Sunday 24 November 2019

बीजेपी की सरकार बनना तय है.. जिसे किसी भी तरीक़े से रोकना संभव नहीं है ।


अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटाना इतना आसान भी नहीं जितना लोग समझ रहे हैं । जब कोई प्रक्रिया चल रही हो उस बींच में आप किसी को हटा नहीं सकते , जब तक कि वह स्वयं ही इस्तीफ़ा न दे , कोर्ट इसे ग़ैर क़ानूनी मानेंगा इसीलिए शरद पवार चाहते थे , अजित पवार विधायक दल के अध्यक्ष पद से स्वयं इस्तीफ़ा दें । लेकिन चतुर अजित पवार ने इस्तीफ़ा नहीं दिया है.. उन्हे पवार ने हटाया है जो कि ग़ैरक़ानूनी है , जब विधानसभा में मत विभाजन होगा तब अजित पवार व्हिप जारी करेंगे , जिसे मानना एनसीपी के विधायकों को अनिवार्य होगा , अन्यथा उनकी विधायिकी चली जाएगी । यह पेंच फँस गया है , एनसीपी के लिए और अब बीजेपी की सरकार बनना तय है.. जिसे किसी भी तरीक़े से रोकना संभव नहीं है । यह कूटनीति शरद पंवार जानते है , उन्होंने , अपने आप को मराठा छत्रप साबित कर दिया ,  आगे सुप्रिया बनेगी  केंद्रीय मंत्री एनडीए में शामिल होगी , एन सी पी , अजित सुरक्षित , सुप्रिया   स्टेबिलिश  , कांग्रेस को जाते जाते भी एक झटका और दिया ! ! और उद्धव को समेट दिया है !

Sunday 17 November 2019

शिव सेना को फडणवीस से अदावत हे

 शिव सेना  को  फडणवीस  से   अदावत   हे  क्योकि    राजनैतिक   हलकों में  ये बात तो जग  जाहिर  थी की   शिव सेना ज्यादा   सीटे  लाएगी तो  डिमांड  बढ़ाएगी , इसलिए  देवेंद्र फडणवीस  ने  ३० सीटे  प्रभावित कर    शिवसेना   को नुकसान पहुंचाया , हराया !!

Saturday 2 November 2019

" दिग्विजयसिंह , सत्ता में हिस्सेदारी लेगा , या संगठन की जिम्मेदारी लेगा "!! "!!

दिग्विजयसिंह सिंह ने  कांतिलाल भूरिया   के  जरिये  कांग्रेस  राजनैतिक  बिसात  पर  उड़न चेक  सिधिंया  और  कमलनाथ   दोनों   को मारी  है ! आदिवासी   ट्रंपकार्ड  ही   सिंधिया   जैसे   इक्के   को  काट सकता  है   !   क्योकि   प्रदेश का मुखिया  स्वर्ण है  , तो प्रदेश में कांग्रेस  प्रमुख आदिवासी   या  एस  सी  एसटी   होना  , कांग्रेस  की निति रीती रही   है ! , और  यदि  दोनों ही  स्वर्ण   है  तो  प्रदेश  के   कद्दावर आदिवासी  नेता  को      उप  मुख्यंत्री  तो  होना लाजिमी    हो  ही  जाता ,है   और  सोनिया  गांधी    भूरियाजी   के  राजनैतिक  कॅरियर को भलीभांति  जानती  व्  भूरियाजी  को  पहचानती  है !   " दिग्विजयसिंह   भूरियाजी   के जरिये ,  या  तो   सत्ता  में  हिस्सेदारी  लेगा , या संगठन की जिम्मेदारी  लेगा   "!!