Friday 29 May 2015

आरक्षण समय की मजबूरी थी !



   

आरक्षण   एक अस्थाई   व्यवस्था  थी  समय की मजबूरी थी क्योकि  मुस्लिमो की तरह  दलितों के लिए
भी अलग राष्ट्र  की मांग उठ रही थी ! और  मुस्लिमो  से  सामना  करने को   दलितों का साथ  तब  भीं
जरूरी था  आज भी  जरूरी है  ! यदि  आरक्षण  का प्रलोभन  न देते  तो  ये धर्म  परिवर्तन  कर लेते  ऐसे  में हिन्दुओ का  अस्तित्व  संकट में  पड़  सकता  था  पड़  सकता है  ! अत:  आरक्षण  हमारी  नियति  बन  
चुका है  इसे  सहर्ष  स्वीकारना  हमारी  मजबूरी है  ! वरना  साम्प्रदायिक   तनाव   के  वातावरण   से  जूझ
रहे   देश   को   वर्ग   संघर्ष  की  आग  में  धकेलना  समय   और   परिस्थिती  के  अनुसार   उचित नही  !
अत:  आरक्षण  समाप्त   करने   की   बजाय   आरक्षण   आर्थिक   आधार पर   निधारित   करने की  मांग
उठाना   श्रेयस्कर  होगा !
कड़वा   सच   ! 

Thursday 28 May 2015

राहुल की राजनीती फीकी है सरस नही !

राहुल  की  राजनीती   फीकी   है   सरस  नही  ! क्योकि  ये   भावना  प्रधान देश हे  और  सोनिया   राहुल  को  लोगो  की भावनाओ  को  भड़काना नही आता  वे  दोनों इसीलिए   असफल    है !  जबकि    इसी  हथियार  से
प्रियंकाजी ने  माँ   बेटे  को  जीत   दिलवाई  ! राहुल के लिए  बेहतर है  लोगो से   भावनात्मक  रूप से जुड़े  बाप
और दादी की शहादत   को   नजर  अंदाज  न करे  और   मोदी का नाम  लेना  बंद करे  जनता खुद  बखुद
शौर   मचाएगी  लेकिन आप   आलोचना करोगे  तो सिम्पेथी   मोदीजी के साथ जाएगी  ! और जनता आप को
अपने कायर्काल का आईना  दिखाएगी  इन सब बातो को  ठंडी  होने तक  अपने संगठन को   ग्रास  रूट  तक
मजबूत करो  !  देशहित   में अच्छे    कार्यो  की  प्रशंसा  करने   की   आदत   डालो  जनता की  सहानुभूति
मिलेगी  क्योकि भारत  का  लोकतंत्र   नीतियों  से नही  दिल   से   चलता   है  दिल जितने की   कला  आना
चाहिए  ! दिग्गी  की  तरह   मीडिया  में बने रहने के लिये   उलुल  जुलूल  ब्यान बाजी कर  अपने प्रति
लोगो में  नफरत   पैदा  करने   के बजाय   चुप रहकर   समय का  इंतजार करना  बेहतर है  !    

Sunday 17 May 2015

औछे की संगत अटारी से मरना !

 विदेशी  तिकड़म  बाजी में  धुँवाधार  बल्लेबाजी  करने  वाले  नरेंद्र मोदी  को  याद रखना चाहिये  की  मारने के
चक्क्रर  में  अक्सर   कैच हो जाता हे  ! चायना  की  चासनी  कड़वी  निकलेगी  यह  पुराना  अनुभव कहता हे !
जवाहलाल  नेहरू  का चायना  में  इस्तकबाल  और  हिन्दू   चीनी   भाई भाई   के नारे  लगा चुके हे  !लेकिन  अपनी  अधिनायकवादी  नीति   विस्तार की  लालसा   के  कारण  अप्ररिपक्  भारत को  युध्द  की  विभीषिका  को  झेलना पड़ा ! मोदीजी  आप अभी आये हो  आपसे देश को बहुत उम्मीदे हे  अपना काम करो  जब इनके  बराबरी  में  आजायेंगे इनसे रिश्ता बनाएगे  ! पूरी  दुनिया  मोदीजी व्यापार  करने  तैयार  खड़ी  हे   अपने को इस  दुकान पर अभी जाना नही  जब   खुल्ले  पैसे  होगे  तब जायेगे  इसको  अपना  हजार का नोट  बताना नही  अपने  यहां   मालवी में   नसीहत हे    ओछे की    संगत   याने  स्वार्थी  धोखेबाज  से  दोस्ती करने के बजाय
अटारी से मरना  याने कटार   से खुदख़ुशी   करना बेहतर   हे  !  आगे    भगवान   आशुतोष  जैसी पेरणा दे   !