देश में रोजगार नहीं ,मंहगाई सातवे आसमान पर,देश के पूंजीपती,उद्योगपति और देश के ही इन्वेस्टर देश में ही पैसा नहीं लगा रहे ?कुल जीडीपी का १०गुना से ज्यादा कालाधन भ्रष्टाचारियो के यहाँ जमा ?ऊपर से देश में अराजकता का माहोल ?न सिर्फ साम्प्रदायिकता वरन जातियों का जहर भी देश की हवाओ में घोला जा रहा है ? सालो से चली आ रही भ्रष्ट साशन व्यवस्था ! अनुपयोगी ढेर सारे विभाग जो आम आदमी के शोषण तक सीमित है !, संवैधानिक ,वैधानिक अधिकार भीड़ तंत्र में खो गये और ,न्यायिक व्यवस्था में कोई परिवर्तन नही ? कालाधन के और व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर सरकार बनाने वालो ने इन बातो का नाम छोड़ दिया ! और सर्जिकल स्ट्राइक ,राष्ट्रवाद और कश्मीर के नाम का शगूफा छोड़ दिया , एक और बीफ के नाम फैलाई जा रही साम्प्रदायिकता तथा दूसरी और देश में राष्टवाद का गुलाल देश की जनता की आखँ में उड़ेल दिया ! उस पर ये सिलसिला देश का प्रधान मंत्री स्मार्ट सिटी ,डिजिटल इंडिया,और विदेशो के निवेश पर आधारित मेक इन इंडिया की बात बड़े घमंड से पूरी दुनिया में करते फिर रहे !
रुपया गिर रहा , पेट्रोल डीजल और मंहगाई समाले नही संभल रही , जनता देश भक्ति के नाम के गुलाल से सनी आँखे मल रही !
रुपया गिर रहा , पेट्रोल डीजल और मंहगाई समाले नही संभल रही , जनता देश भक्ति के नाम के गुलाल से सनी आँखे मल रही !