजर्व बैंक ही गद्दार //
Thursday 26 October 2017
// गुजरात है गुजरातियों का नहीं होने देंगे इसकी नीलामी //
कांग्रेस अब गुजरात में सोनिया , राहुल से नहीं अल्पेश , जिग्नेश और हार्दिक पटेल के नाम से जानी जायेगी , ताकि मोदी और शाह इतिहास को तोड़मरोड़कर जनता को बेवकूफ न बना सके की सरदार पटेल को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया ? अब धरातल पर आना होगा , अपनी नाकामी और बेवकूफियों की कीमत चुकाना होगा ? नई तिकड़ी दलित हरिजन आदिवासी ओबीसी और पटेल समुदाय को साथ लाएगी , चंद मुठ्ठीभर सामंतवादियों से गुजरात को मुक्ति दिलाएगी ??
गुजरात माँगता आजादी ? अमित शाह के सामंतवाद से आजादी ? संघवाद से आजादी ? अडानी अम्बानी के पूंजीवाद से आजादी ? मनुवाद से आजादी ? जेल भेजो या फांसी चढ़ा दो , ये लेकर रहेंगे आजादी ,?
गुजरात माँगता आजादी ? अमित शाह के सामंतवाद से आजादी ? संघवाद से आजादी ? अडानी अम्बानी के पूंजीवाद से आजादी ? मनुवाद से आजादी ? जेल भेजो या फांसी चढ़ा दो , ये लेकर रहेंगे आजादी ,?
Sunday 22 October 2017
अमित शाह कांग्रेस के नाम का विधवा विलाप करने में लगे है ?
अमित शाह अपने शाहजादे की सफाई में कांग्रेस के नाम का विधवा विलाप करने में लगे है ? अपनी सफाई में जांच करने के बजाय मानहानि का दावा पेश कर डिगे हांका रहे , चेलेंज कर रहे सबूत लेकर कोर्ट जाओ ? कोर्टो में लाखो केस पेंडिग पड़े , शाहजादे को सजा दिलाना देश का मकसद नहीं , देश ने कई भ्रष्टाचारी सहन किये एक और सही ? देश तो यह देखकर दुखी है ,'' उसकी उम्मीद टूटी '' तुम भी औरो की तरह ही भ्र्ष्टाचारी निकले ,? अमित शाह सफाई दे रह शाहजादे ने सरकारी जमींन नहीं ली , सरकार के साथ व्यापार नहीं किया ? लेकिन पब्लिक है ये सब जानती है ५ पचास हजार की कम्पनी बिना अमित शाह की पोजीशन का गलत इस्तेमाल किये ८० करोड तक नहीं पहुंच सकती ?
Friday 20 October 2017
राहुल को चाहिये मोदी से जवाब का सवाल ?
मोदी जी के भ्रष्टाचार का ० टॉलरेन्स का जवाब तो अमित शाह के शाहजादे ने दे दिया ? अब देश देखना चाहता है इस कांड पर मोदी ने शाहजादे से क्या सवाल किया ?
Wednesday 18 October 2017
, मोदी हमेशा 60 साल का रोना रोते है , तो हम भी सच कहते है ??
मोदी हमेशा 60 साल का रोना रोते रहते हैं और देश की जनता को मूर्ख बनाते रहते हैं ! इन्हें ये भी नहीं मालूम कि जब कांग्रेस को देश की बागडोर हाथ में दी गयी थी तो देश पिछले 300 साल से गुलामी का दंश झेल रहा था और अंग्रेजों ने इस देश को लूटकर कांग्रेस के हाथो में दिया था ! जब देश 1947 में आजाद हुआ तो इस देश में निर्माण के नाम पर सुई तक नहीं बनायीं जाती थी ! देश राजा महाराजाओ के झगडे झेल रहा था ! देश में बस गिने चुने गाँव थे जहाँ बिजली उपलब्ध थी ! टेलीफोन के तो दर्शन ही दुर्लभ थे ?
इन्ही 60 सालों में हुए विकास की बदौलत है कि भारत आज एशिया की दूसरी सबसे बड़ी ताकत है! देश भामा न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर का उद्घाटन कर चुका था ! देश में तारापुर परमाणु बिज़ली घर शुरू हो चुका था ! देश में कई दर्जन AIIMS, IIT, IIMS और सैकड़ों विश्वविद्यालय खुल चुके थे ! नेहरु जी ने ISRO (Indian Space Research Organization) की शुरुआत कर दी थी ! देश में उद्योगों का जाल बिछ चुका था ! इंदिरा जी पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चुकी थी, पाकिस्तान 1 लाख सैनिकों और कमांडरो के साथ भारत को सरेंडर कर चुका था। तब तक भारत में बैंकों का राष्ट्रीयकरण भी हो चूका था !इंदिरा जी ने सिक्किम को देश में जोड़ लिया था ! देश अनाज के बारे में आत्म निर्भर हो गया था ! ! राजीव गाँधी ने देश के घर घर में टीवी पहुंचा दिया था। देश में सुपर कम्प्यूटर, टेलीविजन औरसुचना क्रांति ( Information Technology) पूरे भारत में स्थापित हो चुका था !जब मोदी प्रधान मंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब तक भारत सर्वाधिक विदेशी मुद्रा के कोष वाले प्रथम 10 राष्ट्रों में शामिल हो चुका था ! इनके अलावा चन्द्र यान,मंगल मिशन ,मेट्रो,मोनो रेल,अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे,न्यूक्लियर पनडुब्बी,ढ़ेरों मिसाइल,पृथ्वी, अग्नि, नाग,दर्जनों परमाणु सयंत्र, चेतक हेलीकाप्टर, मिग,तेजस, ड्रोन, अर्जुन टैंक, धनुष तोप,मिसाइल युक्त विमान, विक्रांत,विमान वाहक पोत सब देश हासिल कर चुका था !ये उपलब्धियां देश ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले हासिल कर ली थी //
मोदी के 3 वर्षो में विकास के नाम पर देश की सारी सड़के गडकरी को नीलाम करदी , नोट बन्दी का ड्रामाकर काला धन सफ़ेद हो गया , बैंक दिवालिया हो मिनिमम बेलेंस की पेनल्टी से तख्वाह बाँट रहे , गाँठ का पैसा खर्च हो गया , दुनिया भर में कोई निवेशक नहीं मिला , काम धंदे व्यापार चौपट , बेरोजगारी और आर्थिक मन्दी का दौर भयंकर , ? मोदीजी और उनके चहेते अडानी अम्बानी , शाहजादा बजाय ताली बाकी सारा देश के मुहाने पर आ पहुंची है कंगाली ?
इन्ही 60 सालों में हुए विकास की बदौलत है कि भारत आज एशिया की दूसरी सबसे बड़ी ताकत है! देश भामा न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर का उद्घाटन कर चुका था ! देश में तारापुर परमाणु बिज़ली घर शुरू हो चुका था ! देश में कई दर्जन AIIMS, IIT, IIMS और सैकड़ों विश्वविद्यालय खुल चुके थे ! नेहरु जी ने ISRO (Indian Space Research Organization) की शुरुआत कर दी थी ! देश में उद्योगों का जाल बिछ चुका था ! इंदिरा जी पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चुकी थी, पाकिस्तान 1 लाख सैनिकों और कमांडरो के साथ भारत को सरेंडर कर चुका था। तब तक भारत में बैंकों का राष्ट्रीयकरण भी हो चूका था !इंदिरा जी ने सिक्किम को देश में जोड़ लिया था ! देश अनाज के बारे में आत्म निर्भर हो गया था ! ! राजीव गाँधी ने देश के घर घर में टीवी पहुंचा दिया था। देश में सुपर कम्प्यूटर, टेलीविजन औरसुचना क्रांति ( Information Technology) पूरे भारत में स्थापित हो चुका था !जब मोदी प्रधान मंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब तक भारत सर्वाधिक विदेशी मुद्रा के कोष वाले प्रथम 10 राष्ट्रों में शामिल हो चुका था ! इनके अलावा चन्द्र यान,मंगल मिशन ,मेट्रो,मोनो रेल,अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे,न्यूक्लियर पनडुब्बी,ढ़ेरों मिसाइल,पृथ्वी, अग्नि, नाग,दर्जनों परमाणु सयंत्र, चेतक हेलीकाप्टर, मिग,तेजस, ड्रोन, अर्जुन टैंक, धनुष तोप,मिसाइल युक्त विमान, विक्रांत,विमान वाहक पोत सब देश हासिल कर चुका था !ये उपलब्धियां देश ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले हासिल कर ली थी //
मोदी के 3 वर्षो में विकास के नाम पर देश की सारी सड़के गडकरी को नीलाम करदी , नोट बन्दी का ड्रामाकर काला धन सफ़ेद हो गया , बैंक दिवालिया हो मिनिमम बेलेंस की पेनल्टी से तख्वाह बाँट रहे , गाँठ का पैसा खर्च हो गया , दुनिया भर में कोई निवेशक नहीं मिला , काम धंदे व्यापार चौपट , बेरोजगारी और आर्थिक मन्दी का दौर भयंकर , ? मोदीजी और उनके चहेते अडानी अम्बानी , शाहजादा बजाय ताली बाकी सारा देश के मुहाने पर आ पहुंची है कंगाली ?
Monday 16 October 2017
गुजरात के चुनाव हालात बताते ?
गुजरात के चुनाव हालात बताते , जब तक इन्दिराजी का वंशज मैदान में हो, कोई भी नेता अपने को महफूज नही मानता ।।
Thursday 21 September 2017
ये सरकार तो औरंगज़ेब की भी बाप हो गयी ?
मोदी और शाह देश और पार्टी को सौदागर की तरह चला रहे ?, बाबा रामदेव योग शिविर छोड़ डिस्ट्रीब्यूटरो को सेल्स के गुण सीखा रहे ? सारे चुनावी वादे कहाँ गये दो करोड़ रोजगार जो हर साल पैदा करने का वादा किये , नौजवान बच्चे मन्दी की मार से पन्नाह मांग लिये , छटनी की तलवार पर जीवन काट रहे ? नोटबंदी फेल हो गयी , बैंके निढाल हो गयी लडख़ड़ाती बैंको के लिए मिनिमम बेलेन्स मेंटेन न करने पर पेनल्टी बैंको को बचाने हेतु ढाल हो गयी , अपनी जमा रकम पर अपन जजिया कर दो , ये सरकार तो औरंगज़ेब की भी बाप हो गयी ?
Monday 11 September 2017
हिन्दू राष्ट्रवादियों को तानाशाही का मतलब तब समझ में आएगा..???.
नोटबंदी करके मोदीजी फुले न समाये ... व्यापार-कारोबार का भट्टा बिठाया... विकास दर को नीचे गिराया... मजदूरों को बेरोजगार बनाया... नौकरियों को घटाया... पढ़े-लिखों नौजवानो , सेल्फ एम्पॉलईयो और मध्यमवर्गियो पर बैंक में अपने ही जमा पैसे पर मिनिमम बेलेंस के नाम का जजिया कर लगाया ? पेट्रोल डीजल अम्बानी को देश की जनता का खून पिलाया ? आम आवाम को भूखे मरने पर मजबूर कराया.?.. अभी तो आंकड़ों में परिणाम सामने आया... अब जब जगह-जगह त्राहि मचेगी... छोटे व्यापारी-कारोबारी पर तालेबंदी की लहर चलेगी... उद्योगों की चिमनियों का उठता धुआं जब दम तोडऩे लगेगा... निरुत्साही कारोबारी जब कम कारोबार कर झंझटों से मुक्ति की जुगत ढूंढने लगेगा तब मोदीजी आपकी अनुभवहीनता और तानाशाही का पता दुनिया को चलेगा... देश जुमलों और संवादों से चलाया जा रहा है.. मीडिया को तोता बना दिया गया है... जो रटे-रटाए संवाद बोलकर भटेतगीरी करता नजर आता है... मोदीजी में इतना अहंकार भर दिया कि वो आलोचना बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं... नसीहत तो दूर सुझाव तक देने वाले को ठिकाने लगा दिये जाते हैं... इसलिए सारे के सारे खामोश रहने में ही अपना भला मानते हैं... विपक्षी भी उनकी ताकत और हिमाकत को पहचानते हैं... ... बड़े-बड़े कांग्रेसी भी विरोध की औपचारिकता निभाते हैं..?. ... भविष्य की इस आशंका को पहले ही व्यक्त कर दिया था...? लेकिन .... आगे बढ़कर पीछे हटने को अपनी हार मानने वाली सरकार ने अपनी जीत के लिये देश को हरा दिया... असली तो असली नकली नोटों का बोझ देश पर लाद दिया..?. आतंकवाद मिटाने और नकली नोट चलन से हटाने की लफ्फाजी सामने आ गई... 99 प्रतिशत धन बैंकों में आ गया... कालाधन कहां गया.?.. इस नाकामी से खिसियाई सरकार ने जीएसटी का कानून लाद दिया... कानून तो कानून हर माह खरीदी-बिक्री के हिसाब-किताब का बोझ व्यापारियों पर बढ़ा दिया... सरकार की इस मूर्खता का परिणाम यह है कि अब कोई व्यापार-कारोबार करना नहीं चाहता है... कम कमाने और चैन की नींद सोने का यह भाव जब देश में छा जाएगा ? तब संगठित व्यापार देश पर हावी हो जाएगा... मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए मार्ग खुल जाएगा... देश फिर ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रवेश की तरह चंद मुठीभर लोगो की हाथ की कठपुतली बन कर रह जाएगा..?. फिर विकास दर के आंकड़ों में केवल विदेशियों का विकास नजर आयेगा... तब देश की जनता को और उन हिन्दू राष्ट्रवादियों को जो आज सत्ता की बंदरबाट में तल्लीन है , मनमानी, नादानी, तानाशाही का मतलब तब समझ में आएगा..???.
Saturday 9 September 2017
शिवराजजी ने इतनी हायतोबा मचाई , ?
कड़वा सच ? अमित शाह के भोपाल दौरे में यह स्वीकारने के बाद की मध्य्प्रदेश में अफसर शाही हावी है, शिवराजजी ने
हड़बड़ा कर इतनी हायतोबा मचाई , राजस्व न्यायालयों में चरम पर हो रहे भ्रष्टाचार से निपटने हेतु मुख्य सचिव को भिजवाया दो एस डी एम् और एक तहसीलदार को निलंबित कर प्रदेश में अपना सिक्का जमाया ? लेकिन ४८ घंटे में अफसर शाही ने अपना रंगा दिखाया ? दोनों एस, डी, एम् चौबीस घंटे में ही ९९ प्रतिशत टैक्स वसूल कर लाये ऐसा बताया / और तहसीलदार ने माफ़ी मांगली , तीनो को बहाल कर दिया ? अब पता नहीं किसने क्या पाया पर शिवराजजी को इस ड्रामे में न नाम मिला न माया ? अधिकारी संघो ने अलग चमकाया ?Friday 8 September 2017
बैंक लडख़ड़ाई लोन पर ५० प्रतिशत में ही समझौते पर आयी
२० हजार करोड़ रु खर्च कर नोट बंदी के ड्रामे के बाद, से बैंक लडख़ड़ाई धंधा ,व्यापार सब चौपट होने से बढ़ाता एन पी ए नहीं संभाल पा रही ? ऊपर से ३० हजार करोड़ रु जो नोट बंदी में जमा हुए , व्हाइट हो गए लोगो ने निकाला नहीं बैंक को ब्याज देना भारी पड़ रहा ? ऐसी विकट स्तिथियो में मिनिमम बेलेन्स ने संजीवनी का काम किया मिनिमम बेलेंस मेंटन न कर पाने वाले मध्यम वर्गीय लोगो से पेनल्टी के नाम पर तीन माह में २३६ करोड रु जबरन वसूले , क्योकि गरीब को तो प्रधान मंत्री जन धन खाता 0 बेलेन्स अमिर तो मॅक्झिमम बेलेंस कार्पोरेट्स के ब्याज पेनल्टी कर्ज माफ़ और डूबती बेको को बचाने हेतु ५० पतिशत लोन में छूट और ईमानदारी से जीवन व्यतीत करने वाला मध्यम वर्गीय भुगते अपनी जमा पर बैंक को पेनल्टी की मार /
Wednesday 9 August 2017
लोकतंत्र का चिर हरण करने वालो को सबक सिखाया ?
अमित शाह ने पटेल को हराने में हर हथकण्डे का इस्तेमाल किया.
सबसे पहले शंकर वाघेला से बग़ावत करवाकर, विधायक खरीदकर कांग्रेस को 57 से
44 पर पहुँचाया.फिर बाकी विधायकों को धमकाया और कर्णाटक में मंत्री
शिवकुमार के प्रतिष्ठानों पर सीबीआई के छापे डलवाये गये. विधायकों को डराने
के लिये राहुल गाँधी पर हमला करवाया गया और ऐन वोटिंग में वाघेला के पठ्ठे तीन विधायकों से क्रॉस वोटिंग करवाई गयी.?
शक्तिसिंह गोहिल अंगद के पैर की तरह अड़ गये. उन्होंने ही बाग़ी विधायकों की काली करतूत को चुनाव आयोग के नोटिस में लाया और तत्काल प्रसारित विडिओ ने देशभर में माहौल बनाया ? कांग्रेसी एकजुटता जुटे रहे टस से मस न हुये कांग्रेस थिंक टैंक ने अंतिम क्षणों में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ का एक निर्णय चुनाव आयोग को दिया, जिसके बाद आयोग के पास और कोई चारा नहीं बचा और उसे कांग्रेस की माँग कानूनी रूप से माननी पडी.?
कांग्रेस ने शाह के मोहरों से ही शाह को पीटा.बौखलाहट में बीजेपी ने मतगणना रुकवाने की कोशिश की लेकिन चुनाव आयोग की सख्त कार्यवाही की धमकी के बाद शाह की रणनीति हवा हो गयी.? एक और समृदशाली विधायक बिक गये वहीँ 14 आदिवासी विधायक जो फूस के छप्पर में रहते है ,उन्होंने अमित शाह की वैभव को ठोकर मार कर लोकतंत्र का चिर हरण करने वालो को सबक सिखाया ?
ख़ुद को अजेय मानने वाली मोदी-शाह की जोड़ी को उसके घर में मिली यह हार लम्बे समय तक याद रहेगी...?? कांग्रेस के नेताओ में जान आयेगी,विधान सभा चुनाव के मद्दे नजर ''अहमद पटेल की जित'' की अहमियत और शख्सियत का लाभ कांग्रेस को उठाना चाहिये ?
शक्तिसिंह गोहिल अंगद के पैर की तरह अड़ गये. उन्होंने ही बाग़ी विधायकों की काली करतूत को चुनाव आयोग के नोटिस में लाया और तत्काल प्रसारित विडिओ ने देशभर में माहौल बनाया ? कांग्रेसी एकजुटता जुटे रहे टस से मस न हुये कांग्रेस थिंक टैंक ने अंतिम क्षणों में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ का एक निर्णय चुनाव आयोग को दिया, जिसके बाद आयोग के पास और कोई चारा नहीं बचा और उसे कांग्रेस की माँग कानूनी रूप से माननी पडी.?
कांग्रेस ने शाह के मोहरों से ही शाह को पीटा.बौखलाहट में बीजेपी ने मतगणना रुकवाने की कोशिश की लेकिन चुनाव आयोग की सख्त कार्यवाही की धमकी के बाद शाह की रणनीति हवा हो गयी.? एक और समृदशाली विधायक बिक गये वहीँ 14 आदिवासी विधायक जो फूस के छप्पर में रहते है ,उन्होंने अमित शाह की वैभव को ठोकर मार कर लोकतंत्र का चिर हरण करने वालो को सबक सिखाया ?
ख़ुद को अजेय मानने वाली मोदी-शाह की जोड़ी को उसके घर में मिली यह हार लम्बे समय तक याद रहेगी...?? कांग्रेस के नेताओ में जान आयेगी,विधान सभा चुनाव के मद्दे नजर ''अहमद पटेल की जित'' की अहमियत और शख्सियत का लाभ कांग्रेस को उठाना चाहिये ?
Friday 21 July 2017
वाघेला की अटकले आश्चर्य जनक या सनसनी खेज नहीं ?
वाघेला की अटकले आश्चर्य जनक या सनसनी खेज नहीं ? क्योकि मोदी और अमित
शाह , देश और पार्टी की राजनीती को सौदागर की तरह चला रहे ?
रेल यात्रा में भी लोगो की जेब पर डाका डाला जा रहा है।
नरेंद्र मोदी ने अन्य सारे क्षेत्रों के साथ साथ , रेल यात्रा में भी लोगो की जेब पर डाका डाला जा रहा है। आप स्वयं किसी भी ट्रेन में यात्रा का अनुभव लीजिये, खुद ही सारा गणित समझ जाएंगे। किराये में वृद्धि, तत्काल और प्रीमियम तत्काल का अलग खेल, उस पर भी हवाई यात्रा जैसी अनाप - शनाप कीमत लागू कर दी।
एक स्लीपर क्लास का टिकट जो 400 रूपये का आता है, उस पर तत्काल और प्रीमियम तत्काल के नाम पर कितनी लूट है, आपकी आँखे खुली रह जायेगी। किसी भी टिकट पर कितना अतिरिक्त चार्ज जायज होना चाहिए, तत्काल में 50 रुपया अतिरिक्त ले लो, प्रीमियम तत्काल पर ज्यादा से ज्यादा 100 से 150 रूपये प्रति टिकट भी बहुत होते है। लेकिन स्लीपर में जाने वाले 1000 से 1400 रूपये तक वसूला जा रहा है ।इतना जनता से छीनने के बाद भी सरकार निजीकरण के माध्यम से अलग अलग सेवाओं को अपने उद्योगपति मित्रो को सौपना चाहती है।
जनता पर रहम करो ? जनता को किसी एक क्षेत्र में तो दो बुँदे राहत की टपका दो। विज्ञापन और मीडिया की दुनिया के बाहर भी देखो साहेब, 125 करोड़ लोगों की मरी हुई उम्मीदों को थोड़ी साँसे दे दो ??....
एक स्लीपर क्लास का टिकट जो 400 रूपये का आता है, उस पर तत्काल और प्रीमियम तत्काल के नाम पर कितनी लूट है, आपकी आँखे खुली रह जायेगी। किसी भी टिकट पर कितना अतिरिक्त चार्ज जायज होना चाहिए, तत्काल में 50 रुपया अतिरिक्त ले लो, प्रीमियम तत्काल पर ज्यादा से ज्यादा 100 से 150 रूपये प्रति टिकट भी बहुत होते है। लेकिन स्लीपर में जाने वाले 1000 से 1400 रूपये तक वसूला जा रहा है ।इतना जनता से छीनने के बाद भी सरकार निजीकरण के माध्यम से अलग अलग सेवाओं को अपने उद्योगपति मित्रो को सौपना चाहती है।
जनता पर रहम करो ? जनता को किसी एक क्षेत्र में तो दो बुँदे राहत की टपका दो। विज्ञापन और मीडिया की दुनिया के बाहर भी देखो साहेब, 125 करोड़ लोगों की मरी हुई उम्मीदों को थोड़ी साँसे दे दो ??....
Tuesday 18 July 2017
ये बात कोई तो समझाओ // राहुल गांधी
//
कड़वा सच //
कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सिंधिया को स्टार प्रचारक और
मुख़्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने के अलावा कांग्रेस के पास कोई विकल्प
नहीं ? ये बात कोई तो समझाओ // राहुल गांधी ने मप्र में कांग्रेस की ओर से
सीएम कैंडिडेटशिप के दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली बुला लिया
है। उन्हे नेशनल मीडिया स्ट्रेटजी कमेटी में शामिल किया गया
है। साथ ही कहा गया है कि वो डेली मीटिंग करेंगे। सिंधिया की इस पोस्टिंग
से उनके प्रतिस्पर्धी कमलनाथ समर्थक काफी खुश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है
कि अब कमलनाथ का रास्ता साफ हो गया है, क्योंकि सिंधिया तो दिल्ली में ही
रहेंगे।
कमलनाथ इस बार शायद अपने पेंशन प्लान पर काम कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता या योग्यता के सवाल पर बार-बार दोहराया जा रहा है कि उनकी उम्र हो गई है। अब उन्हे अगला मौका शायद नहीं मिलेगा। योग्यता के मामले में दावा किया जा रहा है कि वो सबसे अच्छे मैनेजर हैं। पार्टी के भीतर का मैनेजमेंट हो नेताओं की गुटबाजी का मैनेजमेंट हो या फिर चुनावों का मैनेजमेंट सभी में वह पार्टी के भीतर नंबर वन हैं।लेकिन ये सत्य है मंच पर शिवराज का सामना करने की स्थिति में कतई नहीं माने जा सकते।
वोट की ताकत जनता के हाथ में है और जनता सिंधिया के साथ है। बस एक खामी है कि वो गुटबाजी को खत्म नहीं कर सकते लेकिन महाराज ने अपनी सह्रदयता से दूरिया मिटाने की कोशिश शुरू कर दी है अर्जुनसिहजी की पुण्यतिथि पर सीधी जाकर कांग्रेस का दिग्विजयसिंह - अजयसिंह ग्रुप सिंधिया का स्वभाविक विरोध करता है जबकि सुरेश पचौरी , मुकेश नायक सिंधिया के साथ अपने आपको '' कंफर्ट महसूस करते ? कमलनाथ, सिंधिया की जोड़ी का फायदा उठाव कमलनाथजी को प्रदेश अध्यक्ष बनाओ वो सबको माला में पिरोह लेंगे और सिंधिया को मुख्यमंत्री चेहरा बनाव ? । दावा करते हैं कि इनके सामने आने पर गुटबाजी खत्म हो जाएगी। राहुल गांधी के सामने संकट यह है कि यदि कमलनाथ को आगे करते हैं तो जनता पसंद नहीं करेगी ? और यदि सिंधिया को आगे किया तो पार्टी के भीतर से खतरा है। फैसला अभी बाकी है। तो दोनों को साथ करदो ?
कमलनाथ इस बार शायद अपने पेंशन प्लान पर काम कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता या योग्यता के सवाल पर बार-बार दोहराया जा रहा है कि उनकी उम्र हो गई है। अब उन्हे अगला मौका शायद नहीं मिलेगा। योग्यता के मामले में दावा किया जा रहा है कि वो सबसे अच्छे मैनेजर हैं। पार्टी के भीतर का मैनेजमेंट हो नेताओं की गुटबाजी का मैनेजमेंट हो या फिर चुनावों का मैनेजमेंट सभी में वह पार्टी के भीतर नंबर वन हैं।लेकिन ये सत्य है मंच पर शिवराज का सामना करने की स्थिति में कतई नहीं माने जा सकते।
वोट की ताकत जनता के हाथ में है और जनता सिंधिया के साथ है। बस एक खामी है कि वो गुटबाजी को खत्म नहीं कर सकते लेकिन महाराज ने अपनी सह्रदयता से दूरिया मिटाने की कोशिश शुरू कर दी है अर्जुनसिहजी की पुण्यतिथि पर सीधी जाकर कांग्रेस का दिग्विजयसिंह - अजयसिंह ग्रुप सिंधिया का स्वभाविक विरोध करता है जबकि सुरेश पचौरी , मुकेश नायक सिंधिया के साथ अपने आपको '' कंफर्ट महसूस करते ? कमलनाथ, सिंधिया की जोड़ी का फायदा उठाव कमलनाथजी को प्रदेश अध्यक्ष बनाओ वो सबको माला में पिरोह लेंगे और सिंधिया को मुख्यमंत्री चेहरा बनाव ? । दावा करते हैं कि इनके सामने आने पर गुटबाजी खत्म हो जाएगी। राहुल गांधी के सामने संकट यह है कि यदि कमलनाथ को आगे करते हैं तो जनता पसंद नहीं करेगी ? और यदि सिंधिया को आगे किया तो पार्टी के भीतर से खतरा है। फैसला अभी बाकी है। तो दोनों को साथ करदो ?
Sunday 16 July 2017
केंद्र सरकार अब लैटरल एंट्री का भी प्रावधान करने जा रही है ?
देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी
जाने वाली सिविल सेवाओं में परीक्षा के माध्यम से भर्ती के अलावा केंद्र
सरकार अब लैटरल एंट्री का भी प्रावधान करने जा रही है. इंडियन एक्सप्रेस की
खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को
इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने को कहा है /. ताकि एक विचार
धारा को टॉप से लेकर बॉटम तक स्थापित करने का अभियान चलाया जा सके
,और इसके लिये सरकार की योजना है कि निजी क्षेत्र के अनुभवी लोगो को
जो पूरी तरह सरकार के साथ और आर एस,एस के विशवास के हो ? उन्हें
विभिन्न विभागों में उप सचिव, निदेशक और संयुक्त सचिव रैंक के पदों पर
नियुक्त किया जायेगा / . सूत्रों के मुताबिक, निजी क्षेत्रों में काम करने
वाले लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उनकी योग्यता , उपियोगिता और
अनुभव के आधार पर चयन किया जायेगा. हालांकि, ऐसे लोगों के मौजूदा वेतन और
सुविधा का निर्धारण नहीं अभी नहीं किया है / कैबिनेट सेक्रेटरी की
अध्यक्षता में बनी समिति ऐसे लोगों का अंतिम रूप से चयन करेगी ,. जिनको
सिविल सेवाओं में लैटरल इंट्री देने पर विचार कर चयन किया जाना है ?.
माना जा रहा है कि शुरूआत में निजी क्षेत्रों, शिक्षा, गैर सरकारी संगठनों
से जुड़े तकरीबन 40 ऐसे लोगों का चयन किया जायेगा ?
Friday 14 July 2017
कांग्रेस के मित्रो के लिये ?
मल्लाओं का चक्कर छोड़ो , खुद तैरकर दरिया पार करो ? , शिवराज पर भरपूर वार करो ? अभी दिल्ली का मोह छोड़ो , भोपाल में हिसाब करो ? सिधिंया को मुख्यमंत्री मानो कमलनाथ को साथ करो ? सुरेश पचौरी , मुकेश नायक है उपयोगी इनका इस्तेमाल करो ? अजयसिंह ,और दिग्विजय पर पूरी वाच करो ? कुणाल चौधरी , जीतू पटवारी पाटीदारो को लो चाले में ? मध्यमवर्गियो का हाल बुरा है , लेकिन उनके घर में मोदी का चौकीदार बन बैठा घर का बूढ़ा है ? इन सब बातो पर विचार करो , ब्राहमणो का भोजन - पूजन करके अपना बेडा पार करो ? मल्लाहो का चक्कर छोड़ो , खुद तैर कर दरिया पार करो ?
कांग्रेस के मित्रो के लिये
Monday 3 July 2017
sarakar ka कड़वा -सच ?
कड़वा -सच ?
आजाद भारत के इतिहास में ये ऐसी सरकार है , जिससे किसान मजदुर , व्यापारी , कारोबारी , उच्चपदस्थ , या मलाईदार नौकरी वालो और तगड़ी पेंशनधारी ,को छोड़ सामान्य कर्मचारी , प्रायवेट युवा उत्साही , महिला ग्रहणी हो या कामकाजी या फिर चाहे वो हो सेल्फ एम्प्लाई सब का दम घुट रहा ?
Saturday 24 June 2017
मंदिरो के पुजारी पद ब्राह्मणो के लिये आरक्षित किये जाये ?
सिंहस्थ
मेले के दौरान ही सी एम शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए थे। सरकारी या दान
की जमीनों पर बने मंदिरों को सरकारी घोषित कर दिया जाएगा ? और इन मंदिरों
में सेवा कर रहे पुजारियों की जगह नई नियुक्तियां होेंगी। नियुक्ति के
अधिकार नगरीय निकाय या ग्राम पंचायत को मिलेंगे। कुल मिलाकर मंदिरों में अब
राजनीति होगी।और सरकार समाज में ब्राह्मणों का मान सम्मान और स्वाभिमान को
नष्ट कर मनुवादियो का सत्यानाश कर दलित अर्जेन्टा और तुष्टिकरण हेतु काम
कर ही है / इसके लिए कानून का प्रारूप तैयार किया
गया है,? जो विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा। और जैसा कि होता आया
है। विधानसभा में हंगामे के बीच यह कानून पारित भी हो जाएगा शिवराज मोदी
की लोकप्रियता का लाभ ले ? ब्राह्मणों को लात दे दलित और पिछडो के
लोकप्रिय नेता बनने चले है विश्वनाथ प्रतापसिह की तरह ? भोपाल के पत्रकार मनोज तिवारी की रिपोर्ट के
अनुसार प्रदेश में ऐसे 25 हजार से ज्यादा मंदिर होने का अनुमान है। इनमें
से 21 हजार की सूची तैयार कर ली गई है। इसका प्रारूप वरिष्ठ सदस्य सचिव
समिति को भेजा जा रहा है। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव
ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस प्रारूप पर अभी काम चल रहा है।
पुजारी, व्यवस्थाओं में सुधार ?
फिलहाल प्रबंधन व व्यवस्था में बदलाव नहीं होगा। संचालन के लिए हर मंदिर की अलग समिति होगी, जिसका प्रबंधन कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार संभालेंगे। इसमें स्थानीय लोग भी होंगे।
पुजारियों की नई नियुक्ति होगी ?
जो पुजारी अभी काम कर रहे हैं अयोग्य पुजारी होने पर नई नियुक्ति होगी। स्थानीय निकाय पुजारी नियुक्त कर सकेंगे। गांव में यह अधिकार ग्रामसभा को होगा जो राजनैतिक तोर पर नियुक्तियां होगी ? सरकार ने इसमें यह तय नहीं किया है कि पुजारी का पद ब्राह्मण समाज के लिए ही आरक्षित होगा या नही ?
कलेक्टर कर रहे मंदिरों का चयन
जिलों में मंदिरों का चयन कलेक्टर करेंगे। सूत्र बताते हैं कि 40 कलेक्टरों ने काम पूरा कर लिया है। अभी मंदिरों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गया है ? ब्राह्मणों से उनके पुजारी होने का अधिकार भी छीना जा रहा है और व्यवस्था अनुसार समाज अन्य तब को गेर ब्राह्मणों को पुजारी पद पर नियुक्त किया जा सकेगा ? जिसका राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा विरोध करती है और मांग करती है की पुजारी पद पर सिर्फ ब्राह्मणों को ही नियुक्त किया जाये ? राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरक्षण किया जाए ?
धीरज दुबे एड.
/ राष्ट्रीय प्रवक्ता /
// राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा //
पुजारी, व्यवस्थाओं में सुधार ?
फिलहाल प्रबंधन व व्यवस्था में बदलाव नहीं होगा। संचालन के लिए हर मंदिर की अलग समिति होगी, जिसका प्रबंधन कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार संभालेंगे। इसमें स्थानीय लोग भी होंगे।
पुजारियों की नई नियुक्ति होगी ?
जो पुजारी अभी काम कर रहे हैं अयोग्य पुजारी होने पर नई नियुक्ति होगी। स्थानीय निकाय पुजारी नियुक्त कर सकेंगे। गांव में यह अधिकार ग्रामसभा को होगा जो राजनैतिक तोर पर नियुक्तियां होगी ? सरकार ने इसमें यह तय नहीं किया है कि पुजारी का पद ब्राह्मण समाज के लिए ही आरक्षित होगा या नही ?
कलेक्टर कर रहे मंदिरों का चयन
जिलों में मंदिरों का चयन कलेक्टर करेंगे। सूत्र बताते हैं कि 40 कलेक्टरों ने काम पूरा कर लिया है। अभी मंदिरों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गया है ? ब्राह्मणों से उनके पुजारी होने का अधिकार भी छीना जा रहा है और व्यवस्था अनुसार समाज अन्य तब को गेर ब्राह्मणों को पुजारी पद पर नियुक्त किया जा सकेगा ? जिसका राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा विरोध करती है और मांग करती है की पुजारी पद पर सिर्फ ब्राह्मणों को ही नियुक्त किया जाये ? राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरक्षण किया जाए ?
धीरज दुबे एड.
/ राष्ट्रीय प्रवक्ता /
// राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा //
Tuesday 13 June 2017
// क्षत्रियों का हिस्सा ब्राह्मण खा रहे हैं,SC/ST/OBC या मुस्लिम नहीं- क्षत्रिय महासभा //
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासभा के बाद अब क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष एच.एन.चौहान ने आरोप लगाया कि ब्राह्मण उनका हक मार रहे हैं। उन्होने कहा क्षत्रियों का दुश्मन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ी जाति या मुसलमान नहीं है, उनको तो 49.5 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है, सामान्य को 50.5 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है। लेकिन सामान्य को मिलने वाला यह आरक्षण अकेले ब्राह्मण ही खा जाते हैं। चौहान ने आगे कहा, हमारा भला अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी के आरक्षण के विरोध से नहीं होगा। हमें तो 50.5 प्रतिशत में ही अलग हिस्सा दे दो। अगर इसके 5 हिस्से 10-10% के किए जाएं और एक हिस्सा हमें अलग दिया जाए तो हमारा बहुत भला हो जाएगा। उन्होने कहा, ब्राह्मण अकेले ही सामान्य के नाम पर सारा आरक्षण खा जाता है। वह हर साक्षात्कार बोर्ड में ब्राह्मणों को ही सबसे ज्यादा नंबर मिलते है। साडी प्रतियोगी परीक्षा डाक्टर ,इंजीनियर सी ए नोकरिया , सारी नियुक्तियां चाहे सुप्रीम कोर्ट हो हाईकोर्ट या राज्यपाल और वाइस चांसलर सभी जगह ब्राह्मणो का बोलबाला रहता है ! हमें तो हमारा 10 प्रतिशत अलग से ही आरक्षण चाहिए। जाति के अहंकार में रहने वाला ब्राह्मण समाज आरक्षण के बाद भी राजी ख़ुशी अपनी बहन बेटी को हिस्सा नहीं, देता तो क्षत्रियों को क्या देगा ? उन्होंने कहा कि हम इस बात को गैर ब्राह्मणो में जन जन तक पहुँचायेंगे।
Sunday 11 June 2017
// मध्य - प्रदेश में स्वत: शान्ति हो गई और शिवराज की पो बारह //
कड़वा सच ?
किसानों को असामाजिक तत्व कहने वाली सरकार अचानक उपवास पर बैठ गई। लोग अपने अपने तरीके से इसकी समीक्षा कर रहे हैं। सीएम का कहना है कि वो हिंसा के खिलाफ उपवास पर हैं, लेकिन पहली बार हो रहा है कि ज्यादातर लोग सी एम की बात पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। शिवराज सिंह के उपवास के कारण तलाशे तो ? इनमें से एक पकड़ में आ गया है कि भोपाल में सी एम शिवराज सिंह चौहान का उपवास, किसानों के डर या प्रेम के कारण नहीं बल्कि कैलाश विजयवर्गीय के डर के कारण शुरू हुआ है। मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद शिवराज सिंह के इमेज पर जहां बड़ा धब्बा लगा था वहीं शुक्रवार को कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में एक 'नायक' की तरह उभरकर आए। दिल्ली सब कुछ देख रही हैं। इससे पहले कि कैलाशजी का ग्राफ शिवराज से ज्यादा बड़ा हो पाता, जैसे ही सी एम शिवराज सिंह को इसकी भनक लगी वो समझ गए कि इस बार दिल्ली में उनके नंबर कम और कैलाश विजयर्गीय के नंबर बहुुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं। उन्हे सब कुछ हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा था / आनन फानन उन्होंने उपवास का ऐलान कर दिया। और कांग्रेस ने फ़टे में पैर डालकर शिवराज को स्टे दिला दिया ? अपनी योजना को असफल होता देख आंदोलनकारी स्वत: खामोश हो गए प्रदेश में शान्ति हो गई और शिवराज की पो बारह ?
किसानों को असामाजिक तत्व कहने वाली सरकार अचानक उपवास पर बैठ गई। लोग अपने अपने तरीके से इसकी समीक्षा कर रहे हैं। सीएम का कहना है कि वो हिंसा के खिलाफ उपवास पर हैं, लेकिन पहली बार हो रहा है कि ज्यादातर लोग सी एम की बात पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। शिवराज सिंह के उपवास के कारण तलाशे तो ? इनमें से एक पकड़ में आ गया है कि भोपाल में सी एम शिवराज सिंह चौहान का उपवास, किसानों के डर या प्रेम के कारण नहीं बल्कि कैलाश विजयवर्गीय के डर के कारण शुरू हुआ है। मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद शिवराज सिंह के इमेज पर जहां बड़ा धब्बा लगा था वहीं शुक्रवार को कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में एक 'नायक' की तरह उभरकर आए। दिल्ली सब कुछ देख रही हैं। इससे पहले कि कैलाशजी का ग्राफ शिवराज से ज्यादा बड़ा हो पाता, जैसे ही सी एम शिवराज सिंह को इसकी भनक लगी वो समझ गए कि इस बार दिल्ली में उनके नंबर कम और कैलाश विजयर्गीय के नंबर बहुुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं। उन्हे सब कुछ हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा था / आनन फानन उन्होंने उपवास का ऐलान कर दिया। और कांग्रेस ने फ़टे में पैर डालकर शिवराज को स्टे दिला दिया ? अपनी योजना को असफल होता देख आंदोलनकारी स्वत: खामोश हो गए प्रदेश में शान्ति हो गई और शिवराज की पो बारह ?
Saturday 10 June 2017
मोदी फेस्ट के नाम से दलित राजनीती ?
Saturday, 10 June 2017
मोदी फेस्ट के नाम से दलित राजनीती ?
मोदी फेस्ट के नाम से दलित राजनीती का प्रपोगंडा खड़ा कर दलित को राष्ट्रपति बनाना मोदी और शाह की राजनीती का हिस्सा रहेगा , लेकिन आर ,एस, एस अपना गुप्त अर्जेंटा लागू जरूर करेगा ? इसे कहते है , मारेंगे और रोने भी नहीं देंगे ?
Posted by Dhiraj Dubey at 10:03 Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to FacebookShare to Pinterest
Friday 9 June 2017
// श्रदेय नारायण प्रसाद शुक्ला /भैय्या / की पुण्यतिथि पर सादर स्मरण //
जूनि इंदौर के विद्वान कर्मकांडी प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में कांतिलालजी शुक्ल के यहां सन -------में आपका जन्म हुआ था / सात भाई बहनो में आप दूसरे नंबर पर सबसे बड़े थे और अपने बड़े होने की जवाबदारी को परिवार के प्रति आपने बखूबी निभाया / शैशव से यौवन तक आप अपनी अद्वितीय प्रतिभा से समय समय पर परिवार और समाज को प्रभावित करते रहे आप एक चिंतक विचारक और लेखक के साथ ही श्रेष्ठ ओजस्वी वक्ता थे / अपने विधार्थी जीवन में आप तात्कालीन समय में प्रदेश के सबसे विशाल होल्कर महाविधालय में सेलिब्रेशन सेक्रेटरी चुने गये तथा सन १९५२ में आपने छात्रों के विशाल आंदोलन जिसमे आजाद भारत के इतिहास में पहलीबार इंदौर में पुलिस द्वारा गोली चलाई गयी थी का नेतृत्व किया जिसकी वजह से आपको काफी समय पुलिस से बचने हेतु भूमिगत होना पड़ा था / यही से आपका सक्रीय राजनीती में प्रवेश हुआ पार्षद फिर इंदौर के महापौर चुने गये / आपकी अद्वितीय प्रतिभा ने तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व पंडित द्वारकाप्रसाद मिश्रा को काफी प्रभावित किया जो कालांतर में आपके राजनैतिक गुरु रहे जिनका मरते दम तक आप को पुत्रवत स्नेह प्राप्त हुआ /मालवा के ब्राह्मणो के आदर्श चरित्र परम भगवती उपासक भैय्या की राजनीतिक सूझ बुझ का लोहा तत्कालीन राजनीती के बड़े बड़े दिग्गज भी मानते थे ! आपको राजनीती में ब्राह्मणवाद के प्रणेता के रूप में देखा जाता है ! गृहस्थ संत राजनीतिक सूझबूझ और संभावनाओं के भविष्य द्रष्टा भैय्या राजनैतिक चरित्र की आदर्श मिसाल थे उनकी राजनैतिक सूझबूझ उनके अनुयायियो के लिए सीढ़ी की तरह थी जिस की बदौलत कइयों ने राजनैतिक उपलब्धियां हांसिल की ।
श्रदेय भैय्या अपने राजनैतिक सफर में इंदौर के मेयर फिर मध्य्प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एवं विधानसभा में उपाध्यक्ष तथा प्रदेश के सूचनाप्रसारण तथा गृह राजयमंत्री पद पर सुशोभित रहे / सराहनीय राजनैतिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले भैय्या काजल की कोठरी में भी बेदाग़ रहे और उनका स्वभाव व् आत्मीय व्यवहार कभी नहीं बदला अहंकार रहित अति संतोषी भैय्या को जीवन में कभी भी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान किसी व्यक्ति या वस्तु के लिये आतुर होते नहीं देखा माँ भगवती के प्रति आपकी असीम आस्था थी / भैय्या का जीवन एक खुली किताब की तरह है जिससे हमे ईमानदारी धैर्य संयम सब्र और आपार संतोष से सुखी और आदर्श जीवन जीने की सिख मिलती है /
जूनि इंदौर के विद्वान कर्मकांडी प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में कांतिलालजी शुक्ल के यहां सन -------में आपका जन्म हुआ था / सात भाई बहनो में आप दूसरे नंबर पर सबसे बड़े थे और अपने बड़े होने की जवाबदारी को परिवार के प्रति आपने बखूबी निभाया / शैशव से यौवन तक आप अपनी अद्वितीय प्रतिभा से समय समय पर परिवार और समाज को प्रभावित करते रहे आप एक चिंतक विचारक और लेखक के साथ ही श्रेष्ठ ओजस्वी वक्ता थे / अपने विधार्थी जीवन में आप तात्कालीन समय में प्रदेश के सबसे विशाल होल्कर महाविधालय में सेलिब्रेशन सेक्रेटरी चुने गये तथा सन १९५२ में आपने छात्रों के विशाल आंदोलन जिसमे आजाद भारत के इतिहास में पहलीबार इंदौर में पुलिस द्वारा गोली चलाई गयी थी का नेतृत्व किया जिसकी वजह से आपको काफी समय पुलिस से बचने हेतु भूमिगत होना पड़ा था / यही से आपका सक्रीय राजनीती में प्रवेश हुआ पार्षद फिर इंदौर के महापौर चुने गये / आपकी अद्वितीय प्रतिभा ने तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व पंडित द्वारकाप्रसाद मिश्रा को काफी प्रभावित किया जो कालांतर में आपके राजनैतिक गुरु रहे जिनका मरते दम तक आप को पुत्रवत स्नेह प्राप्त हुआ /मालवा के ब्राह्मणो के आदर्श चरित्र परम भगवती उपासक भैय्या की राजनीतिक सूझ बुझ का लोहा तत्कालीन राजनीती के बड़े बड़े दिग्गज भी मानते थे ! आपको राजनीती में ब्राह्मणवाद के प्रणेता के रूप में देखा जाता है ! गृहस्थ संत राजनीतिक सूझबूझ और संभावनाओं के भविष्य द्रष्टा भैय्या राजनैतिक चरित्र की आदर्श मिसाल थे उनकी राजनैतिक सूझबूझ उनके अनुयायियो के लिए सीढ़ी की तरह थी जिस की बदौलत कइयों ने राजनैतिक उपलब्धियां हांसिल की ।
श्रदेय भैय्या अपने राजनैतिक सफर में इंदौर के मेयर फिर मध्य्प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एवं विधानसभा में उपाध्यक्ष तथा प्रदेश के सूचनाप्रसारण तथा गृह राजयमंत्री पद पर सुशोभित रहे / सराहनीय राजनैतिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले भैय्या काजल की कोठरी में भी बेदाग़ रहे और उनका स्वभाव व् आत्मीय व्यवहार कभी नहीं बदला अहंकार रहित अति संतोषी भैय्या को जीवन में कभी भी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान किसी व्यक्ति या वस्तु के लिये आतुर होते नहीं देखा माँ भगवती के प्रति आपकी असीम आस्था थी / भैय्या का जीवन एक खुली किताब की तरह है जिससे हमे ईमानदारी धैर्य संयम सब्र और आपार संतोष से सुखी और आदर्श जीवन जीने की सिख मिलती है /
आसमान की तरह निश्छल समुद्र के समान विशाल ह्रदय वाले तथा
पृथ्वी के सामान धैर्यवान भैय्या के जीवन चरित्र को रेखांकित कर
सकूँ इतना सामर्थ मुझ में और मेरी कलम में नहीं है ?
संत ह्रदय भैय्या को शत शत नमन //
/ आपसे पुत्रवत स्नेह प्राप्त कर कृतार्थ /
// धीरज- दुबे एड. //
संत ह्रदय भैय्या को शत शत नमन //
/ आपसे पुत्रवत स्नेह प्राप्त कर कृतार्थ /
// धीरज- दुबे एड. //
Thursday 8 June 2017
स्वर्गीय नारायण प्रसाद शुक्ला // भैय्या // मेरी नजर से ?
स्वर्गीय नारायण प्रसाद शुक्ला मेरी नजर से ?
श्रदेय नारायण प्रसाद शुक्ला का जन्म जूनि इंदौर के विद्वान कर्मकांडी प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में कांतिलालजी शुक्ल के यहां सन -------में हुआ था / सात भाई बहनो में आप दूसरे नंबर पर सबसे बड़े थे और अपने बड़े होने की जवाबदारी को परिवार के प्रति आपने बखूबी निभाया / शैशव से यौवन तक आप अपनी अद्वितीय प्रतिभा से समय समय पर परिवार और समाज को प्रभावित करते रहे आप एक चिंतक विचारक और लेखक के साथ ही श्रेष्ठ ओजस्वी वक्ता थे / अपने विधार्थी जीवन में आप तात्कालीन समय में प्रदेश के सबसे विशाल होल्कर महाविधालय में सेलिब्रेशन सेक्रेटरी चुने गये तथा सन १९५२ में आपने छात्रों के विशाल आंदोलन जिसमे आजाद भारत के इतिहास में पहलीबार इंदौर में पुलिस द्वारा गोली चलाई गयी थी का नेतृत्व किया जिसकी वजह से आपको काफी समय पुलिस से बचने हेतु भूमिगत होना पड़ा था / यही से आपका सक्रीय राजनीती में प्रवेश हुआ पार्षद फिर इंदौर के महापौर चुने गये / आपकी अद्वितीय प्रतिभा ने तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व पंडित द्वारकाप्रसाद मिश्रा को काफी प्रभावित किया जो कालांतर में आपके राजनैतिक गुरु रहे जिनका मरते दम तक आप को पुत्रवत स्नेह प्राप्त हुआ /मालवा के ब्राह्मणो के आदर्श चरित्र परम भगवती उपासक भैय्या की राजनीतिक सूझ बुझ का लोहा तत्कालीन राजनीती के बड़े बड़े दिग्गज भी मानते थे ! आपको राजनीती में ब्राह्मणवाद के प्रणेता के रूप में देखा जाता है ! गृहस्थ संत राजनीतिक सूझबूझ और संभावनाओं के भविष्य द्रष्टा भैय्या राजनैतिक चरित्र की आदर्श मिसाल थे उनकी राजनैतिक सूझबूझ उनके अनुयायियो के लिए सीढ़ी की तरह थी जिस की बदौलत कइयों ने राजनैतिक उपलब्धियां हांसिल की ।
श्रदेय भैय्या अपने राजनैतिक सफर में इंदौर के मेयर फिर मध्य्प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एवं विधानसभा में उपाध्यक्ष तथा प्रदेश के सूचनाप्रसारण तथा गृह राजयमंत्री पद पर सुशोभित रहे / सराहनीय राजनैतिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले भैय्या काजल की कोठरी में भी बेदाग़ रहे और उनका स्वभाव व् आत्मीय व्यवहार कभी नहीं बदला अहंकार रहित अति संतोषी भैय्या को जीवन में कभी भी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान किसी व्यक्ति या वस्तु के लिये आतुर होते नहीं देखा / भैय्या का जीवन एक खुली किताब की तरह है जिससे हमे ईमानदारी धैर्य संयम सब्र और आपार संतोष से सुखी और आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है /
आसमान की तरह निश्छल समुद्र के समान विशाल ह्रदय वाले तथा पृथ्वी के सामान धैर्यवान भैय्या के जीवन चरित्र को रेखांकित कर सकूँ इतना सामर्थ मुझ में और मेरी कलम में नहीं है ?
संत ह्रदय भैय्या को शत शत नमन //
/ आपसे पुत्रवत स्नेह प्राप्त कर कृतार्थ /
// धीरज- दुबे एड. //
श्रदेय नारायण प्रसाद शुक्ला का जन्म जूनि इंदौर के विद्वान कर्मकांडी प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में कांतिलालजी शुक्ल के यहां सन -------में हुआ था / सात भाई बहनो में आप दूसरे नंबर पर सबसे बड़े थे और अपने बड़े होने की जवाबदारी को परिवार के प्रति आपने बखूबी निभाया / शैशव से यौवन तक आप अपनी अद्वितीय प्रतिभा से समय समय पर परिवार और समाज को प्रभावित करते रहे आप एक चिंतक विचारक और लेखक के साथ ही श्रेष्ठ ओजस्वी वक्ता थे / अपने विधार्थी जीवन में आप तात्कालीन समय में प्रदेश के सबसे विशाल होल्कर महाविधालय में सेलिब्रेशन सेक्रेटरी चुने गये तथा सन १९५२ में आपने छात्रों के विशाल आंदोलन जिसमे आजाद भारत के इतिहास में पहलीबार इंदौर में पुलिस द्वारा गोली चलाई गयी थी का नेतृत्व किया जिसकी वजह से आपको काफी समय पुलिस से बचने हेतु भूमिगत होना पड़ा था / यही से आपका सक्रीय राजनीती में प्रवेश हुआ पार्षद फिर इंदौर के महापौर चुने गये / आपकी अद्वितीय प्रतिभा ने तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व पंडित द्वारकाप्रसाद मिश्रा को काफी प्रभावित किया जो कालांतर में आपके राजनैतिक गुरु रहे जिनका मरते दम तक आप को पुत्रवत स्नेह प्राप्त हुआ /मालवा के ब्राह्मणो के आदर्श चरित्र परम भगवती उपासक भैय्या की राजनीतिक सूझ बुझ का लोहा तत्कालीन राजनीती के बड़े बड़े दिग्गज भी मानते थे ! आपको राजनीती में ब्राह्मणवाद के प्रणेता के रूप में देखा जाता है ! गृहस्थ संत राजनीतिक सूझबूझ और संभावनाओं के भविष्य द्रष्टा भैय्या राजनैतिक चरित्र की आदर्श मिसाल थे उनकी राजनैतिक सूझबूझ उनके अनुयायियो के लिए सीढ़ी की तरह थी जिस की बदौलत कइयों ने राजनैतिक उपलब्धियां हांसिल की ।
श्रदेय भैय्या अपने राजनैतिक सफर में इंदौर के मेयर फिर मध्य्प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एवं विधानसभा में उपाध्यक्ष तथा प्रदेश के सूचनाप्रसारण तथा गृह राजयमंत्री पद पर सुशोभित रहे / सराहनीय राजनैतिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले भैय्या काजल की कोठरी में भी बेदाग़ रहे और उनका स्वभाव व् आत्मीय व्यवहार कभी नहीं बदला अहंकार रहित अति संतोषी भैय्या को जीवन में कभी भी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान किसी व्यक्ति या वस्तु के लिये आतुर होते नहीं देखा / भैय्या का जीवन एक खुली किताब की तरह है जिससे हमे ईमानदारी धैर्य संयम सब्र और आपार संतोष से सुखी और आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है /
आसमान की तरह निश्छल समुद्र के समान विशाल ह्रदय वाले तथा पृथ्वी के सामान धैर्यवान भैय्या के जीवन चरित्र को रेखांकित कर सकूँ इतना सामर्थ मुझ में और मेरी कलम में नहीं है ?
संत ह्रदय भैय्या को शत शत नमन //
/ आपसे पुत्रवत स्नेह प्राप्त कर कृतार्थ /
// धीरज- दुबे एड. //
Wednesday 7 June 2017
शिवराज सरकार ने उपद्रवियों को प्रोत्साहित करने हेतु ?
शिवराज सरकार ने उपद्रवियों को प्रोत्साहित करने हेतु उपद्रव में मरने
वालों को एक करोड़ घायलो को पांच लाख रुपये देकर आदमी की जान का सरकारी
समर्थन मूल्य तय किया। हिंदी फिल्म पिपली लाईव की तरह प्रदेश के किसानों को
अपने परिवार की आर्थिक दशा सुधारने का सुनहरा अवसर उपद्रव करो घायल हो
तो 5 लाख औऱ मरो तो एक करोड़ रु ईनाम पाओ । जल्दी हाइवे जाओ हुड़दंग
मचाओ शिव मामा के गुण गाओ ।
Saturday 3 June 2017
चिड़िया चुग गयी खेत अब पछताए क्या हो ?
मध्य्प्रदेश का किसान आंदोलन असल में ग्रामीणों के आक्रोश का नतीजा है ? प्रदेश सरकार ने धोखेबाजी कर केंद्र सरकार द्वारा पारित भूमि अधिग्रहण बिल में किया गया संशोधन है जिसमे केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में गाइड लाइन से चार गुना और शहरी क्षेत्रों में दुगना मुआवजा देने का प्रावधान किया था / लेकिन शिवराज सरकार ने इसे स्वीकार न करते हुये इसमें संशोधन कर मनमाने अधिग्रहण के खिलाफ किसानो से न्याय हेतु कोर्ट जाने का अधिकार भी छीन लिया है / लेकिन समय रहते न किसान चेते और न मृत प्राय विपक्ष को समझ आया की बिल सरकार ने कब पास कराया ?
चिड़िया चुग गयी खेत अब पछताए क्या हो ? इसके दूरगामी परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार दिखाएगी ?
चिड़िया चुग गयी खेत अब पछताए क्या हो ? इसके दूरगामी परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार दिखाएगी ?
Monday 29 May 2017
Tuesday 2 May 2017
ब्राहम्णो में जागृति आयी है ?
कड़वा सच ?
भले आपसी खींचतान हो नकिलयो की
भरमार हो लेकिन यह बात तो संतोषजनक है की ब्राहम्णो में चेतना और
जागृति आयी है / लेकिन ब्राह्मण संगठनो की भूमिका को राजनीतिज्ञो ने
राजनैतिक स्वार्थ तक सिमित कर दिया है / जब की आज संधर्ष की भूमिका
की आवश्यकता है ? मध्य्प्रदेश में गैर ब्राह्मण पुजारीयो की नियुक्ति
ब्राह्मणो के खिलाफ षड्यंत्र है ? ये विषय जीविकापार्जन का नहीं २
परसेंट ब्राह्मण परिवार भी आश्रित नहीं होंगे कर्मकांड से लेकिन ? ये
ब्राहम्णो के सामान का प्रश्न है ? समाज में ब्राह्मण के स्थान का प्र्शन है ? दबी जबान से ही सही ब्राह्मण
विधायकों सांसदों को अपनी बात यथोचित उठाना चाहिये और प्रदेश भर के
ब्राह्मण संगठनों को इस सम्बन्ध में ज्ञापन भेजना चाहिए ?
Thursday 23 March 2017
कड़वा सच / मजीठिया कमेटी की रिपोर्ट लागू हो ?
मजीठिया कमेटी की रिपोर्ट लागू हो -:
शरद यादव ने पत्रकारों के वेतनमान को लेकर गठित मजीठिया कमेटी की सिफारिशों को भी अविलम्ब अमलीजामा पहनाने की मांग की।उनका आशय था कि मीडिया मालिक आम पत्रकारों का शोषण कर रहे हैं, पत्रकारों से चापलूसी करा रहे और उन्हें कमाई का जरिया बना रखा है ? लिहाजा सिफारिशें लागू होना निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए आवश्यक है ?
शरद यादव ने पत्रकारों के वेतनमान को लेकर गठित मजीठिया कमेटी की सिफारिशों को भी अविलम्ब अमलीजामा पहनाने की मांग की।उनका आशय था कि मीडिया मालिक आम पत्रकारों का शोषण कर रहे हैं, पत्रकारों से चापलूसी करा रहे और उन्हें कमाई का जरिया बना रखा है ? लिहाजा सिफारिशें लागू होना निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए आवश्यक है ?
चुनावी राजनीती का जिग्र होगा तो आपका चुनावी प्रबंधन उदाहरण होगा ?
भारतीय राजनीती की दिशा और दशा को बदलने का जो महत्वपूर्ण काम अमित शाह ने किया है उससे सारा देश आंदोलित हुआ है / लोकतंत्र में जब भी चुनावी राजनीती का जिग्र होगा आपका चुनावी प्रबंधन का आदर्श उदाहरण होगा / आपकी प्रेरणा से मध्य्यमवर्गीय शाकाहारी उदार सवर्ण हिन्दू और बड़ी संख्या में ब्राह्मणों को संगठित करने का अभियान सफल रहा है / समाज का ये वही वर्ग है जो आजादी के बाद से बनने वाली सरकारों की रीढ़ की हड्डी रहा है क्योकि कट्टरपंथी चाहे किसी भी समुदाय के हो अपने दम पर सरकार नही बना सकते लेकिन शांतिप्रिय सहिष्णु हिन्दू जो विकास और शान्ति चाहता है को मोदी के विकास के नारो ने संगठित कर लिया था और अब उसे सोशल मीडिया पब्लिसीटी क्रिया कलापो जोशीले नारो से भगवा अर्जेन्टा में रंग दिया जाने लगा है ताकि 2019 में कोई चुनोती ही न रहे ? इस वर्ग के प्रति उदारता और भाजपा से मिले सामान और सुरक्षा से सारा समुदाय अभिभूत है ?
Wednesday 22 March 2017
भारतीय राजनीती की दिशा और दशा
Wednesday, 22 March 2017
भारतीय राजनीती की दिशा और दशा
राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मान्यवर भारतीय राजनीती की दिशा और दशा को बदलने का जो महत्वपूर्ण काम आपने किया है उससे सारा देश आंदोलित हुआ है / लोकतंत्र में जब भी चुनावी राजनीती का जिग्र होगा आपका चुनावी प्रबंध्न आदर्श उदाहरण होगा / आपकी प्रेरणा से मध्य्यमवर्गीय शाकाहारी उदार सवर्ण हिन्दू और बड़ी संख्या में ब्राह्मणों को संगठित करने का प्रयास सफल रहा है / समाज के इस वर्ग के प्रति आपकी उदारता और भाजपा से मिले सामान से सारा समुदाय अभिभूत हो आपका अभिनंदन करने की याचना करता है कृपया निवेदन स्वीकार कर अनुग्रहित करे /
भारतीय राजनीती की दिशा और दशा
परम् श्रदेय अमितजी शाह
राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मान्यवर भारतीय राजनीती की दिशा और दशा को बदलने का जो महत्वपूर्ण काम आपने किया है उससे सारा देश आंदोलित हुआ है / लोकतंत्र में जब भी चुनावी राजनीती का जिग्र होगा आपका चुनावी प्रबंधन आदर्श उदाहरण होगा / आपकी प्रेरणा से मध्य्यमवर्गीय शाकाहारी उदार सवर्ण हिन्दू और बड़ी संख्या में ब्राह्मणों को संगठित करने का प्रयास सफल रहा है / समाज के इस वर्ग के प्रति आपकी उदारता और भाजपा से मिले सामान से सारा समुदाय अभिभूत हो आपका अभिनंदन करने की याचना करता है कृपया निवेदन स्वीकार कर अनुग्रहित करे ?
आपका
// आशुतोष पांडेय //
/ / राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा / /
राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मान्यवर भारतीय राजनीती की दिशा और दशा को बदलने का जो महत्वपूर्ण काम आपने किया है उससे सारा देश आंदोलित हुआ है / लोकतंत्र में जब भी चुनावी राजनीती का जिग्र होगा आपका चुनावी प्रबंधन आदर्श उदाहरण होगा / आपकी प्रेरणा से मध्य्यमवर्गीय शाकाहारी उदार सवर्ण हिन्दू और बड़ी संख्या में ब्राह्मणों को संगठित करने का प्रयास सफल रहा है / समाज के इस वर्ग के प्रति आपकी उदारता और भाजपा से मिले सामान से सारा समुदाय अभिभूत हो आपका अभिनंदन करने की याचना करता है कृपया निवेदन स्वीकार कर अनुग्रहित करे ?
आपका
// आशुतोष पांडेय //
/ / राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा / /
Friday 17 March 2017
/ सज्जनसिह वर्मा का का दर्द //
कड़वा सच ? // सज्जनसिह वर्मा का का दर्द //
मालवा निमाड़ के कद्दावर नेता सज्जनसिंह वर्मा अपने विधार्थी जीवन से एक स्पष्टवादी लोकप्रिय नेता रहे है / कांग्रेस की लगातार होती दृर्दशा पर आपका चिंतन विचारणीय है आपने कांग्रेस में सक्रीय गिरोह जैसे डाकुओ के गिरोह होते थे ऐसे दिग्विजयसिंह गिरोह माधवराव सिधिया गिरोह सुरेश पचौरी गिरोह आदि सारे देश और प्रदेश में फैले गिरोह को तव्वजो देने के बजाय जन आधारों या जनता से जुड़े जमीनी नेताओ को तवज्जो देने की मांग प्रासंगिक है /जमीनी कार्यकर्ताओ का दर्द एक जमीनी नेता जानता है और उसकी आवाज उठाना जमीनी नेता का फर्ज है ? जो सज्जन भाई ने बड़ी हिम्मत से पूरा किया उन्हें बधाई ?
मालवा निमाड़ के कद्दावर नेता सज्जनसिंह वर्मा अपने विधार्थी जीवन से एक स्पष्टवादी लोकप्रिय नेता रहे है / कांग्रेस की लगातार होती दृर्दशा पर आपका चिंतन विचारणीय है आपने कांग्रेस में सक्रीय गिरोह जैसे डाकुओ के गिरोह होते थे ऐसे दिग्विजयसिंह गिरोह माधवराव सिधिया गिरोह सुरेश पचौरी गिरोह आदि सारे देश और प्रदेश में फैले गिरोह को तव्वजो देने के बजाय जन आधारों या जनता से जुड़े जमीनी नेताओ को तवज्जो देने की मांग प्रासंगिक है /जमीनी कार्यकर्ताओ का दर्द एक जमीनी नेता जानता है और उसकी आवाज उठाना जमीनी नेता का फर्ज है ? जो सज्जन भाई ने बड़ी हिम्मत से पूरा किया उन्हें बधाई ?
Sunday 12 March 2017
// औदुम्बर ब्राह्मण महा - सभा इंदौर // बुरा न मानो होली है --; // २०१७ के टाइटल //
// औदुम्बर ब्राह्मण महा - सभा इंदौर // बुरा न मानो होली है --; // २०१७ के टाइटल //
१ श्री जगदीशजी जोशी पूर्व अध्यक्ष -- मुफ्त हुए बदनाम किसी से हाय दिल को लगा के ?
२ श्री प्रदीप जोशी पूर्व अध्यक्ष--- ना ना करते प्यार तुम्ही से कर बैठे करना था इंकार मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे ?
३ ओमदुबे नव निर्वाचित अध्यक्ष - प्रेम रतन धन पायो ?
४ सुरेश दुबे पूर्व उपाध्य्क्ष - नाचे कूदे बांदरी खीर खाये फकीर ? भाग दौड़ मेहनत रेखा भाभी करे नाम आये सुरेश /
श्रीमती रेखा दुबे उपाध्यक्ष -- बाँधी कमरिया पे साडी आई अब आंटी की बारी /आंटी न.१/ ८०२ सर्वाधिक वोट ?
५ अजय चौधरी उपाध्यक्ष - ये दोस्ती हम नही तोड़ेंगे छोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे ?
६ विजेश पुराणिक पूर्व उत्सव मंत्री - क्या से क्या हो गया बेवफा तेरे प्यार में चाहा क्या ? क्या मिला तेरे प्यार में ? ७ आशुतोष शर्मा भवन मंत्री -- मन की आस मेरे मन से न निकली ऐसे तड़फू की जैसे जल बिन मछली? ८ मनीष पाठक उत्सव मंत्री - हींग लगी न फिटकरी रंग चौखा आये ? मन भावे और मुंडा हिलाये ?
९ योगेश दिवेदी संयुक्त मंत्री -- तुमने पुकारा और हम चले आये सबको घर छोड़ आये रे ?
१० दिलीप दुबे प्रचार मंत्री - हमको ऐसा वैसा न समझो हम बड़े काम की चीज ?
११ नरेंद्र चौधरी - योगेंद्र ज्योतिषी - दो जासूस करे महसूस की दुनिया बड़ी ख़राब है कौन है सच्चा कौन है झूठा हर चेहरे पे नकाब है ?
१२ सतीश जोशी महा-संघ अध्यक्ष - किसका हे ये तुमको इंतजार में हूँ ना देखलो इधर भी एकबार में हूँ ना ? दिल चाहे जितना साथ उतना मांग लो तुमको मिलेगा पूरा साथ में हूँ ना ?
१३ धीरज दुबे - हारी बाजी को जितना जिसे आता है वो सिकंदर ही दोस्तों कहलाता है यहाँ के हम सिकंदर सबको रखले अपनी जेब के अंदर ?
१४ घनश्याम जोशी-- जमी तो क्या है आसमा की खबर रखते है छुपे रुस्तम है
15 देवेंद्र बक्शी -- बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना ऐसे मन मौजी को मुश्किल है समझाना ?
१६ सूर्यकुमार जोशी / सूर्यादादा / तेरा साथ है तो हमें क्या कमी है अँधेरे में भी मिलरही रौशनी है ?
१7 ओम जोशी / जोशीबा / दूर गगन की छांव में किनारा किया चुनाव में
18 राजेश जोशी निर्वाचन अधिकारी -- अग्निपथ
19 अर्पित चौधरी /विक्की / नवयुवक मण्डल अध्यक्ष - मेरे बाप पहले आप ? 20 प्रतीक दुबे नव निर्वाचित कार्यकारिणी सदस्य -- जंगल जंगल बात चली है पता चला है चड्डी पहन के फूल खिला है फूल खिला है ?
बुरा न मानो होली है ?
१ श्री जगदीशजी जोशी पूर्व अध्यक्ष -- मुफ्त हुए बदनाम किसी से हाय दिल को लगा के ?
२ श्री प्रदीप जोशी पूर्व अध्यक्ष--- ना ना करते प्यार तुम्ही से कर बैठे करना था इंकार मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे ?
३ ओमदुबे नव निर्वाचित अध्यक्ष - प्रेम रतन धन पायो ?
४ सुरेश दुबे पूर्व उपाध्य्क्ष - नाचे कूदे बांदरी खीर खाये फकीर ? भाग दौड़ मेहनत रेखा भाभी करे नाम आये सुरेश /
श्रीमती रेखा दुबे उपाध्यक्ष -- बाँधी कमरिया पे साडी आई अब आंटी की बारी /आंटी न.१/ ८०२ सर्वाधिक वोट ?
५ अजय चौधरी उपाध्यक्ष - ये दोस्ती हम नही तोड़ेंगे छोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे ?
६ विजेश पुराणिक पूर्व उत्सव मंत्री - क्या से क्या हो गया बेवफा तेरे प्यार में चाहा क्या ? क्या मिला तेरे प्यार में ? ७ आशुतोष शर्मा भवन मंत्री -- मन की आस मेरे मन से न निकली ऐसे तड़फू की जैसे जल बिन मछली? ८ मनीष पाठक उत्सव मंत्री - हींग लगी न फिटकरी रंग चौखा आये ? मन भावे और मुंडा हिलाये ?
९ योगेश दिवेदी संयुक्त मंत्री -- तुमने पुकारा और हम चले आये सबको घर छोड़ आये रे ?
१० दिलीप दुबे प्रचार मंत्री - हमको ऐसा वैसा न समझो हम बड़े काम की चीज ?
११ नरेंद्र चौधरी - योगेंद्र ज्योतिषी - दो जासूस करे महसूस की दुनिया बड़ी ख़राब है कौन है सच्चा कौन है झूठा हर चेहरे पे नकाब है ?
१२ सतीश जोशी महा-संघ अध्यक्ष - किसका हे ये तुमको इंतजार में हूँ ना देखलो इधर भी एकबार में हूँ ना ? दिल चाहे जितना साथ उतना मांग लो तुमको मिलेगा पूरा साथ में हूँ ना ?
१३ धीरज दुबे - हारी बाजी को जितना जिसे आता है वो सिकंदर ही दोस्तों कहलाता है यहाँ के हम सिकंदर सबको रखले अपनी जेब के अंदर ?
१४ घनश्याम जोशी-- जमी तो क्या है आसमा की खबर रखते है छुपे रुस्तम है
15 देवेंद्र बक्शी -- बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना ऐसे मन मौजी को मुश्किल है समझाना ?
१६ सूर्यकुमार जोशी / सूर्यादादा / तेरा साथ है तो हमें क्या कमी है अँधेरे में भी मिलरही रौशनी है ?
१7 ओम जोशी / जोशीबा / दूर गगन की छांव में किनारा किया चुनाव में
18 राजेश जोशी निर्वाचन अधिकारी -- अग्निपथ
19 अर्पित चौधरी /विक्की / नवयुवक मण्डल अध्यक्ष - मेरे बाप पहले आप ? 20 प्रतीक दुबे नव निर्वाचित कार्यकारिणी सदस्य -- जंगल जंगल बात चली है पता चला है चड्डी पहन के फूल खिला है फूल खिला है ?
बुरा न मानो होली है ?
Wednesday 22 February 2017
ख्यातः नाम शिक्षण संस्थानों का राष्ट्रवाद के नाम पर सत्यानाश कर रहे ?
कड़वा सच ?
दिल्ली विश्व विधालय के रामजस कालेज सेमीनार में जे एन यू में राष्ट्र द्रोह के नारे लगाने के आरोपी उमर खालिद को रामजस कालेज सेमीनार में बुलाने का एबीवीपी ने विरोध कर हंगामा किया जिससे आक्रोशित हो ए आय एस ए और आय ए छात्र संगठन ने जवाबी नारे बाजी की पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा /
अब सवाल ? ये है की ये घटनाए जहाँ हो रही मैनेजमेंट नाम की कोई चीज है की नही ? अगर छात्र देशद्रोही है तो पढ़ाई लिखाई बंद कराओ जेल भेजो और ? यदि कोर्ट ने छोड़ा है तो आजादी से पढ़ाई लिखाई करने दो ? आज फिर ए बी वि वि पी का जंगी प्रदर्शन ? तो कही ऐसा तो नही राजनैतिक दलो के अनुवांशिक संगठन के नेता अपनी राजनैतिक महत्वाकांशा की पूर्ति के लिए इन संस्थानों को माध्यम बना रहे और देश के ख्यातः नाम शिक्षण संस्थानों का सत्यानाश कर रहे ?
दिल्ली विश्व विधालय के रामजस कालेज सेमीनार में जे एन यू में राष्ट्र द्रोह के नारे लगाने के आरोपी उमर खालिद को रामजस कालेज सेमीनार में बुलाने का एबीवीपी ने विरोध कर हंगामा किया जिससे आक्रोशित हो ए आय एस ए और आय ए छात्र संगठन ने जवाबी नारे बाजी की पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा /
अब सवाल ? ये है की ये घटनाए जहाँ हो रही मैनेजमेंट नाम की कोई चीज है की नही ? अगर छात्र देशद्रोही है तो पढ़ाई लिखाई बंद कराओ जेल भेजो और ? यदि कोर्ट ने छोड़ा है तो आजादी से पढ़ाई लिखाई करने दो ? आज फिर ए बी वि वि पी का जंगी प्रदर्शन ? तो कही ऐसा तो नही राजनैतिक दलो के अनुवांशिक संगठन के नेता अपनी राजनैतिक महत्वाकांशा की पूर्ति के लिए इन संस्थानों को माध्यम बना रहे और देश के ख्यातः नाम शिक्षण संस्थानों का सत्यानाश कर रहे ?
Friday 27 January 2017
पुजारी का पद ब्राह्मणों के लिए आरषित हो ?
सिंहस्थ मेले के दौरान
ही सी एम शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए थे। सरकारी या दान की जमीनों पर
बने मंदिरों को सरकारी घोषित कर दिया जाएगा ? और इन मंदिरों में सेवा कर
रहे पुजारियों की जगह नई नियुक्तियां होेंगी। नियुक्ति के अधिकार नगरीय
निकाय या ग्राम पंचायत को मिलेंगे। कुल मिलाकर मंदिरों में अब राजनीति
होगी।और सरकार समाज में ब्राह्मणों का मान सम्मान और स्वाभिमान
को नष्ट कर मनुवादियो का सत्यानाश कर दलित अर्जेन्टा और तुष्टिकरण
हेतु काम कर ही है / इसके लिए कानून का प्रारूप तैयार किया गया है,? जो
विधानसभा के बजट सत्र में पटल पर रखा जाएगा। जैसा कि होता आया है। विधानसभा
में हंगामे के बीच यह कानून पारित भी हो जाएगा और शिवराज का कद
मध्यप्रदेश में आर एस एस से भी बड़ा हो जाएगा क्योकि दलितों में आर एस
एस की भी पूरी पेठ नही है ? शिवराज मोदी की लोकप्रियता का लाभ ले ?
ब्राह्मणों को लात दे दलित नेता बनने चले है ? भोपाल के पत्रकार मनोज
तिवारी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में ऐसे 25 हजार से ज्यादा मंदिर होने
का अनुमान है। इनमें से 21 हजार की सूची तैयार कर ली गई है। इसका प्रारूप
वरिष्ठ सदस्य सचिव समिति को भेजा जा रहा है। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव
मनोज श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस प्रारूप पर
अभी काम चल रहा है।
पुजारी, व्यवस्थाओं में सुधार ?
फिलहाल प्रबंधन व व्यवस्था में बदलाव नहीं होगा। संचालन के लिए हर मंदिर की अलग समिति होगी, जिसका प्रबंधन कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार संभालेंगे। इसमें स्थानीय लोग भी होंगे।
पुजारियों की नई नियुक्ति होगी ?
जो पुजारी अभी काम कर रहे हैं अयोग्य पुजारी होने पर नई नियुक्ति होगी। स्थानीय निकाय पुजारी नियुक्त कर सकेंगे। गांव में यह अधिकार ग्रामसभा को होगा। सरकार ने इसमें यह तय नहीं किया है कि पुजारी का पद ब्राह्मण समाज के लिए ही आरक्षित होगा।
कलेक्टर कर रहे मंदिरों का चयन
जिलों में मंदिरों का चयन कलेक्टर करेंगे। सूत्र बताते हैं कि 40 कलेक्टरों ने काम पूरा कर लिया है। अभी मंदिरों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गया है ? ब्राह्मणों से उनके पुजारी होने का अधिकार भी छीना जा रहा है और व्यवस्था अनुसार गैर ब्राह्मण और अन्य तबको को पुजारी नियुक्त किया जाएगा ?राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरशित किया जाए ?
पुजारी, व्यवस्थाओं में सुधार ?
फिलहाल प्रबंधन व व्यवस्था में बदलाव नहीं होगा। संचालन के लिए हर मंदिर की अलग समिति होगी, जिसका प्रबंधन कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार संभालेंगे। इसमें स्थानीय लोग भी होंगे।
पुजारियों की नई नियुक्ति होगी ?
जो पुजारी अभी काम कर रहे हैं अयोग्य पुजारी होने पर नई नियुक्ति होगी। स्थानीय निकाय पुजारी नियुक्त कर सकेंगे। गांव में यह अधिकार ग्रामसभा को होगा। सरकार ने इसमें यह तय नहीं किया है कि पुजारी का पद ब्राह्मण समाज के लिए ही आरक्षित होगा।
कलेक्टर कर रहे मंदिरों का चयन
जिलों में मंदिरों का चयन कलेक्टर करेंगे। सूत्र बताते हैं कि 40 कलेक्टरों ने काम पूरा कर लिया है। अभी मंदिरों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गया है ? ब्राह्मणों से उनके पुजारी होने का अधिकार भी छीना जा रहा है और व्यवस्था अनुसार गैर ब्राह्मण और अन्य तबको को पुजारी नियुक्त किया जाएगा ?राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरशित किया जाए ?
Tuesday 17 January 2017
/ / औदुम्बर विकास पैनल //
/ / औदुम्बर विकास पैनल //
प्यारे बहनो और भाईयो
समाज के समग्र विकास और प्रगति के लिये ''औदुम्बर विकास पैनल '' शहर के विभिन्न क्षेत्रो में निवासरत प्रतिभावान सेवाभावी और समर्पित साथियो का समूह है जो निरन्तर समाज सेवा तथा धर्मशाला निर्माण और विकास में संलग्न है / जिनका उदेश्य है सबके साथ और सबके विश्वास
से समाज का कल्याण / हमे ख़ुशी है इंदौर नगर सीमा में नए गाँव शामिल किये जाने से नए ग्रामीण मतदाता जुड़े है जिनका हम अभिनंदन करते है / हमारी कोषिष है की ये लोग औदुम्बर महासभा की मुख्यधारा से जुड़े और अपना योगदान समाज को दे ? लेकिन कुछ अति महत्वाकांशी तत्व हमारे ग्रामीण भाईयो को बरगला कर समाज को गाँव व् शहर में बाटने का निंदनीय कार्य करने में लगे है /लेकिन औदुम्बर महासभा और धर्मशाला के प्रति अपने संस्थापक श्रीनाथजी जोशी गंगाधरजी दिवेद्दी गोपालरावजी पुराणिक के द्वारा स्थापित परम्पराओ एवम आदर्शो का पालन अब तक के सभी महासभा अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यो द्वारा पूरी निष्ठा से किया जाता रहा है / और इस श्रृंखला में समाज की मुख्य भूमिका में रहकर भी सबसे पीछे रहने वाले सह्रदय श्री ओमप्रकाश दुबे /ओम भैया / इस का प्रत्यक्ष उदाहरण है जिन्होंने आप लोगो के साथ और विशवास से पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निर्माण और विकास की अपनी जवाबदारियां पूरी करते हुए सामाजिक एकता और समरसता के लिए भी उलेखनीय प्रयास किये है /
आप सभी से सादर निवेदन है की निम्न लिखित उम्मीदवार साथियो को उनके नाम के आगे लिखे चुनाव चिन्ह पर मोहर लगाकर भारी मतो से विजय बनावे /
१ अध्यक्ष - ओमप्रकाश दुबे -; वर्तमान अध्यक्ष/ रिटारर्ड इंजीनियरइंदौर नगर निगम// उगाता सूरज २ महिला वर्ग -- १ श्रीमती रेखा सुरेश दुबे - स्व सेठ हीरालालजी दुबे // श्रीराम तलावली वाले// की बहु / वर्तमान में औदुम्बर महिला मंडल की अध्यक्ष रहते हुए अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक परिश्रम कर औदुम्बर समाज की महिलाओ को संगठित हेतु प्रयासरत हे / चिन्ह // गेस का चूल्हा// // २ संध्या श्रीराम कानूनगो -; जूनि इंदौर बक्शी परिवार की बेटी श्रीराम कानूनगो / रिटायर्ड / इंदौर हाईकोर्ट // की धर्मपत्नी संध्याजी महिला संगठन की सक्रीय कार्यकर्ता है / चिन्ह // स्टोह//
सदस्य - कार्यकारिणी -: // चुनाव चिन्ह //
1 प्रदीप जोशी -- औदुम्बर समाज में आपका सम्मान जनक स्थान है / // मोटर सायकल //
२ अजय चौधरी-; आप पिछले 20 वर्षो से लगातार समाज में सक्रीय रहते हुए अच्छे काम करने वालो का ईमानदारी से साथ देते है / इस हेतु आप तीन बार चुनावी निर्वाचन में और दो बार निर्विरोध निर्वाचन में कार्यकारिणी सदस्य और विभिन पदों पर रहते हुए वर्तमान में प्रधान मंत्री है / और ओम भैया के साथ निर्माण और विकास में कन्धे से कंधा मिलाकर जुटे है / पिछली बार आपने भी समाज हित में अपना नाम अध्यक्ष पद से वापस लिया था ? लेकिन वर्तमान में ओम भैया के द्वारा किये जा रहे अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने हेतु उनके समर्थन में खड़े है / चुनाव चिन्ह // हल //
3 योगेश व्दिवेदी :- श्रीनाथजी के चरण अनुरागी योगेशजी साफ़ दिल के सक्षम जाबांज साथी है / वर्तमान कार्यकारिणी में आय व्यय निरक्षक है और इस निर्माण औरविकास में सहभागी है / चुनाव चिन्ह // सीडी //
४ विजेश पुराणिक :- औदुम्बर समाज में आयी नई चेतना उत्साह और उमंग जगाकर विजेश ने प्रसंशनीय काम किया है/ सामाजिक उत्सव आयोजनों को भव्यता प्रदान करने का कार्य उत्सव मंत्री रहते हुए बखूबी निभाया है /अत्याधिक व्यवसाईक व्यस्तता के बावजूद इतनी सक्रियता प्रसंशनीय है / चुनाव चिन्ह // कलश //
५ मनीष पाठक ;- आप युवा इंजीनियर वेल्युवर होकर सुदामानगर के पाठक परिवार से बाबुरावजी पाठक के पुत्र है / चुनाव चिन्ह //पोस्ट बॉक्स // / ६ अभिमन्यु जोशी -; अधिकवक्ता और स्पष्टवक्ता है / भवन मंत्री रहते हुए पूरी पारदर्शिता से काम कर दिखाया है / चुनाव चिन्ह // टेबल लेम्प //
7 कन्हैयालालजी परसाई ;- के डी परसाई के नाम से जाने जाते है आप सिंडिकेट बैक से रिटायर्ड है / कार केअर का अत्याधुनिक सुविधा पूर्ण वर्कशाप फूटी कोठी चौराहे पर शुरू किया है सीनियर है समाजकार्य में रूचि रखते है /
चुनाव चिन्ह // अलमारी //
८ अचल दुबे -;किशोर अवस्था से समाज की गतिविधियां के संचालन में गतिशील रहे है / चुनाव चिन्ह // तालाचाबी //
९ मुरलीधर जोशी -; सरल व् सहज स्वभाव इंदौर नगर निगम के रिटायर्ड सचिव रावजी बाजार निवासी / चुनाव चिन्ह // चिमनी //
१० अजय बक्शी -; सामाजिकता में रचे बसे है आप वर्तमान में भोपाल नई दुनिया से जुड़े है / समाज में एकता के सूत्र बनाने के प्रयास करते रहते है / चुनाव चिन्ह //कुर्सी //
११ राजेश राधेश्याम दुबे-; भवन निर्माण सामग्री के साहसी युवा व्यापारी है ओम भैया के अभिन्न है / और सतीशजी दुबे हिंगोनिया वाले के भतीजे है/ चुनाव चिन्ह // फावड़ा //
१२ आशुतोष शर्मा - समाज सेवा से आशुतोषजी का पुराना नाता है सबको साथ लेकर चलना इन्हें बखूबी आता है / आप पूर्व अध्यक्ष जगदीशचन्द्रजी जोशी के भाणेज है / और पूर्व में भी कार्यकारिणी में रहे है लेकिन अब आप ओम भैया को समर्थन देने के लिये खड़े है व्यवसाय में A क्लास इलेक्ट्रिक कांट्रेक्टर है / चुनाव चिन्ह // शंख //
१३ निर्मल उपाध्याय-; आप बैंकिग से रिटायर्ड है / आदरणीय गौरीशंकरजी के दामाद है /
चुनाव चिन्ह // कुकर //
१४ दिलीप दुबे;- ब्राह्मण संगठनों के आयोजन में सक्रीय भूमिका निभाकर उन्हें सफल करने में सहयोग देने वाले कर्मठ कार्यकर्ता है जिनके समाज में सब से आत्मीय संबंध है / //बल्व //
१५ ललित जोशी;- अकाउंट के क्षेत्र से है महासभा का पारदट्स तैयार किया है / समाज कार्य में रूचि रखते है / चुनाव चिन्ह // शेर //
१६ तुषार जोशी -: उर्जावान युवा है सामाजिक आयोजनों में सार्थक भूमिका निभाते आ रहे / आप // सूर्य दादा // सुर्यकुमारजी जोशी के पुत्र है / चुनाव चिन्ह // स्लेट //
१७ आशुतोष पुराणिक -; सामाजिक कार्यो में सक्रियता बनाये रखने वाले / विद्वान पंडित रवि पुराणिक के पुत्र जूनि इंदौर / चुनावचिन्ह // केतली //
१८ प्रतीक दुबे :- आप नानाभाई के पोत्र शशिकांतजी दुबे के पुत्र और स्व ललिता शंकर जी दिवेदी के नाती है / आप एजुकेशन क्षेत्र से जुड़े है और उर्जावान युवा कार्यकर्ता है / चिन्ह // पतंग //
अनुरोध है सेवा कार्य में लीन इन साथियो को अपना सहयोग प्रदान करे //
आशीर्वाद दाता -: सदाशिवराव जोशी // नाना दादा // सर्वश्री शांतिलालजी जोशी / जगदीश चन्द्रजी जोशी / गौरीशंकरजी जोशी / बाबुरावजी पाठक / भवानी शंकर पाठक / जगदीशजी गुरु / सुरेशजी दिवेदी / देवेंद्र बक्शी / सोहनलालजी द्वे / दिनेश दिवेदी / विजय दुबे / ओमप्रकाशजी शर्मा एड ./ नरेन्द्र दुबे / सतीशजी जोशी / राजेश शुक्ला / आनंद जोशी / श्यामचंद्र दुबे / सुशिलचन्द्र राणा / अनिल दुबे / सतीश दुबे // सुरेश दुबे // श्रीमती कृष्णाकमल जोशी / अंतिम दुबे / राजेश श्रीकांत जोशी / कृष्णकान्त दुबे /कन्ना भैया / प्रदीप पुराणिक / वीरेंद्र जोशी / डॉ रमेश दुबे / दुर्गाशंकर दुबे / डॉ ओमप्रकाश जोशी / सूर्यकुमार पाठक / सतीश बक्शी / बलराम दुबे / सुनील दुबे / डॉ ओ पी दुबे / चन्द्रशेखरजी शर्मा / दिलीप दुबे / विकास शर्मा / मनोज दिवेदी / प्रदीप उपाध्याय / धनश्याम जोशी / श्याम चौधरी /अशोक चौधरी / दीपक चौधरी / /छगन दुबे /ओमप्रकाश दुबे सिरपुर / महेश दुबे / राजीव बक्शी / अनिल चौधरी / अजय दुबे / अमित दुबे / अर्पित चौधरी// नवीन जोशी / प मयंक जोशी / महेश पाठक / अशोक दुबे / कृष्णकान्त दुबे / सूर्यकुमार जोशी // सूर्य दादा // विजय पुराणिक / योगेंद्र ज्योतिषी / धीरज दुबे
//संयोजक -; प्रदीप जोशी //
प्यारे बहनो और भाईयो
समाज के समग्र विकास और प्रगति के लिये ''औदुम्बर विकास पैनल '' शहर के विभिन्न क्षेत्रो में निवासरत प्रतिभावान सेवाभावी और समर्पित साथियो का समूह है जो निरन्तर समाज सेवा तथा धर्मशाला निर्माण और विकास में संलग्न है / जिनका उदेश्य है सबके साथ और सबके विश्वास
से समाज का कल्याण / हमे ख़ुशी है इंदौर नगर सीमा में नए गाँव शामिल किये जाने से नए ग्रामीण मतदाता जुड़े है जिनका हम अभिनंदन करते है / हमारी कोषिष है की ये लोग औदुम्बर महासभा की मुख्यधारा से जुड़े और अपना योगदान समाज को दे ? लेकिन कुछ अति महत्वाकांशी तत्व हमारे ग्रामीण भाईयो को बरगला कर समाज को गाँव व् शहर में बाटने का निंदनीय कार्य करने में लगे है /लेकिन औदुम्बर महासभा और धर्मशाला के प्रति अपने संस्थापक श्रीनाथजी जोशी गंगाधरजी दिवेद्दी गोपालरावजी पुराणिक के द्वारा स्थापित परम्पराओ एवम आदर्शो का पालन अब तक के सभी महासभा अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यो द्वारा पूरी निष्ठा से किया जाता रहा है / और इस श्रृंखला में समाज की मुख्य भूमिका में रहकर भी सबसे पीछे रहने वाले सह्रदय श्री ओमप्रकाश दुबे /ओम भैया / इस का प्रत्यक्ष उदाहरण है जिन्होंने आप लोगो के साथ और विशवास से पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निर्माण और विकास की अपनी जवाबदारियां पूरी करते हुए सामाजिक एकता और समरसता के लिए भी उलेखनीय प्रयास किये है /
आप सभी से सादर निवेदन है की निम्न लिखित उम्मीदवार साथियो को उनके नाम के आगे लिखे चुनाव चिन्ह पर मोहर लगाकर भारी मतो से विजय बनावे /
१ अध्यक्ष - ओमप्रकाश दुबे -; वर्तमान अध्यक्ष/ रिटारर्ड इंजीनियरइंदौर नगर निगम// उगाता सूरज २ महिला वर्ग -- १ श्रीमती रेखा सुरेश दुबे - स्व सेठ हीरालालजी दुबे // श्रीराम तलावली वाले// की बहु / वर्तमान में औदुम्बर महिला मंडल की अध्यक्ष रहते हुए अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक परिश्रम कर औदुम्बर समाज की महिलाओ को संगठित हेतु प्रयासरत हे / चिन्ह // गेस का चूल्हा// // २ संध्या श्रीराम कानूनगो -; जूनि इंदौर बक्शी परिवार की बेटी श्रीराम कानूनगो / रिटायर्ड / इंदौर हाईकोर्ट // की धर्मपत्नी संध्याजी महिला संगठन की सक्रीय कार्यकर्ता है / चिन्ह // स्टोह//
सदस्य - कार्यकारिणी -: // चुनाव चिन्ह //
1 प्रदीप जोशी -- औदुम्बर समाज में आपका सम्मान जनक स्थान है / // मोटर सायकल //
२ अजय चौधरी-; आप पिछले 20 वर्षो से लगातार समाज में सक्रीय रहते हुए अच्छे काम करने वालो का ईमानदारी से साथ देते है / इस हेतु आप तीन बार चुनावी निर्वाचन में और दो बार निर्विरोध निर्वाचन में कार्यकारिणी सदस्य और विभिन पदों पर रहते हुए वर्तमान में प्रधान मंत्री है / और ओम भैया के साथ निर्माण और विकास में कन्धे से कंधा मिलाकर जुटे है / पिछली बार आपने भी समाज हित में अपना नाम अध्यक्ष पद से वापस लिया था ? लेकिन वर्तमान में ओम भैया के द्वारा किये जा रहे अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने हेतु उनके समर्थन में खड़े है / चुनाव चिन्ह // हल //
3 योगेश व्दिवेदी :- श्रीनाथजी के चरण अनुरागी योगेशजी साफ़ दिल के सक्षम जाबांज साथी है / वर्तमान कार्यकारिणी में आय व्यय निरक्षक है और इस निर्माण औरविकास में सहभागी है / चुनाव चिन्ह // सीडी //
४ विजेश पुराणिक :- औदुम्बर समाज में आयी नई चेतना उत्साह और उमंग जगाकर विजेश ने प्रसंशनीय काम किया है/ सामाजिक उत्सव आयोजनों को भव्यता प्रदान करने का कार्य उत्सव मंत्री रहते हुए बखूबी निभाया है /अत्याधिक व्यवसाईक व्यस्तता के बावजूद इतनी सक्रियता प्रसंशनीय है / चुनाव चिन्ह // कलश //
५ मनीष पाठक ;- आप युवा इंजीनियर वेल्युवर होकर सुदामानगर के पाठक परिवार से बाबुरावजी पाठक के पुत्र है / चुनाव चिन्ह //पोस्ट बॉक्स // / ६ अभिमन्यु जोशी -; अधिकवक्ता और स्पष्टवक्ता है / भवन मंत्री रहते हुए पूरी पारदर्शिता से काम कर दिखाया है / चुनाव चिन्ह // टेबल लेम्प //
7 कन्हैयालालजी परसाई ;- के डी परसाई के नाम से जाने जाते है आप सिंडिकेट बैक से रिटायर्ड है / कार केअर का अत्याधुनिक सुविधा पूर्ण वर्कशाप फूटी कोठी चौराहे पर शुरू किया है सीनियर है समाजकार्य में रूचि रखते है /
चुनाव चिन्ह // अलमारी //
८ अचल दुबे -;किशोर अवस्था से समाज की गतिविधियां के संचालन में गतिशील रहे है / चुनाव चिन्ह // तालाचाबी //
९ मुरलीधर जोशी -; सरल व् सहज स्वभाव इंदौर नगर निगम के रिटायर्ड सचिव रावजी बाजार निवासी / चुनाव चिन्ह // चिमनी //
१० अजय बक्शी -; सामाजिकता में रचे बसे है आप वर्तमान में भोपाल नई दुनिया से जुड़े है / समाज में एकता के सूत्र बनाने के प्रयास करते रहते है / चुनाव चिन्ह //कुर्सी //
११ राजेश राधेश्याम दुबे-; भवन निर्माण सामग्री के साहसी युवा व्यापारी है ओम भैया के अभिन्न है / और सतीशजी दुबे हिंगोनिया वाले के भतीजे है/ चुनाव चिन्ह // फावड़ा //
१२ आशुतोष शर्मा - समाज सेवा से आशुतोषजी का पुराना नाता है सबको साथ लेकर चलना इन्हें बखूबी आता है / आप पूर्व अध्यक्ष जगदीशचन्द्रजी जोशी के भाणेज है / और पूर्व में भी कार्यकारिणी में रहे है लेकिन अब आप ओम भैया को समर्थन देने के लिये खड़े है व्यवसाय में A क्लास इलेक्ट्रिक कांट्रेक्टर है / चुनाव चिन्ह // शंख //
१३ निर्मल उपाध्याय-; आप बैंकिग से रिटायर्ड है / आदरणीय गौरीशंकरजी के दामाद है /
चुनाव चिन्ह // कुकर //
१४ दिलीप दुबे;- ब्राह्मण संगठनों के आयोजन में सक्रीय भूमिका निभाकर उन्हें सफल करने में सहयोग देने वाले कर्मठ कार्यकर्ता है जिनके समाज में सब से आत्मीय संबंध है / //बल्व //
१५ ललित जोशी;- अकाउंट के क्षेत्र से है महासभा का पारदट्स तैयार किया है / समाज कार्य में रूचि रखते है / चुनाव चिन्ह // शेर //
१६ तुषार जोशी -: उर्जावान युवा है सामाजिक आयोजनों में सार्थक भूमिका निभाते आ रहे / आप // सूर्य दादा // सुर्यकुमारजी जोशी के पुत्र है / चुनाव चिन्ह // स्लेट //
१७ आशुतोष पुराणिक -; सामाजिक कार्यो में सक्रियता बनाये रखने वाले / विद्वान पंडित रवि पुराणिक के पुत्र जूनि इंदौर / चुनावचिन्ह // केतली //
१८ प्रतीक दुबे :- आप नानाभाई के पोत्र शशिकांतजी दुबे के पुत्र और स्व ललिता शंकर जी दिवेदी के नाती है / आप एजुकेशन क्षेत्र से जुड़े है और उर्जावान युवा कार्यकर्ता है / चिन्ह // पतंग //
अनुरोध है सेवा कार्य में लीन इन साथियो को अपना सहयोग प्रदान करे //
आशीर्वाद दाता -: सदाशिवराव जोशी // नाना दादा // सर्वश्री शांतिलालजी जोशी / जगदीश चन्द्रजी जोशी / गौरीशंकरजी जोशी / बाबुरावजी पाठक / भवानी शंकर पाठक / जगदीशजी गुरु / सुरेशजी दिवेदी / देवेंद्र बक्शी / सोहनलालजी द्वे / दिनेश दिवेदी / विजय दुबे / ओमप्रकाशजी शर्मा एड ./ नरेन्द्र दुबे / सतीशजी जोशी / राजेश शुक्ला / आनंद जोशी / श्यामचंद्र दुबे / सुशिलचन्द्र राणा / अनिल दुबे / सतीश दुबे // सुरेश दुबे // श्रीमती कृष्णाकमल जोशी / अंतिम दुबे / राजेश श्रीकांत जोशी / कृष्णकान्त दुबे /कन्ना भैया / प्रदीप पुराणिक / वीरेंद्र जोशी / डॉ रमेश दुबे / दुर्गाशंकर दुबे / डॉ ओमप्रकाश जोशी / सूर्यकुमार पाठक / सतीश बक्शी / बलराम दुबे / सुनील दुबे / डॉ ओ पी दुबे / चन्द्रशेखरजी शर्मा / दिलीप दुबे / विकास शर्मा / मनोज दिवेदी / प्रदीप उपाध्याय / धनश्याम जोशी / श्याम चौधरी /अशोक चौधरी / दीपक चौधरी / /छगन दुबे /ओमप्रकाश दुबे सिरपुर / महेश दुबे / राजीव बक्शी / अनिल चौधरी / अजय दुबे / अमित दुबे / अर्पित चौधरी// नवीन जोशी / प मयंक जोशी / महेश पाठक / अशोक दुबे / कृष्णकान्त दुबे / सूर्यकुमार जोशी // सूर्य दादा // विजय पुराणिक / योगेंद्र ज्योतिषी / धीरज दुबे
//संयोजक -; प्रदीप जोशी //
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