Monday 19 December 2016

राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरशित किया जाए ?

सिंहस्थ मेले के दौरान ही सी एम शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए थे। सरकारी या दान की जमीनों पर बने मंदिरों को सरकारी घोषित कर दिया जाएगा ? और इन ​मंदिरों में सेवा कर रहे पुजारियों की जगह नई नियुक्तियां होेंगी। नियुक्ति के अधिकार नगरीय निकाय या ग्राम पंचायत को मिलेंगे। कुल मिलाकर मंदिरों में अब राजनीति होगी।और सरकार समाज में ब्राह्मणों का मान सम्मान और स्वाभिमान को नष्ट कर मनुवादियो का सत्यानाश कर दलित अर्जेन्टा और तुष्टिकरण हेतु काम कर ही है / इसके लिए कानून का प्रारूप तैयार किया गया है,? जो विधानसभा के बजट सत्र में पटल पर रखा जाएगा। जैसा कि होता आया है। विधानसभा में हंगामे के बीच यह कानून पारित भी हो जाएगा ? शिवराज मोदी की लोकप्रियता का लाभ ले ? ब्राह्मणों को लात दे l लोकप्रिय नेता बनने चले है ? भोपाल के पत्रकार मनोज तिवारी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में ऐसे 25 हजार से ज्यादा मंदिर होने का अनुमान है। इनमें से 21 हजार की सूची तैयार कर ली गई है। इसका प्रारूप वरिष्ठ सदस्य सचिव समिति को भेजा जा रहा है। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस प्रारूप पर अभी काम चल रहा है।
पुजारी, व्यवस्थाओं में सुधार ?
फिलहाल प्रबंधन व व्यवस्था में बदलाव नहीं होगा। संचालन के लिए हर मंदिर की अलग समिति होगी, जिसका प्रबंधन कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार संभालेंगे। इसमें स्थानीय लोग भी होंगे।
पुजारियों की नई नियुक्ति होगी ?
जो पुजारी अभी काम कर रहे हैं अयोग्य पुजारी होने पर नई नियुक्ति होगी। स्थानीय निकाय पुजारी नियुक्त कर सकेंगे। गांव में यह अधिकार ग्रामसभा को होगा। सरकार ने इसमें यह तय नहीं किया है कि पुजारी का पद ब्राह्मण समाज के लिए ही आरक्षित होगा।
कलेक्टर कर रहे मंदिरों का चयन
जिलों में मंदिरों का चयन कलेक्टर करेंगे। सूत्र बताते हैं कि 40 कलेक्टरों ने काम पूरा कर लिया है। अभी मंदिरों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गया है ? ब्राह्मणों से उनके पुजारी होने का अधिकार भी छीना जा रहा है और   व्यवस्था अनुसार  अन्य तबको  गेर  ब्राह्मणों  को पुजारी नियुक्त किया जाएगा ? राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की माँग है पुजारी पद ब्राह्मणों के लिए आरशित किया जाए  और केवल ब्राह्मणों को  पुजारी नियुक्त किया जाए अन्यथा  अपने अस्तित्व  के संधर्ष हेतु   ब्राह्मण  समाज  तैयार रहे ?  

Tuesday 13 December 2016

आपरेटर चाहे कितना भी अच्छा हो मशीन तो भ्रष्टाचार का जंग खाई हुई है //

  समूचा विपक्ष चीख चीख कर कह रहा मोदीजी ने नोटबंदी के पहले पूरी तैयारी नही की ? लेकिन मोदीजी ने कहा था हेराफेरी से कुछ होने वाला नही ये कागज के टुकड़े हो गये ? ये बात अब सही हो रही रोज लोग पकड़े जा रहे बेकिंग में गड़बड़ करने वालो का निचे से ऊपर तक चिठ्ठा तैयार है / अभी एक साथ इतनी कार्यवाही संभव नही वरना ई डी आय टी सीबीआई रा यहां तक की प्रायवेट डिटेक्टिव एजेंसियों से भी स्ट्रिग आपरेशन कराये जा रहे है रोज नोट पकडे भी जा रहे ? सोने और संपती में भी घुसे लोग भी नही बच पाएंगे ? लेकिन क्या करे यार आपरेटर चाहे कितना भी अच्छा हो मशीन तो भ्रष्टाचार का जंग खाई हुई है ?
 

Sunday 11 December 2016

अहंकार के वशीभूत हो वो देवत्व तो क्या अपनी इंसानियत भी खो देता है ?

 व्यक्ति    स्नेह  त्याग समर्पण  और   सद्भावना  के  अतिरेक में    अपना  प्रभाव   तक  का परित्याग  कर थोड़ी   देर  के  लिये  देवता  तुल्य    हो  जाता   है  ?  और   नई   पीढ़ी   को   जिम्मेदारी   देकर    आगे   आने  का   रास्ता  देने  के   बाद  उनकी  प्रतिभा  और  सफलता से  उद्धेलित   और  असुरषा की  भावना   से  मन   ग्रसित  करने   लगता  है ? ऐसी   विचलित   स्थिति में  अपने  अहंकार  के   वशीभूत हो  वो  रास्ते  में  काँटे  बिछाकर    अपने  देवत्व   तो  क्या   वो   अपनी   इंसानियत  भी  खो  देता  है  ?  जैसा  मिस्त्री  के साथ  टाटा  ने  और  अखिलेश  के साथ मुलायमसिह ने   किया /  ओरो  ने  भी  देश  काल  परिस्तिथियो   के  अनुसार  तुम्हारे हमारे  साथ  भी  किया  ??????????          

Monday 5 December 2016

इस देश के राजनैतिक भगवान ?

कड़वा सच ?  /// ? यह देश युगो तक मुगलो का गुलाम रहा वर्षो अंगेजो का फिर कांगेस का क्योकि हम मूर्ति पूजक लोग है हम साकार स्वरूप को पूजते हे निरंकार को नही इसलिये सिंदूर लगा पत्थर भी हमारा भगवान हो जाता है ! यही कारण हे व्यक्ति पूजा में हमारी सहज आसक्ति हो जाती है और हमे भी पता नही चलता ! इसीलिये इस देश में कई संत महात्माओ को अवतार मान पूजा जाता है / वही यहाँ की जनता अलग अलग क्षेत्रो में कामयाब लोगो को भगवान का दर्जा देने में भी देर नही कर करती क्रिकेट के क्षेत्र में सचिन तेंदुलकर और बॉलीवुड महानायक अभिताभ के तो मन्दिर बन चुके है और राजनीती के क्षेत्र में जयललिता की भी यही स्तिथि तमिलनाडु में रहेगी / इसीलिये  भारत की राजनीती भी व्यक्तिवाद पर आधारित है पहले देश ने गांधी नेहरू का फिर इंदिराजी का फोटो चला विपक्ष की मजबूरी थी उसके पास फोटो नही था ! इंदिराजी और राजीव ग़ांधी की मौत के बाद विपक्ष के पास  राम  का  फोटो हाथ लगा  अटलजी का फोटो  साथ रहा तीन चुनाव में अच्छी सफलता मिली फिर फोटो विहीन विपक्ष के सामने सोनिया, राहुल  ,प्रियंका का फोटो चला दस साल सरकार चली ! अब मोदी का फोटो देश में चल रहा है वो भी भगवान बनकर ! अन्य राज्यों में मुलायम ममता कभी मायावती लालू चलते रहे है ! केजरीवाल ऐसी श्रंखला में चल पड़े थे अगर सही चलते तो उनके फोटो में विकल्प की आपार संभावना थी लेकिन वो दिशाहीन हो गये ? नीति निर्धारण विकास महंगाई घोषणा पत्र राजनीतिक पार्टी सब गौण है ! फोटो महत्वपूर्ण है इस बात को मोदी भली भांति जानते है देश की नब्ज पहचानते है ? इसलिये पब्लिसिटी और मीडिया मैनेजमेंट को बखूबी सम्हालते है ! ये बात केजरीवाल भी जानते है ! अत: अपने अलावा आप में वो किसी को नही मानते है !
लेकिन इनके सामने प्रियंका गांधी अभी  भी सबसे बड़ी चौनोती बन सकती है ? क्योकि उसमे अपनी दादी इंदिराजी का अक्स नजर आता है और वो पीढ़ी अभी तो है जो इंदिराजी को जानती है, और जन भावनाओ को कुदेरना प्रियंका को भली भांति आता है / लेकिन देर हुई तो रामजी भली करे ?

Friday 2 December 2016

घरेलु आतंकीयो से कैसे निपटा जाता है ?

 कड़वा सच ?                                                                                                                                        ममता बेनर्जी  की  चीख  पुकार  अराजकता  और हिंसा फैलाने की धमकी भरे नापाक  इरादों  को  भांपते  हुए मोदीजी ने  पश्चिम  बंगाल में फ़ौज  को अभ्यास  के लिये / ट्रायल/ के लिये उतारा  की  ऐसे घरेलु आतंकीयो  से कैसे  निपटा जाता है ? सारे टोल नाके  और चेकपोस्ट  सेना ने अपने अधिकार में ले लिये ?