Monday 17 December 2018

हींग लगे न फिटकरी रंगा चौखा आये कोई कमलनाथ को बताये !!

 मान्यवर ,
        1       सिर्फ   इंदौर   में ही   कम से काम  नगर निगम  रिकार्ड  अनुसार  ५००  से अधिक  अवैध  कालोनिया  है ! इसमें से   विधान सभा  क्षेत्र  क्र 1   में  200  से अधिक  अवैध  कालोनिया  है  ,जिसका कम से कम    5 0 00000 लाख  स्केअर फुट से भी  अधिक  एरिया होगा !
2  इस हिसाब से सारे मध्यप्रदेश में  अवैध कालोनियों का एरिया  कम  से कम  100  करोड़  स्केअर  फ़ीट  के लगभग होता  है !
    3   जहां  लोग पिछले  दस, पंद्रह,या कहि  कहि   तो 20  वर्षो  से अधिक समय से लोग निवासित  है ! इनके शानदार पक्के मकान  बने  जिनकी कीमत आज लाखो रु  है , और  नोटरी   के आधार पर  इनकी खरीदी बिक्री रोज   अनवरत  जारी  है !
4 , इतने   बीते   वर्षो   में   सरकार  ने और  स्थानीय निकाय ने  इन  अवैध कालोनिया को  सारी   मूलभूत  सुविधाओं  से सुसज्जित  कर दिया , बिजली ,  नर्मदा पानी , बोरिंग , कंक्रीट  सड़के , आवागमन के साधन ,  स्कूल , असपताल  ,  कुछ बाकी नहीं !
5   इन अवैध  कालोनियों में   शहर की आबादी का 40  प्रतिशत  भाग  स्थाई  रूप से निवासित  है , फिर चाहे भूमिया शासकीय  रेकार्ड में  ---:                                                                                                                              1  सीलिंग में वेष्ठित  साशकीय  घोषित  भूमि पर   हो ! 2 !  वर्षो   पुरानी डेड  हो  रही  विकास  प्राधिकरण की योजनाओ  की भूमि पर  हो !,३! वर्षो से मास्टर प्लान में ग्रीन बेल्ट  में पड़ी भूमियो पर हो ,! 4 ! बंद हो चुके या पूरी तरह सुख  चुके नालो की आस पास की  भूमिया  पर हो ,!5! वर्षो पुरानी मंदिर , दान , ईनाम ,या चरनोई की भूमि पर हो !
 इनकी पक्की स्थाई  वर्षो से  बसाहट ,  और इन्हे  उपलब्ध सारी  सविधाओ  और  विशाल जनसंख्या , अब इनका कुछ नहीं हो सकता , इन्हे साड़ी सुविधा और लाभ प्राप्त है ,-- लेकिन  साशन  को टोटल लास , इनसे कुछ  भी कर  डायवर्शन , सम्पति कर  , सफाई  कर ,  स्टाम्प डयूटी    अन्य  कुछ नहीं मिल रहा !

   यदि राज्य सरकार  वर्षो  से  बसी  इन अवैध   कालोनीयो   में  निवासित  लोगो से एफिडेविट  लेकर   वैधता का एक प्रमाण पत्र   प्रदान कर दे तो  अवैध बस्ती के लोग  50 रु  स्केअर फिट  का रु सहर्ष प्रदान  कर देंगे और कमल नाथ की जय कहेगे !
वैधता प्रमाण पत्र के  आधार पर आगे इन   सम्पतियो की  खरीद  फरोख्त  गाइड लाइन के हिसाब से स्टाम्प ड्यूटी के आधार पर हो ,तो आगे साशन को स्टाम्प ड्यूटी भी मिलने लगेगी !
 यदि मप्र  में   100 करोड    स्केअर    फीट  एरिया हो तो -- 50 रु स्केअर  फ़ीट से  50 हजार  करोड़ रु  राज्य सरकार को आसानी से  घोषित तय समय सीमा  में  प्रदेश  सरकार को प्राप्त हो सकता !
                             हींग  लगे  न फिटकरी  रंगा  चौखा  आये !!





  

Friday 2 November 2018

'' दिग्विजयसिंह का शै और मात का खेल !! ''

  ये बात तो  समय समय पर कड़वा सच ने  जाहिर  की थी  की दिग्विजयसिंह  को राहुल गांधी ने  तड़ीपार कर  रखा  है,  दबाव बनाने हेतु  नर्मदा यात्रा कर  130 सीटों  पर कांग्रेस का माहौल बनाया , टिकटार्थियो  ने  दम  लगाया  यात्रा को सफल बनाया  , राजा ने लाख कोशिश की  यात्रा समाप्ति पर राहुल गांधी  आ जाये  लेकिन नहीं  आया !  राहुल ने अपना सर्वे  करवाया  , ज्योतिरादित्य  सिंधिया  मप्र  में राहुल गांधी  का प्रतिनिधि  बन के आया ,  दिग्गी का समीकरण  गड़बड़ाया , फिर  दबाव  का  पैंतरा  अपनाया  ,  अपने  राजनैतिक  पार्टनर   से समीकरण  भिड़ाया ,  उन्होंने , प्रेमचंद  गुड्डू   को  कुछ समय के लिये अपनाया , बाद में राजा की चल गयी तो---------  !  नहीं तो  सक्षम  लोगो  के साथ   है , जिन्हे   मालवा निमार्ण   में  अपने  दलित नेता की चाह है !                 ''  पांचो  उगंली   घी  में      
                   और  सर  कड़ी में ''  !

Sunday 21 October 2018

ब्राह्मणों को लोन देकर इस क्षेत्र को बसाया जो ब्राह्मण बाहुल्य कहलाया,।


        सादर अभिवादन ,!
यह ब्यौरा   आपको  प्रेषित  करने वाला में धीरज दुबे एड , राष्ट्रीय  ब्राह्मण युवजन सभा  का राष्ट्रीय संगठन महामंत्री  इंदौर ! ब्राह्मण समाज का सक्रिय प्रतिष्ठित कार्य करता हु। इंदौर क्षेत्र 4 में  8000 ब्राह्मण सदस्यों की शेडूल बैंक मित्र मंडल सकरी बैंक का 18 साल संचालक और अध्यक्ष रहा हूँ ,। 
मुद्दे की बात यह है 48000।हजार ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र में हमारे  बैंक  से संबंधित हमारे जाती , समाज रिश्तेदारी  आस पड़ोसी  मिलाकर 8000  परिवार  याने  प्रति परिवार 4  के हिसाब से 32  हजार मतदाता तक एप्रोज है ! और इनमे अधिकतर  सारे  रिश्ते नातेदार है जो  सुदामा नगर  स्किम न 71   अन्नपूर्णा परिक्षेत्र में ही रहते है ! और  अधिकतर  जूनि इंदौर के मूल निवासी है !     हम सभी उप वर्गीय   ब्राह्मण समाजो  विषेशकर  श्रीगौड़ ,औदुंबर  सनाढ्य, कान्यकुब्ज  नार्मदीय  ,गुजरगोड़ नारमदेव  जो यहां बहुसंख्यक है ,  इन सब  जाती के  सक्रिय लोगो को साथ ले इस विधान सभा मे ब्राह्मणों के  एक्सट्रोसिटी  एक्ट  के  प्रति आक्रोश और विरोध  को लेकर ब्राह्मणो के  राजनैतिक अस्तित्व  के नाम पर  5 हजार  ब्राह्मण परिवारों अर्थात  20 वोटरों के पास जायेगे ! , अंतिम  बार यहां  कांग्रेस  को 32 हजार  की लीड रही  है ! अगर  10  हजार  वो वोट जो हमारा नहीं भाजपा का  था , हमे  ब्राह्मण  के नाम पर मिलता  है  तो 20 हजार की लिड  कवर होती है ! यही  फार्मूला सिंधी समाज में भी  अप्लाय  किया जाये  5 हजार  वोट  भाजपा के वहां से  छीन लिया जाये तो  कांग्रेस की जित सुनिश्चित है !  कांग्रेस  उम्मीदवार हेतु 20 हजार  वोटो  का हम   पारिवारिक सामाजिक व जातिगत समीकरण बनाने में  समर्थ है ,।
ऐसे माहौल में जब विभिन्न मुद्दों और स्वर्ण समाज आरक्षण के दंश से आक्रोशित है ,इस बीजेपी की अयोध्या को भेदा जा सकता हैं, लोहा गर्म है यदि कांग्रेस ब्राह्मण  और सिंधी समाज का हथौड़ा चलादे ।
हम किसी राजनीतिक  पार्टी के सदस्य नही ,लेकिन बीजेपी द्वारा सवर्ण ब्राह्मण सवर्णो की अंनदेखि वादा खिलाफी , सिंधी  समाज के वरिष्ठों आडवाणी , जेठमलानी  का अपमान, व्यापार व्यवसाय का खस्ता हाल,  असंतोष का फायदा  उठाये !  एससी एसटी एक्ट के कारण ब्राह्मण   अपनी शक्ति इस क्षेत्र में दिखाने हेतु आतुर है ,। विभिन्न ब्राह्मण उपजातीय वर्ग  के लोगो का मन्तव्य हमारे साथ  है ,उ विभिन्न  जातिगत संगठनों ने हमारे इस प्रयास की सराहना की है और   साथ देने हेतु वचन बध्द है । आप समय देगे तो पूरा विस्तृत वर्णन प्रस्तुत करने हेतु हम  तत्पर पर है ।
ये सुदामा नगर क्षेत्र पहले अवैध कालोनी था बैंक यहां लोन नही देती थी ,सबसे पहले मित्रमंडल सहकारी बैंक ने ब्राह्मणों को लोन देकर इस क्षेत्र को बसाया जो ब्राह्मण बाहुल्य कहलाया,। लेकिन दुर्भाग्य से एनपीए में आने से बैंक लिक्विडेशन में है ! लेकिन इससे लाभान्वित हुए 8 हजार परिवार आज भी यहाँ निवास करते है जिनसे वर्षो से पारिवारिक परिचय है और ,बहुतो से तो जीवित सम्पर्क है ! 
                                                                                                             / धीरज दुबे एड ,/
                                                                                                                पूर्व  अध्यक्ष
                                                                                                     मित्र मंडल सहकारी बैंक ली
                                                                                                                 ! इंदौर !

Wednesday 10 October 2018

 अद्वितीय  प्रतिभाशाली ,प्रखर वक्ता ,ब्रह्म  मातृशक्ति , बहन श्रीमती Priyanka Chaturvedi जी को मध्य प्रदेश चुनाव मे कांग्रेस की मीडिया प्रभारी बनाये  जाने पर कोटि कोटि शुभकामनाएं एवं बधाई....!!!!

Friday 5 October 2018

/ शनिवार 7 अक्टुम्बर 2018 / ये सरकार तो औरंगज़ेब की भी बाप हो गयी ?

कड़वा सच
 
  /  शनिवार 7 अक्टुम्बर 2018 /
ये सरकार तो औरंगज़ेब की भी बाप हो गयी ?
मोदी और  शाह  देश और पार्टी को वोटो  के सौदागर की तरह चला रहे  ?, बाबा रामदेव  योग  शिविर  छोड़  डिस्ट्रीब्यूटरो  को   सेल्स   के गुण   सीखा रहे ? सारे चुनावी  वादे  कहाँ गये  दो करोड़  रोजगार  जो हर साल पैदा  करने का वादा किये , नौजवान बच्चे  मन्दी की मार  से  पन्नाह  मांग  लिये ,  छटनी की तलवार पर जीवन काट रहे ? नोटबंदी   फेल  हो गयी ,  बैंके   निढाल हो गयी   लडख़ड़ाती  बैंको  के लिए मिनिमम  बेलेन्स  मेंटेन  न करने पर पेनल्टी   बैंको  को बचाने हेतु  ढाल हो  गयी , खबर है कि पिछले चार सालों में 21 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी क्षेत्र के तीन बड़े बैंकों ने बचत खातों में मिनिमम बैलेंस न रख पाने वाले कस्टमर्स से कुल 11,500 करोड़ रुपये की कमाई की है,  आखिर कार माल्या ओर नीरव मोदी के घोटालों से डूबी रकम की भरपाई जो करनी है , अपनी जमा रकम पर  अपन  जजिया  कर  दो  , ये सरकार  तो  औरंगज़ेब की  भी  बाप हो गयी ?

Tuesday 2 October 2018

'' संभावना है कि भाजपा उतरा अधिकारी पैटर्न पर करेगी टिकिट वितरण '' !

मध्य् प्रदेश  के  हालात को देखते  हुये ,   केंद्र से लेकर  प्रदेश के   दिगज्ज  भाजपाई   जो अपने  उत्तराधिकारी को  विधान  सभा   चुनाव लड़ाना चाहते , मौका  दे  दिया जाता है ,तो  कोइ  हर्ज नहीं  इतने  बड़े दिग्गज  के वंशज अपनी  सीट  तो जीतेंगे  ही  , आस  पास   की सीटों पर  भी फर्क पड़ेगा , सब दिग्गजों को जुटना पड़ेगा, और  कोइ  ऊंच नीच  हुई  तो   शिवराज   अकेला हंसी  का पात्र  फिर    नहीं बनेगा ,!

Friday 28 September 2018

सारी मुद्रा फिर ब्लैक मनी में तो नही बदल रही हैं !

नोट बन्दी करने का सबसे सॉलिड कारण जो गिनाया गया था वह यह था, कि अर्थ व्यवस्था में कैश की तादाद काफी ज्यादा हो गयी हैं , यह खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है , अत:  नोट  बन्दी  कर  कैश लेस अर्थ व्यवस्था की तरफ जाना  जरुरी है , लेकिन नोट बन्दी को   दो साल भी पूरे नही हुए है,  ओर कैश का फ्लो नोट बन्दी के  पहले से भी बहुत आगे बढ़ गया है ! अब सवाल यह खड़ा होता हैं कि नोट बंदी के समय  सिस्टम में सिर्फ 7.8 लाख करोड़ की मुद्रा  चलन में थी , और  आज लगभग 19 लाख करोड़ की मुद्रा चलन में  आ चुकी है !   ऋण देने को लेकर बैंकों की चिंताएं बढ़ रही हैं ,और तरलता के कड़े हालात को लेकर चिंता का माहौल हैं ! डिजिटल पेमेंट भी   काफी  बढ़े हैं ? तो यह सारी मुद्रा कहा चली गयी हैं , क्या सारी मुद्रा फिर ब्लैक मनी में तो नही बदल  रही हैं !

'' मोदी के विकल्प के रूप में गडकरी का नाम '' !

राष्ट्रीय सेवक संघ कभी व्यक्तिवादी नहीं रहा न किसी व्यक्ति पर कभी निर्भर होगा , वो एक विचार धारा है ! और इसीलिए , मोदी की व्यक्तिवादी राजनीती , कारपोरेट जगत से गहरी दोस्ती संघ को रास नहीं आ रही , अपने राजनैतिक अंहकार के चलते जिस तरह मोदी ने एक और शिवसेना , अकाली ,नितीश से पल्ला झाड़ना शुरू किया वही दूसरी और संघ के अनुवांशिक संगठनों विश्वहिंदू परिषद , स्वदेशी मंच , वनवासी आश्रम ,बजरंग दल संस्कार भारती , कॉमन सिविल कोर्ट , हिन्दू राष्ट्रवाद ,आदि को लूप लाइन में डाल कमजोर कर दिया ! वो समय दूर नहीं जब मोदी अपनी लोकप्रियता के बल पर , देश के अन्य राजनैतिक दलों केसाथ साथ आर एस,एस के लिए भी चुनौती न बन जाये,और अमित शाह की प्रलोभनकारी राजनीती की चासनी संघ के स्वयं सेवको को आदर्श , राजनैतिक शुचिता सस्कार , निष्ठां हिन्दू राष्ट्रवाद ,देश प्रेम से दूर व्यक्तिवाद के करीब ले जाय ? इसलिये भावी नेतृत्व हेतु ,नितिन गडकरी को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है ?

Monday 10 September 2018

महंगाई की सारे भारत मे हा हा कार ।। शर्मिंदगी तो महसूस करो यार ।। वरना कहना पड़ेगा बेशर्म है ये सरकार ।।

कितने शर्म की बात है कि  सारे देश  का आम आवाम  मंहगाई  की मार से  हां हां कार  कर रहा ,वहां  सरकार  के जवाबदारों  को  कुर्सी के गणित और वोटो की गिनती के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा !    भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में  अहंकार पूर्ण लहजे में खाली गठबंधन की बात की गयी , गठबंधन चलेगा नहीं, टिकेगा नहीं.!.   आज तक सत्ता में जो पार्टी होती है वो कार्यकारिणी में चिंता करती है कि देश में आर्थिक रूप से क्या हालात हैं, सामाजिक रूप से क्या हालात हैं, क्या हालात हैं महंगाई के, क्या-क्या समस्याएँ जनता की है, क़ानून व्यवस्था कैसी है। कार्यकारिणी की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होती है , अपने चुनावी घोषणा पत्र  का मिलान करो।  लेकिन सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को  येन केन प्रकारेण दलित  वोट बैंक की चिंता है।
 इसलिये  कहना पड़ेगा सरकार बेशर्म हो गयी !

Thursday 30 August 2018

पचास साल तक इस कानून में बदलाव की गुंजाइश नहीं ?

  दलितों को साथ रखने के लिये क्या कम सहन करना पड़ रहा पीढ़ियों से सवर्ण समाज को ,हमारा गुस्सा ये है की  जब  सुप्रीम कोर्ट मानती है , कि एस सी एस एक्ट का दुरुपियोग हो रहा है , इसलिए गिरफ्तारी से पहले जांच होनी चाहिए , क्या गलत था ?, न्यायपालिका ओर कानून को अपना काम करने देना था । अध्यादेश लेकर इसे कानून बनाने की चुनावी जल्दी  मोदी ने क्यो की सारे देश का स्वर्ण हिन्दू दलित सभी तो आपके साथ था ,ये तो न्यायालय का निर्णय था । आपने वी पी सिंह की तरह दलित मसीहा बनने की अति महत्वकांशा की जल्दी में संघ के अर्जेनटे को भी खंडित किया न्यायपालिका और संविधान की अवमानना की , बिना सुनवाई गिरफ्तारी , 6 माह तक जमानत का प्रावधान नही पचास साल तक इस कानून में बदलाव की गुंजाइश नहीं ? ऐसा जजिया कानून तो मुगलो और अंग्रेजो ने भी नही बनाया ,जीवन भर के लिए सवर्णो की दूसरे दर्जे की नागरिकता ओर इस एक्ट के लोगो का गुलाम बना दिया ।

Wednesday 29 August 2018

आपका ये तोहफा सवर्णो को सदा याद रहेगा ?

     `+
  दलित सम्राट  ,मोदीजी का धन्यवाद  , एससी , एसटी  एक्ट  से  सवर्णों को कुचलने व तहस नहस करने  के लिये ,  सदियों  हमारा  उत्पीड़न होता रहेगा  ?  आपका ये तोहफा  सवर्णो  को सदा याद रहेगा    🙏🏽🙏🏽🙏🏽
हम हैं ही इसी लायक क्योंकि----
"सबका साथ सबका विकास ...!
और सवर्णो का करो सर्वनाश ...!!
 भारतीय सर्व  समाज  आपसे कुछ सवालों के जवाब जानना चाहता है कि------?
 👉🏾 क्या बगैर एससी एसटी एक्ट  के सवर्ण ने एससी एसटी का कभी कत्लेआम मचाया है----? 
👉🏾 क्या माननीय उच्चतम न्यायालय का फैसला लोकतंत्र के खिलाफ है,  यदि हां तो चीफ जस्टिस पर महाभियोग लगाकर हटा दीजिए----?
👉🏾 यदि संसद माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले को बदलने में सक्षम है तो फिर धारा 370 और राममंदिर निर्माण में देरी क्यों----? 
👉🏾 *यदि एससी एसटी के उग्र आंदोलन से  और  कन्हैया कुमार की फिरकी से घबराकर ही सवर्ण को कुचला जा रहा है तो क्या सवर्ण भी उग्ररूप धारण कर ले--- 
👉🏾 यदि  मोदी  सरकार को भी ऐसी घटिया और वोट बैंक की राजनीति करनी है, तो स्वर्ण कांग्रेस से परहेज क्यों करें---? 
👉🏾 आपका देश प्रेम दलित प्रेम में कैसे बदल गया----?
👉🏾 विधेयक बनाने से पहले क्यों न एक रिहर्सल कर ली जाए कि दलित राष्ट्रपति द्वारा सवर्ण प्रधानमंत्री पर ही पहला एस सी केस दर्ज करवा दिया जाये----जांच तो बाद में होती रहेगी-----? 
👉🏾 क्या बगैर जांच के आरोप मात्र पर ही सांसदों विधायकों की गिरफ्तारी का विधेयक भी संसद द्वारा पारित किया जा सकता है---? 
👉🏾 लोकतंत्र के लिए 56 इंच का सीना आपने तो नहीं दिखाया लेकिन माननीय उच्चतम न्यायालय ने दिखाया तो आपने उसकी  अवमानना  कर  संविधान की मूल भावना का गला ही दबा दिया------
👉🏾 क्या इस देश का सवर्ण आतंकवादियों से भी ज्यादा खतरनाक है---?
👉🏾  मित्रो , प्रजातंत्र की गाडी का स्टेरिंग भीड़ तंत्र के हाथ होता है ! और देश के भीड़ तंत्र ने एक बड़ी प्रजातांत्रिक क्रान्ती व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर इस उम्मीद से की है की मोदी में वो मादा है ! जो सत्ता की परवाह किये बिना लोकशाही में जनहित के क्रांतिकारी निर्णय ले सकते है, और उनकी लोकप्रियता को कोई सामुदायिक समीकरण प्रभावित नही कर सकता ! देश के सवर्ण समाज ने आप में विश्वास जताया लेकिन आप भी बेवफा निकले----खैर , अंग्रेज नहीं रहे , सिकंदर नहीं रहा , रावण और कंस  नहीं रहे,  आप कब तक -----? लेकिन जो सवर्णो  के साथ कर जाओगे , वो मुसीबत  हमारे लिये मरते दम तक ?
व्यथित मन से "वन्देमातरम्"

Tuesday 28 August 2018

अपने आपको , दलित सम्राट कहलाने के ख़्वाब संजो रहा !

कड़वा सच !
 आरक्षण  के तीर  का दंश हर समाज जात  बिरादरी को चुभ  रहा है ! लेकिन समझदारी से समाज में वर्ग संधर्ष की स्थिति न बने अत: सभी  वर्गो ने आरक्षण  देने की  1957  में संविधान सभा के प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार किया था !, क्योकि आरक्षण  एक अस्थाई   व्यवस्था  थी  समय की मजबूरी थी क्योकि  मुस्लिमो की तरह  दलितों के लिए भी अलग राष्ट्र  की मांग उठ रही थी ! और  मुस्लिमो  से  सामना  करने को  दलितों का साथ  तब  भीं जरूरी था  आज भी  जरूरी है  ! 
            ये बात शाश्वत सत्य है की  बिमारी का इलाज एन्टी बायटिक दवाई से होता है , लेकिन उसके साइड इफेक्ट को रोकना  भी जरुरी होता है , आप  समाज के दलित शोषित वर्ग हेतु  एसी ,एसटी एक्ट  बनाइये उन्हें सुरक्षा दीजिये , लेकिन उसे हिन्दू , मुस्लिम, सिख ,सिंधी  वैश्य  क्षत्रिय सहित अन्य वर्गो     के लिए आतंक व् ब्लेकमेलिंग  का पर्याय  मत बनानाईये !  उसमे निर्दोष के लिये 5  लाख का  मुआवजा  झूठी  शिकायतकर्ता  से दिलवाइये , अन्यथा   पांच वर्ष के सश्रम कारावास  का प्रावधान जुडवाइये ! इसमें  , एसी ,एसटी  के लोगो को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिये , और  निर्दोष  स्वर्ण को भी सुरक्षा मिलना चाहिये !
  लेकिन  इसके लिये जरूरी  है  सभी जाती के लोग अपनी संगठित शक्ति दिखाये प्रजातंत्र की गाडी का स्टेरिंग भीड़ तंत्र के हाथ होता है !और देश के भीड़ तंत्र ने एक बड़ी प्रजातांत्रिक  क्रान्ती व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर इस उम्मीद से की है की मोदी में वो मादा है ! जो सत्ता की परवाह किये बिना लोकशाही में जनहित के  क्रांतिकारी निर्णय ले सकते है, और उनकी लोकप्रियता को  कोई सामुदायिक समीकरण प्रभावित नही कर सकता !  लेकिन बदले में  नरेंद्र मोदी देश के आवाम को निराशा हताशा ,और एससी , एसटी  एक्ट के लोगो की गुलामी स्वर्ण  हिन्दू  , ओबिसी और मुस्लिम को दे रहे   , और  अपने आपको  स्वम्भू  दलित सम्राट  कहलाने के ख़्वाब संजो रहा !

Thursday 23 August 2018

राजनैतिज्ञों शर्म करो, गंगाजी में जाकर डूब मरो !!


कड़वा सच ? 
उत्तर प्रदेश के शान , देश में सवर्णो की आवाज बुलंद करने वाले एक मात्र साहसी युवा विधायक कुन्डा माननीय श्री रघुराज प्रताप सिंह जी "राजाभैया" जी ने SC St act को खत्म करने के लिये लखनऊ में सवर्णो के जन आन्दोलन में शामिल होकर राजनैतिक ईमानदारी का परिचय दिया ! अपील की, सभी संवर्ण राजनेताओ को निहित स्वार्थ से ऊपर उठकर समाजहित में इस एक्ट का विरोध करने के लिए आगे आना चाहिये , इस एक्ट से समाज में नफरत फैल रही है, और इससे बेगुनाहों को जेल होगी ,ब्लेकमेलिंग तथा सवर्णो के उत्पीड़न के हथियार होगा ये एक्ट ,अगर हम भीरु बन राजनैतिक स्वार्थवश खमोश रहे तो हमारी मुश्किलें और बढ़ेगी ., आने वाली पीडियो  को   हम अधीनता और दासता की जिंदगी दे रहे है !,न्यायापालिका का अपमान करके ! एक्ट पास होने के बाद हमारे बच्चो के पास , हमे कोसने के अलावा कोई रास्ता शेष  नहीं  बचेगा , न्यायपालिका से उम्मीद की किरण निकली  है ? जातिगत आरक्षण मुर्दाबाद

Tuesday 14 August 2018

आप हमारी भावनाओ का सम्मान करते

परम् आदरणी
मालिनी गौड़ , महापौर / मालिनी भाभी / आपको स्वयं विदित है अन्नपूर्णा से लेकर सराउंड बाबा रणजीत तक का '' धार्मिक उप नगरी '' में बड़ी संख्या में निवासित स्वर्ण ,सहिष्णु शाकाहारी, हिन्दू और उनमे सम्मिलत 42000 ब्राह्मण है ,! उनकी भावना है की इस क्षेत्र के फूठी कोठी चौराहे पर ब्राह्मण सपूत अमर शहीद '' मंगल पांडे '' की प्रतिमा स्थापित हो ,!
हमे आशा है आप हमारी भावनाओ का सम्मान करते हुये , हमारे प्रस्ताव पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर आज स्वतंत्रता दिवस के मोके पर अमर शहीद मंगल पांडे को इस शहर में स्थान प्रदान अवश्य करेगी ! धीरज -दुबे
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री
राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा !

Saturday 11 August 2018

मोदीजी ने वह मौका हम सवर्णो से छीन लिया, जिससे सवर्णो को इस देश में स्वाभिमान से जीने का मौका मिल जाता


आप जैसे शक्तिशाली प्रधान मंत्री से  जो , कहता    है  में पद लोलुप नहीं  ,उससे   ऐसी उम्मीद नहीं थी ,आपने देश के स्वर्ण मध्यमवर्गीयो हमेशा हमेशा के लिये घोर निराशा और अंधकार में धकेल दिया ?  मोदीजी ने यह   मौका हम सवर्णो से छीन लिया , जिससे  हम   सवर्णो को इस देश में   सम्मान और   स्वाभिमान से जीने का मौका मिल जाता , अगर आप सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना नहीं करते , चुनावी लाभ देख इतनी जल्दी कानून पास नहीं करते थोड़े दिन खमोश रहते , न्याय पालिका में आस्था रखते , तो आगे और न्यायपालिका इस आरक्षण संबंधी बिमारी का इलाज करती , लेकिन सुप्रीमकोर्ट की अवहेलना कर हमेशा हमेशा के लिये सामाजिक न्याय , व्यवस्था में बदलाव , धार्मिक मान्यताओ , परम्परा , रीती रिवाज , अन्य जनहित से जुड़े आने वाले कई मुद्दों पर अब न्यायपालिका खमोश रहकर अपना सम्मान कायम रखेगी ?
आप जैसे शक्तिशाली प्रधान मंत्री से जो , कहते है पद लोलुप नहीं ऐसी उम्मीद नहीं थी , आपने देश के स्वर्ण मध्यमवर्गीयो हमेशा हमेशा के लिये घोर निराशा और अंधकार में धकेल दिया ?

Thursday 9 August 2018

आप अपनी गलतियों से स्वर्ण समाज को गुलाम बना रहे ?

कड़वा सच ?                                                                                                                                         जितनी तेजी  मोदीजी ने  दलितों के लिए कानून बनाने के लिए दिखाई है इतनी तेजी धारा 370 और राम मंदिर के लिए भी दिखाई जा सकती थी जो कि आपकी पार्टी का मूल आधार है ।
आपसे एक विनती और है की सवर्णों को किसी भी दलित वाले मुकदमे में सीधे गोली मारने का कानून बनवा दीजिए जिससे सवर्णों का मानसिक उत्पीड़न तो कम से कम ना हो आप तो मायावती जी से भली भांति परिचित होंगे जिनकी पूरी राजनीति दलितों के लिए समर्पित है फिर भी उनकी लोकसभा सीटों की संख्या आप रोज देखते होंगे आप तो बुद्धिमान और दूरदर्शी भी हैं और आपके पास तमाम संसाधन हैं भारतीय जनता पार्टी को 2014 में मिले कुल वोटों का कितने प्रतिशत हिस्सा दलितों का था और कितना हिस्सा सवर्णों का था यह पता करा सकते हैं ।
सवर्ण जातियां कब तक राष्ट्रवाद के नाम पर आपको वोट देती रहेंगी , कब तक हिन्दुओ को मुसलमानो के नाम से  ड़राकर सत्ता सुख भोगते  रहोगे , और अब सत्ता के लिए जो   दलित स्वर्ण को बांटने की राजनीती करना देश व् समाज के साथ अपराध है  ?  आत्मविश्वास तो ठीक है लेकिन अति आत्मविश्वास अच्छा नहीं आप अपनी इन गलतियों से  स्वर्ण  समाज  को दलितों का गुलाम  बना रहे है , इस एक्ट के जरिये स्वर्ण   सदैव दलितों के अधीन होंकर  रहेगी !  ऐसा कला कानून तो अंग्रेजो भी नहीं बनाया, जो  हिन्दू  हितेषी  मोदी सरकार   ने  बनाया है ? जो   न्यायालय  पालिका  का विषय है    उसको न्यायालय के अधीन ही रहने दो !   में ही रहने दीजिए न्यायपालिक  का सम्मान कीजिये , और अगर कानून ही बनाना है तो सबसे पहले राम मंदिर के लिये  बनाईये,  जिसने आपको और आपकी पार्टी को देश में  सत्ता और पहचान   दी  है ! 

Wednesday 8 August 2018

तत्काल "सवर्ण आयोग" का गठन किया जाय।

                                                                                                                                                            मोदी  सरकार से निवेदन है कि मात्र दस साल के लिए लागू किया गया आरक्षण आज 70 साल बाद भी हटाने की   परिस्तिथिया  नहीं है !, तो ,आप  जो स्वपन  दिखाकर  खोखले राष्ट्रवाद की दुहाई देकर यहां तक पहुंचे हो  वो हम मध्ययम वर्गीय  अति सहिष्णु स्वर्ण हिन्दुओ  की वजह से  हो  , तो सवर्णो  के  अधिकार   सुरक्षित  कर    दिये जाय ?
 - सवर्णो के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एवं उनके उत्थान के लिए तत्काल "सवर्ण आयोग" का गठन किया जाय।
 -सवर्णो के विरुद्ध जातिसूचक/अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने पर, अथवा इतिहास की घटनाओं के आधार पर वर्तमान में किसी जाति को अपमानित करने पर 10 साल की जेल हो। सवर्णो के जातीय और धार्मिक विश्वासों के अपमान रोकने के लिये  स्वर्ण एक्ट   बनाया जाय।
- साहित्य, मीडिया,सोशल मीडिया, या सार्वजनिक सभा में  पुरानी जाति व्यवस्था, जातीय भेदभाव के लिये किसी वर्तमान सवर्ण जाति को जिम्मेदार ठहराना गैर-जमानती अपराध घोषित किया जाये।
-आरक्षण के कारण  सारी उम्र   बेरोजगारी का दंश   सहने  वाले सवर्णो को 20 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाये ।
- सवर्णो पर झूठे एससी एसटी एक्ट का आरोप लगाने एवं एससी-एसटी एक्ट की धमकी देकर मानसिक उत्पीड़न करने वाले को 10 साल तक की जेल हो और निर्दोष सवर्ण को 10  लाख तक का मुआवजा मिले।
- बेरोजगार सवर्णो को 20 लाख तक का बैंक लोन बिना गारंटी के , कम ब्याज पर दिया जाय,  आर्थिक  तंगी से झूझ रहे  स्वर्ण  मध्यमवर्गियों  का बैंक , सोसायटी ,सहकारी  संस्था से  लिया   कर्ज नहीं तो कम से कम ब्याज तो माफ़ हो ,
- प्रत्येक जिले में , सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों  में आदिवासी , अनुसूचित जाती हॉस्टलों  की तर्ज पर     सिर्फ सवर्णो के लिए विशेष हॉस्टलों  का निर्माण  हो  ।
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Tuesday 31 July 2018

कड़वा  सच  ? राष्ट्रीय सेवक संघ कभी व्यक्तिवादी नहीं रहा न किसी व्यक्ति पर कभी निर्भर होगा , वो एक विचार धारा है ! और इसीलिए , मोदी की व्यक्तिवादी राजनीती संघ को रास नहीं आ रही , अपने राजनैतिक अंहकार के चलते जिस तरह मोदी ने एक और शिवसेना , अकाली ,नितीश से पल्ला झाड़ना शुरू किया वही दूसरी और संघ के अनुवांशिक संगठनों विश्वहिंदू परिषद , स्वदेशी मंच , वनवासी आश्रम ,बजरंग दल संस्कार भारती धारा 370 , कॉमन सिविल कोर्ट , हिन्दू राष्ट्रवाद ,आदि को लूप लाइन में डाल कमजोर कर दिया ! वो समय दूर नहीं जब मोदी अपनी लोकप्रियता के बल पर , देश के अन्य  राजनैतिक दलों   के साथ साथ आर एस, एस के लिए भी चुनौती न बन जाये, अमित शाह की प्रलोभनकारी राजनीती की चासनी   संघ के आदर्श , राजनैतिक  शुचिता  सस्कार , निष्ठां राष्ट्रवाद , राम मंदिर , को डूबा ले जाय ? इसलिये  संघ  भावी नेतृत्व हेतु ,नितिन  गडकरी  को आगे बढ़ाने का  संध  का निर्णय  स्वागत योग्य है  ?

Sunday 29 July 2018

अवध प्रान्त गौ रक्षा प्रमुख /प्रभारी उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश विश्व हिन्दू परिषद श्री हेमन्त कुमार दुबे जी राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव उप्र प्रवक्ता लखनऊ से ,कमल पहलवान संदवाने ,एवं धीरज दुबे एड राष्ट्रीय संगठन महामंत्री से ,अपने इंदौर प्रवास पर हिन्दू हितों ,और रामनंदिर निर्माण के विषय में चर्चा !

इनके अच्छे दिन भी कभी आएंगे क्या यार ?

 
ब्राह्मण अब एक जाती नहीं रही पड़े पड़े लिखे बुध्दिजीवी , अति सहिष्णु स्वर्ण हिन्दुओ का वो मध्यमवर्ग है , जो अपनी आवश्यकताओ को समेटकर अपने आप में संतोष कर संकोच कर रहा जाता है , और सब कुछ सह जाता वो अपने आपको कभी किसी जाती या धर्म से भी नहीं बांध पाता , जरूरत पड़े तो दरगाह पर भी अगरबत्ती लगाए आता है , ये देश का ३० प्रतिशत वो वोट बैंक है जो असंगठित है लेकिन उनकी विचार धारा एक सी , जैसे आपस में जुडी हो , इसीलिये जिसके तरफ इनका झुकाव होता है उसकी हवा बन जाती लहर चल जाती और यह वर्ग भावनाओ में बहता है,! लेकिन बाद में सारी मुसीबत , सारा दुःख , सारी कठिनाई इसी वर्ग को उठानी पड़ती है ,? क्योकि गरीब , दलित किसान को मिले योजनाओ का भरपूर लाभ , आमिर को तो फर्क ही नहीं पड़ता जनाब ? मध्ययम वर्गीय दिन पे दिन फटे हॉल उसका कोई कर्जा माफ़ करे न ब्याज , इनके अच्छे दिन भी कभी आएंगे क्या यार ?

Friday 27 July 2018

दिग्विजयसिंह की दबाव की राजधानी ?

दिग्विजयसिंह ने एक बार फिर  नाराज चल `रहे   कांग्रेस    हाय   कमान को  अपने सम्मान और  व्यक्तिगत अस्मिता हेतु , शिवराजसिंह चौहान द्वारा  देशद्रोही कहने पर , स्वयं को   गिरफतार करने हेतु अपने समर्थको  के साथ   प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से मार्च निकाला जिसमे बड़ी  संख्या में दिग्विजय समर्थक शामिल हुए जबकि  प्रदेश कांग्रेस ने अपने आपको इस मार्च से पूरी तरह दूर रखा प्रदेश कांग्रेस का कोइ भी जवाबदार पदाधिकारी इसमें शामिल नहीं हुआ ? उसके बाद भी इतनी बड़ी संख्या में  कांग्रेसजनो की उपस्तिथि  कांग्रेस हाईकमान  को दिग्विजयसिंह की चुनौती की रूप में देखा जा  सकता है , जो एक ओर  तो   दिग्वियजय समर्थको को टिकिट  दिलाने में दबाव बनाने के  काम आएगा ? वही  दूसरी ओर   यह  प्रपोगंडा चुनाव का फोकस दिग्विजय  V / S   शिवराजसिंह बनाने की  दिग्गी की कवायद  है , जो  दिग्गी को प्रदेश का कद्दावर नेता बनाये रखने  में सहायक होगा  !

Thursday 12 July 2018

अब 2019 में प्रतिकार करोगे,या आत्महत्या कर मरोगे ?

कड़वा सच  ??                                                                                                                                               रीढ़ गर्व खोती जाती है, निर्णय सारे मंद हो रहे  , काम धंधे व्यापार व्यवसाय आय के स्त्रोत सब बन्द हो रहे । जीवन चर्या मुश्किल में आम आदमी के हाथ तँग हो रहे , किसान  आत्महत्या कर अमर हो रहे, पीड़ित एक करोड़ की बाट जो रहे । युवा बेरोजगारी को रो रहे ,  मित्रो का भला करने में  लूटी पीटी  अर्थ व्यवस्था , और  इसके जिम्मेदार  कांग्रेस के नाम को रो रहे , इन सब का खामियाजा मध्यमवर्गीय ढ़ो रहे , और साशक उन्हें  बहलाने  फुसलाने के लिए कभी  कश्मीरी आतंकवाद , तो कभी  भगवा  राष्ट्रवाद  के रंग में भिगो रहे ,,और पूंजीवादी  अर्थ व्यवस्था  के जरिये  चंद मुठी भर लोग  इस देश को अपनी मुठी में करने का  स्वपन  संजो रहे ,घुट  घुट  कर जीने वालो , बोलो अब  में  प्रतिकार करोगे,या आत्महत्या कर मरोगे ।

Wednesday 4 July 2018

सामान शिक्षा ,सारे देश में

    सामान शिक्षा ,सारे देश में ?                                                                                                                                                                   अगर सरकार सारे देश में एक सामान टेक्स जी एस टी लगा सकती है  तो , सारे देश में एक सामान शिक्षा क्यों नहीं कर सकती  ? गरीब अमीर सब के बच्चे एक सामान अवसर पाएंगे , अमीरो के अलग स्कुल नहीं होंगे , तो मध्यमवर्गीय  इनसे पर्तिस्पर्धा  करते करते  हैरान परेशान नहीं होंगे  , आज हालात  ये है  देश में शिक्षा  व्यापार से बढ़कर इंड्रस्टी  बन गई ,और अब इससे भी बढ़कर सरकार बाहर की यूनिवर्सिटियों को यहाँ लाकर  इसे  शिक्षा की  मंडी बनाने पर तुली है / जिसके पास जितने पैसे  उतनी ऊंची शिक्षा समाज में वर्ग भेद  की मूल  जड़ , यही है  ,. लेकिन  यहां  बिना फ़ीस भरे  १५ प्रतिशत आरक्षणधारियो की सीट  रिजर्व है ,  जिनकी फ़ीस मध्यमवर्गीय से वसूलता  स्कुल प्रबंधन है   ?   महोदय   सवर्णो के ये हाल है  नई  पीढ़ी बच्चे पैदा करने की  हिम्मत नहीं  जुटा पा  रही \ समाज के हर तबके  के  पास  पारम्पारिक  व्यवसाय है  लेकिन  ब्राह्मण के  पास पढ़ लिखकर नौकरी के सिवा कुछ नहीं है , सारी योजनाओ का लाभ गरीब ,किसानो , हरिजन आदिवासियों को और पूंजीपतियों का लोन पेनल्टी माफ़ कार्पोरेटर मित्रो  को  करोड़ो  की खैरात ,  लेकिन मध्यमवर्गीय  कहाँ जाए यार ?

अंधेर नगरी चौपट राजा बेंकिग सेक्टर का मोदी राज में बज गया बाजा ?

 जब मेहुल चोकसी की संपत्ति को ईडी ने जब्त किया था तब उसकी कीमत 3840 करोड़ बताई गयी थी लेकिन आज जब उसका वास्तविक मूल्य निकाला गया तो कीमत मात्र 103 करोड़ रुपये ही निकली है , मोदी सरकार ने  बेंकिग सेक्टर को  बचाने और  मेहुल चौकसी से अपने संबंधो के कारण  उपजते असंतोष को दबाने हेतु देश को गलत जानकारी दे  भम्रित  कर जनता के साथ विश्वासघात किया ? कल तक हम कहते थे नमो नमो नमो आज कहने को मजबूर हुए शेम शेम शेम ?

Sunday 1 July 2018

मंदसौर वीभत्स घटना पर घड़ियाली आसूं ??

मंदसौर की वीभत्स घटना को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराजसिंह चौहान से स्तीफे की मांग कर केंडल मार्च का प्रभावी राजनैतिक प्रदर्शन किया ? वही भाजपा ने घड़ियाली आसूं दिखाते हुए संभागायुक्त को ज्ञापन दे एक माह में  फैसला कर आरोपी को फांसी देने की मांग की / लेकिन राजनेता पत्ते डाली गिनने के बजाय जड़ पर वार क्यों नहीं करते  , , ऐसी वीभत्स घटनाओ की पुनरावर्ती न हो इसका हल क्यों नहीं खोज पाते , सजा किसी अपराध को रोकने का विकल्प नहीं ,अपराध के कारण और उसके लिए उपजी मनोवृति को रोकना प्रभावी प्रतिबंध होगा ?
सारी बुराईयो अपराधों की जननी नशा है तो एक स्वर में पूर्ण नशाबंदी की मांग क्यों नहीं उठाई जाती , महिलाओ पर अत्याचार ,उत्पीड़न की डिगे हांकने वाली संस्थाए क्यों इसके लिए प्रभावी जन आंदोलन खड़ा नहीं करती , क्या शराब से मिलने वाले आबकारी टेक्स के बिना सरकार नहीं चलाई जा सकती नितीश से सबक ले ? शिवराज पंद्रह साल के साशन के बाद चाहकर भी ब्यूरोकेट्स के दबाव के चलते पुलिस कमिश्नरी और नशाबंदी नहीं कर पाये , यह उनकी व् भाजपा सरकार की बड़ी असलता है ./
शेम शेम शेम ? ? ? ?



Wednesday 13 June 2018

 परम् आदरणीया  अमृतासिहजी ,                                                                                                                                                        आधुनिक विचारो वाली एक पत्रकार  होते  ,हुए भी   आपने   एक सच्ची भारतीय नारी  की तरह नर्मदा  परिक्रमा में  साथ निभाया ,  नारी जाती का  गौरव बढ़ाया , इस यात्रा  से  जुड़े  यादगार  स्मरण होंगे , हमे आपको  जानने की उत्सुकता है .,आपके सहज सरल स्वभाव  आत्मीय व्यवहार के बारे में बहुत सूना है ?

                  अत:   हमारा आपसे  अनुरोध  है कि , इंदौर में  देश के सबसे विशाल और  23 राज्यों में विस्तारित  ब्राह्मण संगठन ,जिसका  नाम वर्ड  बुक  आफ  रेकार्ड  में दर्ज है , के तत्वाधान में आयोजित '' सवर्ण  ब्राह्मण  महिला  संसद ''   का  शुभारम्भ  आपके  मुख्य आतिथ्य  में  सम्पन हो ,  आप  स्वयं पत्रकार है   समाज  का मार्गदर्शन  करना आपका धर्म  है /    आपने तो   नर्मदा  परिक्रमा  में   समाज   कि   महिलाओ की कठिनाईयो  को  बहुत  नजदीक से  महसूस  किया है   / आपके  प्रेरक  विचार   सदन को   नई दिशा  देंगे /   
कार्यक्रम ,की सम्पूर्ण रूप रेखा   विस्तार सहित  प्रेषित  है /
कृपया समय प्रदान करे /                              


                                                                                                                     आपके दर्शनाअभिलाषी

Tuesday 12 June 2018

11 प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी ?

   .  प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी ?
  प्रदेश में  अमन चेन  शान्ति   परिवार   में  खुशहाली, और  इससे रोज हो रहे  ,लड़ाई  झगड़े सड़क एक्सीडेंट में भी  `कमी  आएगी  तथा   आये दिन   नशे के  वशीभूत  वहशी दरिंदो  द्वार  नाबालिक बच्चियों के साथ बालत्कार  की घटनाओ में रोक लगेगी ,अध्यक्षजी  सार्वजनिक शराबीयो  की   पत्निया  और  माँ    अपने आपको समाज और परिवार में  बहुत  गिल्टी   महसूस करती है  जैसे वो कोइ अपराधी हो  उनका सर  शर्म से झुक जाता हे , शराब आदमी  पीता है लेकिन  शराब ,  शराबी   की  पत्नी और परिवार का   खून का पानी कर  देती   है ,  कितनी  वेदना मानसिक प्रताड़ना  से गुजरते हे शराबी पके परिवार वाले है   , इसलिए मेरा अनुरोध  है  , यह सदन  प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी के  पक्ष  में   करतल ध्वनि से  अपना  समर्थन दे   /

10 महिलाओ को पैतृक सम्पति में अधिकार पाने हेतु विशेष न्यायालय गठन करने की मांग ?

 पैतृक सम्पति में अधिकार पाने हेतु विशेष न्यायालय गठन करने की मांग  और इस विषय में सामाजिक सोच में बदलाव ?
अध्यक्ष महोदय ,
महिलाओ के सम्मान और अधिकारों के लिये समय समय पर  विभिन्न नियम  कानून  बनाये गए लेकिन उनका सही क्रियान्वयन नहीं होने से  महिलाओ को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा , जैसे  महिलाओ को  पैतृक सम्पति में  पुरुष  वारिस  के सामान बराबरी का अधिकार तो  है ,  लेकिन  उसको पाने हेतु एक बहन अपने भाईयो के खिलाफ   न्यायालय का दरवाजा खटखटाये तो  सिविल कोर्ट , हाईकोर्ट , सुप्रीम कोर्ट  तक जाए तो सारी उम्र  बीत  जाये '' हाथ पल्ले कुछ नहीं आये  और  ईश्वर  प्रदत्त  रिश्ता भी  गँवाय। 
इसलिये  हमारी गुजारिश  है , पैतृक  सम्पति संबंधी  विवादों और बटवारे हेतु विशेष न्यायालय गठित किये जाये  फेमिकी कोर्ट की तरह पहले सम्बंधित  पक्षों की कॉन्सलिंग हो ,  और समझौता नहीं होने की स्तिथि में फास्ट्रैक कोर्ट में इनका तत्काल फैसला हो ,  साथ ही अपने  जन्मसिध्द  अधिकार हेतु संधर्ष करने वाली महिलाओ के प्रति अपनी सोच को बदलना होगा ,उनके क्रन्तिकारी कदम की सराहना करना होगी उन्हें प्रोत्साहित करना होगा ?
 

9 - महिलाओ को मुखाग्नि देने, सारे उत्तर कार्य , कर्मकांड तर्पण आदि करने का अधिकार

  - महिलाओ को   मुखाग्नि देने,  सारे उत्तर कार्य , कर्मकांड  तर्पण  आदि करने का अधिकार  समाज को स्वीकार्य  हो क्योकि ,  अध्यक्ष  महोदय  आजकल  चाहे लड़का हो या लड़की एक ही   बच्चा  पालने की क्षमता  नई पीढ़ी में शेष  है ,और जब लड़का लड़की सब बराबर  है, तो अभिभावकों का उत्तरकार्य करने का लड़कियों को ससम्मान अधिकार हो। 

ब्राह्मण महिला संसद में कई विशिष्ठ महिला नेत्रीयां भाग ?

    राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की राष्ट्रीय संगठन महामंत्री अलका अग्निहोत्रीजी के अनुमोदन तथा राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे के निर्देशन पर इंदौर शहर अध्यक्ष -श्रीमती बबिता शर्मा तथा प्रदेश महामंत्री मंजू चतुर्वेदी  दवारा सरकार के स्वर्ण ब्राह्मण विरोधी रवइये,और लगातार स्वर्ण महिलाओ की उपेक्षा के कारण विवश हो , राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने ''' स्वर्ण ब्राह्मण महिला संसद '' इंदौर में आयोजित करने का निर्णय लिया है , इसके पीछे कोइ राजनीती स्वार्थ नहीं है , बल्कि ब्राह्मण महिलाओ में जागृति और चेतना जगाने हेतु यह समय की मांग है , हमारा आव्हान है की देश के जातिवादी राजनैतिक दलदल में स्वर्ण ब्राह्मण समाज अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये और इस हेतु महिलाये आगे आकर मोर्चा संभाले अन्यथा स्वर्ण , ब्राह्मण हर स्तर पर नजरंदाज किये जाने लगे है ? चाहे फिर कोई ब्राह्मण कहीं पर भी हो उसे एक बार अपनी संगठित शक्ति का अहसास करना पड़ेगा , वरना ब्राह्मण अपना सामान खो देंगे ! वंदन चंदन करके थोड़े दिन आगे पीछे दौड़ भी लिये तो ज्यादा देर टिक कहाँ पाओगे हमारी जनरेशन अगड़े ,पिछड़े दलित मुस्लिम के बिच पीस कर रह जायेगी / सरकार की  वोट कबाड़ने के लिये  की गयी हर घोषणा और   योजना का खामियाजा कब तक स्वर्ण , ब्राह्मण मध्यम वर्गीय भुगतेंगे ? और जिसके कारण सबसे ज्यादा कठिनाई और तनाव हम महिलाओ को सहन करना पड़ता , अमीर को फर्क नहीं पड़ता , गरीब योजना के लाभ से मस्त  1 रु किलो गेहूं 2 किलो चावल 35 लीटर घासलेट बेचकर दारु पि रहा ,अधिकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में मदमस्त ,मध्यमवर्गीय   जबरन   भुगते सरकारी वसूली  18 प्रकार के टेक्स उसके बाद पेट्रोल ,डीजल, गैस , बिजली ,पानी , मंहगाई, सामर्थ्य से ज्यादा मंहगी बच्चो की पढ़ाई ,फिर भी बेरोजगारी , पकोड़े   तलने  की नौबत आ गयी / ?
इसलिये अलग अलग बिखर कर ख़त्म होने से एक बार संगठित हो संकल्प ले, की जो मध्यमवर्गीय की बात करेगा , '' सम्मान से स्वर्ण ब्राह्मण को साथ लेगा ब्राह्मण उसी के साथ चलेगा '' ! वरना हम ब्राह्मणो को धार्मिकता के कारण संदेह की द्द्ष्टि से भी देखा जाता है , इस बात का भी हमे प्रमाण देना होगा की हम किसी धार्मिक राजनैतिक पार्टी के पिच्छेलगु नही है हमारा भी वजूद है, इस हेतु प्रदेश के विभिन्न प्रांतो से वहां के स्थानीय उपवर्गीय जातिगत संगठनो से इन सब बातो पर एक मत हो आगे की रूपरेखा तय करने हेतु , स्वर्ण ब्राह्मण महिला संसद का आयोजन किया जा रहा है ,   जिसमे स्वर्ण समाज की कई ख्यातनाम राजनैतिक महिला शख्सियत भाग लेनी वाली है /
अन्य जो ब्राह्मण महिला अपने विचार , प्रस्ताव रखना या कार्यक्रम में सम्मिलित होना चाहे ,वे महिला संसद प्रभारी  बबिता शर्मा  से मो 9340772394 तथा धीरज दुबे एड से मो 9893628279 पर सम्पर्क करे /अन्य प्रांतो से पधारने वाले महिला पदाधिकारी , प्रतिनिधि के आतिथ्य का पूर्ण इंतजाम इंदौर इकाई द्वारा किया गया है /

Monday 11 June 2018

8 - प्रायवेट सेक्टर में आरक्षण पदान करने का पूर्ण बहिष्कार ?

 प्रायवेट सेक्टर में   आरक्षण पदान करने का पूर्ण बहिष्कार   किया जाना चाहिये , क्योकि  सरकार  की तुष्टिकरण की नीतियों से  स्वर्ण बच्चो  ने  शाशकीय  नौकरी की उम्मीद छोड़ ही दी है , अध्यक्ष  महोदय , एक मध्य्यमवर्गीय  परिवार अपना पेट काटकाट कर बच्चो को    काबिल बनाता है  ताकी अपनी योग्यता के आधार पर वह कुछ कर सके , क्योकि  पड़ना और नौकरी करना स्वर्ण ब्राह्मण  परिवारों की युवा पीढ़ी का   मुख्य जीविकापार्जन का साधन है , यदि प्रायवेट सेक्टर में भी हमारी  युवा तरुणाई  को निराशा और हताशा  ही हाथ लगेगी तो   वे टूट जायेगे ,और यह हम अभिभावकों के लिए घोर चिंता का विषय है  जिस पर विचार करना आवश्यक है।

7 - महिलाओ हेतु 33 प्रतिशत आरक्षण शीघ्र लागू करने की माँग ?

महिलाओ हेतु 33 प्रतिशत आरक्षण  का मामला पूर्ण बहुमत की सरकार होने के बाद भी  धरातल पर नहीं उतरा  अपने मतलब के बिल  तो सरकार  धड़ाधड़  पास करवा रही ,और महिला आरक्षण मामले में  विपक्ष को दोषी ठहरने में लगी , ें दो मुंही  बातो कोहम समझते  है ,  इस हेतु प्रस्ताव पास कर सरकार को  इस संसद की भावना से अवगत कराया जाए ?

6 - स्वर्ण नौकरी पेशा बच्चो का आश्रितों के आधार पर हो , इन्कमटेक्स निर्धारण ?

  - स्वर्ण नौकरी पेशा बच्चो का आश्रितों के आधार पर हो , इन्कमटेक्स निर्धारण ?
अध्यक्षजी  में  पूछना  चाहती हूँ इस सदन से -----
 सरकार  बीमा   फंड  बांड खरीदने  मकान  जायदाद बनाने  मोटर गाडी खरीदने  यहां तक की सेर सपाटा  करने पर भी  इनकम टेक्स में छूट देती  है , लेकिन  एक मध्यमवर्गीय   परिवार  के जवाबदार बेटे को   बूढ़े  माँ -बाप  को सम्हालने  जवान बहन की शादी करने  छोटे भाई को पढ़ाने लिखाने  पर सरकार इनकम टेक्स में छूट प्रदान क्यों नहीं करती ,. .? हमरा प्रस्ताव  है  स्वर्ण  ब्राह्मण  बच्चो  आय के साथ  आश्रितों के आधार पर हो , इन्कमटेक्स निर्धारण ?

5 - परित्यगता ,विधवा विवाह को प्रोत्साहन , पुनर्वास ?

  - परित्यगता ,विधवा विवाह को प्रोत्साहन , पुनर्वास   हेतु सामाजिक सोच में बदलाव  आवश्यक है ,विधवा विधुर  विवाह की बात आती तो क्यों इनमे आपस में तालमेल भिड़ाने की  कोशिश  की जाती , कुंवारो  से इनकी शादी दोबारा  क्यों नहीं  करने की पहल की जाती                    
,  समाज को स्वीकार्य  क्यों नहीं ? विधवा परित्यगताओ  के प्रति समाज की सोच में बदलाव की  आवश्यकता  है। 

4 --- -उच्च शिक्षित गैर पेंशनधारी विधवा को साशन सम्मान निधि हर माह पेंशन स्वरूप में दे

  -उच्च शिक्षित गैर कामकाजी  बिना पेंशनधारी आर्थिक रूप से कमजोर  निराश्रित  महिलाओ तथा विधवा परित्यक्ताओ को साशन सम्मान निधि हर माह पेंशन स्वरूप में दे ? पेंशनधारीयो   की तो  आव भगत  मान सम्मान घर परिवार में  बरकरार  रहता और मरणोपरांत  पत्नी को आधी पेंशन की पात्रता है , लेकिन अन्य महिलाओ की   बड़ी दुर्दशा  है ,  मेरा सदन से  निवेदन हे की   इस  और  ध्यान देने की  विशेष  आवश्यकता है ?

3 --- बच्चो को शिक्षा के साथ रोजगार ग्यारंटी ?

  
मेरा इस सदन से अनुरोध  है ,हमारे  पूर्वज  कहते थे ये बच्चे हमारी फसल  है , किसान भी अपनी फसल को इस तरह छाती से लगाकर  बड़ी नहीं करता जैसे हम बच्चो को पालते  है  अपना सब कुछ  न्योछावर कर   अपनी सामर्थ्य  से ज्यादा   पढ़ाते   काबिल बनाते  , और रोजगार की मंडी में   कोइ  इन्हे धर्म साटे   नहीं पूछ रहा  तो  माँ बाप पर क्या गुजरती है ,एक बच्चे को सामान्य शिक्षा पर  15 से 20 लाख रु लगते है ,  और ईस कारण अध्यक्षजी   मध्यमवर्गियो ने तो  एक से ज्यादा   बच्चे   पैदा  करना ही बंद कर दिया , और इस तरह तो आने वाले समय में हम ब्राह्मणो का अस्तित्व  संकट में  है , 
इसलिये   अध्यक्षजी ,  जिस तरह  सरकार फसल ग्यारंटी  देती हे उसी तरह , हमारे बच्चो को रोजगार ग्यारंटी दे , जब तक रोजगार उपलब्ध  नहीं  होता  योग्यता के   आधार पर  सरकार मानदेय राशि दे , और उसमे  समय समय पर शाश्कीय नियमो अनुसार  बड़ोतरी करती रहे ?

2 -अप्रासंगिक हो चुकी रूढ़ियों और परम्पराओ में बदलाव , मृत्यु भोज ,मामेरा , विवाहिक फिजूल खर्ची ?

2 -अप्रासंगिक हो चुकी रूढ़ियों और परम्पराओ में बदलाव ,
देश काल और परिस्तिथियों अनुसार  हमारी रूढ़ियों  और परम्परा में आमूलचूल  बदलाव आवश्यक  है ,वैसे बच्चियों की पढ़ाई  और आत्मनिर्भरता ने दहेज प्रथा पर काफी कुछ अंकुश लगाया हे लेकिन इसका  स्थान अहंकारजनित   आडंबर  ने ले लिया  विवाह एक संस्कार   के बजाय आडंबर होता जा रहा अपना वैभव  और संम्पन्नता  दिखाने का  साधन बनता जा रहा , कर्ज  लेकर   महंगा डैकोरेशन गार्डन  अनेक स्टाल व्यंजन  ये फिजूल खर्ची अपने बच्चो के लिए नहीं  बल्कि हम  अपने वैभव प्रदर्शन हेतु  कर रहे है , में कहना चाहती हूँ  अध्यक्षजी यही  रकम नव वरवधू   को  आत्मनिर्भर और सुखी जीवन यापन करने हेतु प्रदान करना आज ज्यादा प्रासंगिक है , सच पूछा जाए  तो विवाह  सोलह संस्कारो में से एक अति महत्वपूर्ण संस्कार  है  जो केवल  कुटुम्बी  परिजन की सहभागिता  में  संम्पन्न  होना चाहिए , लेकिन  हमने इसे   समाज में स्टेटस और  व्यवहार  का जरिया बना लिया /  इसमें  मध्यम वर्गीय  बुरी तरह पीस रहा उसका कर्जा  और ब्याज कुछ माफ़ नहीं हो रहा ।  टेक्स  और मंहगाई  को रो रहा:/
अध्यक्षजी  वैसे तो  शने : शने :  अंतर्जातीय  तथा प्रेमविवाह   ने पत्रिका मिलान का चलन कम  कर दिया है , लेकिन फिर भी आज  देखने में आता है  की बार   पत्रिका  में  दोष के कारण  रिश्ता करने में बड़ी कठिनाई आती है , इस वहम को अभियान चालाकर हमे मिटाना होगा , पत्रिका मिलान का महत्व  और आवश्यकता  तब प्रासंगिक थी जब बच्चो के बाल विवाह कर दिए जाते  थे  , वर वधु  फिजिकल ही डेवलप नहीं होते तो  फ्यूचर की क्या बात  तो ? पत्रिका ही   आधार होता था  ,   दोनों के ग्रह  योग  से एक दूसरे का  निभाव  देखा जाता था ,  लेकिन अध्यक्षजी ,    आज  हम 26 , 28  साल के बच्चो का विवाह रचाते ताकि उनका  एजुकेशन  सेटल  जॉब घर बार परिवार की जिम्मेदारी  करीब करीब  जिंदगी की दिशा और दशा तय   हो चुकी होती  है ,आधी उम्र तो निकल चुकी होती  है ,ऐसे में  अब पत्रिका  जीवन में क्या   चमत्कारी परिवर्तन करेगा   कोनसी लाटरी खुलेगी या  गड़ा  मिलेगा ?, मृत्यु का दिन  किसी  पत्रिका में नहीं   लिखा होता ? हमे  ाआनेवाली पड़ी की ख़ुशी और समृध्दि  के लिए   अपनी सोच को बदलना होगा  ,घर  और परिवार में  क्रन्तिकारी परिवर्तन लाना होगा /
 अध्यक्षजी -------?
        मृत्यु  के बाद के  खटकर्म  मुखग्नि देने वाला   भाई बंधुओ  सहित  तेरह   दिन गंजा  हो सूतक की  कैद में  रहे , अब  संभव नहीं  आजकल का बच्चो का जीवन  मशीन  की तरह   हो गया  है , इसलिए तीन दिन में शोक  निवारण , सब अपने अपने   रास्ते ,  फिर जो   पैतृक  जहां  है  जैसा   उससे बने   वो करना चाहे करे  ,ये  जरुरी नहीं की मृत्यु के बाद लिटाकर  जहां तुमने पाटले बिछा दिए    वही  सारा उत्तर कार्य   हो , आत्मा तो परमात्मा में विलीन हो गई  , आत्मा सर्व व्यापी  है उसके निमित  कहि भी कुछ  करोगे  तो उसको  मिलेगा ,?
अध्यक्षजी  --- अपने बच्चो के खिरते  बालो को लेकर  रात दिन  चिंतित   रहने वाली माताए  अपने मरने  के बाद भी  अपने बच्चो को   गँजा   नहीं देखना चाहेगी , लेकिन लोक लाज रूडी परम्परा  आड़े आएगी , इसलिए  हम माता - बहनो  को  अपनी वसीयत बनानी  है  उसमे यही बात दोहरानी  हे की हमारे मरने के बाद कितनी और   कैसी रस्म तुम्हे निभानी ,  परिवार  में गंजी   किसी को नहीं करानी ?
 अगर मेरी बात  से सहमत   है  तो सदन  करतल ध्वनि  से   स्वीकार करे ?

Sunday 10 June 2018

'' ब्राह्मण महिला संसद '' में प्रस्ताव --; 1- स्वर्ण आयोग का गठन -


1- स्वर्ण महिला आयोग का गठन -
विभिन  जातिगत  समीकरणो के मद्दे नजर सरकार ने  उनकी  सुरक्षा  तरक्की और विकास के लिए पर्याप्त  सुविधाए  यहां तक की  विशेष कानून  और  विशेष अदालत   तक प्रदान कि है , लेकिन समाज की दिशा तय करने वाले ब्राह्मण समाज के साथ छेड़छाड़ होने  कोइ सहानुभूति नहीं जबकि  दलित ,आदिवासी महिला को छेड़छाड़   पर 50 हजार  तत्काल बालात्कार की रिपोर्ट  होने पर 1 लाख रु तत्काल सहायता , और सामान्य महिला स्वयं अपने साथ हुई  ज्यादतीय  के  सबूत   ढूंढती   रहे   ये  कहाँ  का न्याय  है ?  अध्यक्ष महोदय ,आज  बड़ी तादात  में   नौजवान  लड़किया  महिलाये प्रायवेट नौकरी रोजगार मे हे उन्हें अपने काम के दरम्यान  अपने सहकर्मी या अधिकारी  की  हरकतों या स्वभाव के कारण   अनेक प्रकार की मानसिक और  शारीरिक  त्रासदी  से गुजरना पड़ता , लेकिन अपनी बदनामी या जॉब छूट जाने का  भय   , या आगे फिर घर वाले जॉब नहीं करने देंगे , एक नियोक्ता से पंगालिया तो अन्य जॉब नहीं मिलेगा ,  ये सोच  चुप रह जाती लेकिन अब ऐसा  नहीं चलेगा ,  अध्यक्षजी  हमारा प्रस्ताव है , जिस तरह अल्पसंख्यक आयोग , आदिमजाति कल्याण  ,पिछड़ावर्ग आयोग  है ,  इसी   तरह स्वर्ण महिला आयोग का गठन किया जाए ,जिसमे महिलाओ की समस्या  हेतु   संबंधितो को  कॉन्सलिंग कर  हिदायत दे , तथा  यहां सहायता हेतु  शिकायत करने वाली महिलाओ  का जॉब प्रमोशन अन्य सुविधा   सुरक्षित रहे ?  अध्यक्षजी  हमारी मांग है  की  शाश्कीय सेवारत  महिलाओ की तरह प्रायवेट  कम्पनियो में जॉब  करने वाली महिलाकर्मियों  को 6 माह   मेटेनिटी  लीव ,मेडिकल सुविधा अन्य नियम  कायदे , श्रम कानून  की तरह लागू हो , जिसकी मानिटिरिंग  स्वर्ण महिला आयोग करे /
अध्यक्षजी  कुल मिलाकर  हमारे कहने का अभिप्राय  है , प्रायवेट कम्पनियो में काम करने वाली महिलाओ को होने वाली रोजमर्रे की मुसीबत कठिनाई शोषण ज्यादती के खिलाफ उन्हें पुलिस कोर्ट कचहरी के झमेले से   पहले ,  महिला स्वर्ण आयोग से सहायता और शाश्कीय महिलाकर्मियों की तरह सुविधा   मुहैया  करने में सक्षम स्वर्ण  महिला आयोग का तत्काल गठन हो //  जय  हिन्द जय भारत



अलका और प्रदीप के प्रेम और आदर्श के 2 8 साल !
मित्रो ! औदुंबर ब्राह्मण समाज के पूर्व अध्यक्ष संत ह्रदय साथी प्रदीप जोशी एवं प्रगतिशील विचरो वाली आदर्श ग्रहणी श्रीमती अलका जोशी के साथ आज से 2 7 वर्षो पहले औदुंबर समाज की धर्मशाला में आयोजित परिचय सम्मेलन में जो क्रन्तिकारी सुखद हादसा हुआ उसकी मिसाल नही दोनों वर वधू को भी पांच मिनिट पहले तक अहसास नही की चंद घडियो में स्टेज पर वरमाला पहनाकर उनका आदर्श विवाह होने वाला है ! मौजूदा जन सैलाब के उत्साह और उमंग को शिरोधार्य कर वर माला पहनाकर आदर्श विवाह कर समाज को नई दिशा देने का काम भाषण से नही आचरण से दिया है / इस आदर्श विवाह हेतु इन दोनों की जितनी प्रसंशा की जाये कम है ! ये न अरेंज मैरिज है न लव मैरिज लेकिन दोनों की केमेस्ट्री आपसी तालमेल सामंजस्य और ऐसा स्नेह बहुत कम देखने को मिलता है की दोनों के लिये समाज सेवा पूजा है / मेरी राजेश शुक्ला और मनोज जोशी की इस विवाह में महती भूमिका रही जिसकी हमे आज भी प्रसन्नता है ! लेकिन मुझे अफसोस है की सारे समाज और उसके तथाकथित कर्णधारो की मौजूदगी में ये प्रसंशनीय कार्य हुआ जो समाज की युवा पीढ़ी को प्रेरणा और समाज को नई दिशा प्रदान करता है ! परन्तु इनकी सराहना और सम्मान की आज तक समाज ने पहल नही की इस आयोजन में बतौर अतिथि स्व सदाशिव दुबे और वरिष्ठ पत्रकार सतीश जोशी भी उपस्थित थे !
इस ब्लाक का उदेश्य आलोचना नही नई पीढ़ी को अवगत करना और पेरणा देने का है !

Thursday 7 June 2018

Press Note

राष्ट्रीय  ब्राह्मण युवजन सभा की इंदौर  शहर अध्यक्ष ------- तथा---------ने बताया   सरकार के स्वर्ण  ब्राह्मण   विरोधी रवइये,और लगातार स्वर्ण  महिलाओ की उपेक्षा  के  कारण  विवश हो  ,   राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा  ने  ''' स्वर्ण ब्राह्मण महिला संसद ''  इंदौर में आयोजित करने का निर्णय लिया है ,   इसके पीछे  कोइ  राजनीती स्वार्थ  नहीं है  ,  बल्कि   ब्राह्मण  महिलाओ में जागृति और चेतना  जगाने हेतु यह समय की मांग है , हमारा आव्हान  है की देश के जातिवादी राजनैतिक दलदल में स्वर्ण  ब्राह्मण  समाज अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये  और इस हेतु महिलाये  आगे आकर मोर्चा संभाले   अन्यथा  स्वर्ण , ब्राह्मण हर स्तर पर नजरंदाज किये जाने लगे है ? चाहे फिर कोई ब्राह्मण कहीं पर भी हो उसे एक बार अपनी संगठित शक्ति का अहसास करना पड़ेगा , वरना ब्राह्मण अपना सामान खो देंगे ! वंदन चंदन करके थोड़े दिन आगे पीछे दौड़ भी लिये तो ज्यादा देर टिक कहाँ पाओगे  हमारी  जनरेशन अगड़े ,पिछड़े दलित मुस्लिम के बिच पीस  कर  रह जायेगी /    सरकार की गरीब दलित पिछड़े के लिए बनी हर योजना का खामियाजा कब तक स्वर्ण , ब्राह्मण मध्यम वर्गीय भुगतेंगे ? और  जिसके  कारण सबसे ज्यादा कठिनाई  और  तनाव  हम महिलाओ को  सहन करना पड़ता ,   अमीर को फर्क नहीं पड़ता , गरीब योजना के लाभ से मस्त ,अधिकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में मदमस्त ,मध्यमवर्गीय से जबरन वसूली 18 प्रकार के टेक्स उसके बाद पेट्रोल ,डीजल, गैस , बिजली ,पानी , मंहगाई,  सामर्थ्य से ज्यादा  मंहगी   बच्चो की   पढ़ाई ,  ?
इसलिये अलग अलग बिखर कर ख़त्म होने से एक बार संगठित हो संकल्प ले, की  जो मध्यमवर्गीय की बात करेगा , '' सम्मान से  स्वर्ण ब्राह्मण को साथ लेगा ब्राह्मण उसी के साथ चलेगा '' ! वरना हम   ब्राह्मणो को  धार्मिकता के  कारण संदेह की द्द्ष्टि से भी  देखा जाता है , इस बात का भी हमे प्रमाण देना होगा की हम किसी धार्मिक  राजनैतिक  पार्टी के पिच्छेलगु नही है हमारा भी वजूद है, इस हेतु  प्रदेश के विभिन्न  प्रांतो से  वहां के स्थानीय उपवर्गीय जातिगत संगठनो से इन सब बातो पर एक मत हो आगे की रूपरेखा तय करने हेतु  , स्वर्ण ब्राह्मण   महिला संसद का आयोजन किया जा रहा है  जिसमे  स्वर्ण समाज की   कई  ख्यातनाम   राजनैतिक  महिला शख्सियत  भाग लेनी वाली हे /

Saturday 2 June 2018

।। शिवराज दिन भर चले, ढाई कोस पहुंचे ।।

कड़वा सच ? ।। शिवराज दिन भर चले, ढाई कोस पहुंचे।।
अवैध कालोनी वैध - का सीधा सरल, खेल ?
सरकार की गाइड लाइन में अवैध कालोनी को वैध करने में जो नियम और शर्ते है, यदि वो पूरी हो सकती होती तो कालोनी अवैध क्यों होती , अधिकतर अवैध कालोनी सिलिगं में वेष्ठित नजूल भूमि पर है , आवासीय क्षेत्र में ग्रीनबेल्ट की जमीन पर , विकास प्राधिकरण की मृतप्राय योजनाओ की भूमि पर , पट्टे दान शाश्कीय भूमियो पर अवैध कालोनिया विकसित है और अधिकतर अवैध कालोनी बड़े शहरो में है , और इंदौर शहर की तो सारी अवैध कालोनियों में कंक्रीट रोड बिजली नर्मदा नल या सार्वजनिक बोरिंग गर्मी में टेंकर सब सुविधा है , पांच , दस हजार में दस पंद्रह साल पहले किश्तों में खरीदी सम्पति लाखो की हो गई , अब विभाग क्या एन, ओ,सी देगा ?
बेहतर होगा जो जहां बसे  गाइड  लाइन   के हिसाब से  टेक्स वसूलो , सम्पति कर वसूली तो जारी है, ही , सफाई कर लो , और एक वैधता का प्रमाण पत्र भवन स्वामी को दो , और कहो आगे खरीदी ब्रिक्री रजिस्ट्री से करो , अपना सरकारी खजाना भरो , सरकारी कर्मचारी और अधिकारियो और इनमे निवासित गरीब जनता को फिजूल परेशान मत करो ?

Saturday 26 May 2018

जूनि इंदौर के ब्राह्मणों की पहचान संधर्ष और हौसले का दूसरा नाम ?

प्रकाश मण्डलोई नही रहे ।
जूनि इंदौर के ब्राह्मणों की पहचान संधर्ष और हौसले का दूसरा नाम, अपनो की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना था जिनका स्वभाव , अपने सावर्जनिक जीवन मे करता रहा जो सदा उपकार । श्रीगौड़ ब्राह्मणों की सहकारी संस्था के लगातार संचालक वर्तमान उपाध्यक्ष , मेरे अग्रज मार्ग दर्शक सरपरस्त पबु काका के चरणों मे अश्रुपूरित नमन //

ब्राह्मण अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये ?

ब्राह्मणयुवजनसभा नईदिल्लीराष्ट्रीयकायार्लय
मध्यप्रदेश प्रदेश में शिवराज सरकार के ब्राह्मण विरोधी रवइये को देखते हुए , प्रदेश संगठन की और से राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे से प्राप्त जानकारियों अनुसार राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा कोई राजनीती स्वार्थ की बात नही करती , लेकिन ब्राह्मणो से
आव्हान करती है की देश के जातिवादी राजनैतिक दलदल में अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये अन्यथा ब्राह्मण हर स्तर पर नजरंदाज किये जाने लगे है ? चाहे फिर कोई ब्राह्मण कहीं पर भी हो उसे एकबार अपनी संगठित शक्ति का अहसास करना पड़ेगा , वरना ब्राह्मण अपना सामान खो देंगे ! वंदन चंदन करके थोड़े दिन आगे पीछे दौड़ भी लिये तो ज्यादा देर टिक कहाँ पाओगे अगड़े ,पिछड़े दलित मुस्लिम के बिच पीस जाओगे , सरकार की गरीब दलित पिछड़े के लिए बनी हर योजना का खामियाजा कब तक स्वर्ण , ब्राह्मण मध्यम वर्गीय भुगतेंगे ? अमीर को फर्क नहीं पड़ता , गरीब योजना के लाभ से मस्त ,अधिकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में मदमस्त ,मध्यमवर्गीय से जबरन वसूली 18 प्रकार के टेक्स उसके बाद पेट्रोल ,डीजल, गैस , बिजली ,पानी , मंहगाई पढ़ाई ,जीएसटी ?
इसलिये अलग अलग बिखर कर ख़त्म होने से एक बार संगठित हो संकल्प ले की जो जो मध्यमवर्गीय की बात करेगा '' सम्मान से ब्राह्मण को साथ लेगा ब्राह्मण उसी के साथ चलेगा '' ! वरना ब्राह्मणो को भगवा ब्रीगेट के कारण संदेह की द्द्ष्टि से देखा जाता है , इस बात का भी हमे प्रमाण देना होगा की हम भाजपा के पिच्छेलगु नही है हमारा भी वजूद है, मप्र प्रदेश के विभिन्न जिलो में जाकर वहां के स्थानीय उपवर्गीय जातिगत संगठनो से इन सब बातो पर एक मत हो आगे की रूपरेखा तय करने हेतु प्रदेश को चार भागो में विभाजित कर प्रभारी नियुक्त कर प्रभारीयो के लिए दौरे की रूप रेखा तैयार की जाना प्रस्तावित है //

Friday 25 May 2018

'' जिस तरह लाल कपड़ा देख सांड भड़कता , प्रदेश की आम जनता दिग्गी के नाम से भड़कती है'' ?

महामहिम दिग्विजयसिंह ,से  निवेदन है, अपनी कांग्रेस में ही खपाव जिसे चाहे टिकिट दिलवाओ , समन्वय समिति का काम दिया है उसमे ध्यान लगाव ?
मोदी , आर,एस एस, प्रदेश की समस्याओ माइक मंच पब्लिक मीटिंग को भूल जाओ ,राहुल का नाम भी अपनी जुबान पर मत लाओ उसे और मत मरवाओ ? ये मत समझो 15 वर्षो पुराना तुम्हारा इतिहास लोग भूल गए , तुम मैदान में आओगे भाजपाई तुम्हारा एक एक बयान दोहरायेगे तुम हिन्दू विरोधी मुसलमान करार दिए जाओगे केवल , नर्मदा परिक्रमा से हिन्दू धर्म के ठेकेदार नहीं बन जाओगे ? चुनावी वातावरण दिग्गी V / S भाजपा हो जाएगा जो तुम्हारे कारण कांग्रेस और राहुल को निपटा जाएगा , अत शान्ति रखे पर्दे के पीछे चाल चले ,कमलनाथ , सिंधिया को कहे मैदान पकड़े /
    '' जिस तरह लाल  कपड़ा देख सांड भड़कता , प्रदेश की आम जनता दिग्गी के नाम से  भड़कती  है'' ?

Sunday 6 May 2018

राजनीती का नन्हा निर्विकार पौधा , राजनैतिक आपराधिक षडयंत्रो से निर्दोष निकला ,
ब्राह्मण युवातुर्क काँग्रेस विधायक हेमंत कटारे पर यौनशोषण का झुठे आरोप का षडयंत्र भाजपा नेता अरविन्द भदौरिया का था , इस बात का खुलासा फरियादी छात्रा ने किया ?
Hemant Katare's photo.

Wednesday 18 April 2018

'' मध्य्प्रदेश में गैर ब्राह्मण पुजारीयो की नियुक्ति ब्राह्मणो के खिलाफ षड्यंत्र है '' ?

भले आपसी खींचतान हो  नकलियों  की भरमार हो लेकिन यह बात तो संतोषजनक है की ब्राहम्णो में चेतना और जागृति आयी है / लेकिन ब्राह्मण संगठनो की भूमिका को राजनीतिज्ञो ने राजनैतिक स्वार्थ तक सिमित कर दिया है / जब की आज संधर्ष की भूमिका की आवश्यकता है मध्य्प्रदेश में गैर ब्राह्मण पुजारीयो की नियुक्ति ब्राह्मणो के खिलाफ षड्यंत्र है ? ये विषय जीविकापार्जन का नहीं २ परसेंट ब्राह्मण परिवार भी आश्रित नहीं होंगे कर्मकांड से लेकिन ? ये ब्राहम्णो के सामान का प्रश्न है ? भविष्य में  ब्राह्मणो  के अस्तित्व का सवाल  है  ,  भोपाल  में इस संबंध  में  ब्राह्मणो द्व्वारा अपने आयोजन में  शिवराज  का  विरोध  जायज  है , भले  दबी      जबान से ही सही  सत्ता पक्ष  के ब्राह्मण विधायकों सांसदों को अपनी बात यथोचित शिवराजसिंह  के सामने उठाना चाहिए ?  प्रदेश भर के ब्राह्मण संगठनों को इस सम्बन्ध में ज्ञापन भेजना चाहिए ?
       '' राष्ट्रीय  ब्राह्मण   युवजन  सभा  इस  संबंध में   सतत  संधर्षरत  है '' ?

Friday 13 April 2018

सरकार चार साल से नहीं दे रही भ्रष्टाचार के 254 मामलों में चालान पेश करने की अनुमति ?

 सुशासन और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली प्रदेश की शिवराज सरकार बीते चार सालों से 254 मामलों में चालान पेश करने की अनुमति नहीं दे रही है। जिसकी वजह से भ्रष्टाचारी अफसरों व कर्मचारियों के हौसलें बुलंद बने हुए हैं। यह मामले प्रदेश के आईएएस अफसरों से लेकर पटवारी तक से जुड़े हुए हैं। खास बात यह है कि इन मामलों में शिकायतकर्ताओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। लोकायुक्त में दर्ज प्रकरणों में राजस्व विभाग पहले नंबर पर है। आम नागरिकों और किसानों को परेशान करने के कारण इसकी छवि खराब है। अब सरकार आरोपों से घिरे अफसरों और कर्मचारियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं दे रही है। लोकायुक्त चार सालों से लगातार अभियोजन स्वीकृति के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से पत्राचार कर रहा है, लेकिन मंजूरी तो दूर विभाग की ओर से उत्तर तक नहीं दिया जा रहा है।

 
लंबित मामलों वाले टॉप टेन विभाग
77 राजस्व
29 पंचायत एवं ग्रामीण विकास
31 अन्य निकाय
27 सामान्य प्रशासन
25 सहकारिता
12 वन
11 नगरीय प्रशासन
09 स्कूल शिक्षा
05 आदिम जाति कल्याण
04 वाणिज्यिक कर

Wednesday 11 April 2018

// सुमित्रा ताई को जन्म दिन मुबारक ऐसा कुछ कर् जाओ इन्दोर की यादो में बस जाओ //

  // सुमित्रा ताई को जन्म दिन मुबारक ऐसा कुछ कर् जाओ इन्दोर की यादो में बस जाओ //
इंदौर  की स्थाई संसद और प्रदेश से देश के शिखर पर विराजमान अति शक्तिशाली  राजनेता  श्रीमती  सुमित्रा महाजन  से आज उनके जन्म दिन के अवसर पर उनके संसदीय क्षेत्र की जनता उनसे उम्मीद करती   है   की जनता ने जिस तरह प्यार और विश्वास देकर उनका नाम सारे देश में चमकाया है ! अपनी अंतिम पारी  में ऐसा कुछ कर  जाए  की इंदौर का नाम सारे देश में चमक जाए ! जैसे सेठीजी ने बैंक नोट  प्रेस   और  मध्य्यम वर्गीय  परिवारों को सुदामा नगर अर्जुनसिहजी  ने  केट गरीबो को  आवासीय  पटे श्यामाचरणजी  ने नर्मदामैय्या !  ऐसी कोई  ऐतिहासिक  सौगात  की अभिलाषा   इंदौर की जनता  सुमित्रा ताई   से करती है  ! जैसे  जवाहर मार्ग  पर   नितांत   आवष्यक  फ्लाइओवर  कोई  बहुत बड़ी उधोगिक इकाई आदि ! या  इंदौर  जिला न्यायालय  के  विस्तार हेतु पोद्दार प्लाजा की पास पड़ी भूमि प्रदान कर जिला न्यायालय की  एतहासिक इमारत  का संरक्षण जैसा  श्यामाचरणजी ने राजबाड़ा बचाया  था ?
          लेकिन कुछ नही तो इतना अवश्य करना   आपके होते हुए इन  कमीशन खोर राजनेताओ ने इस शहर    में  विकास के नाम पर जो विनाशलीला  मचाई हे गरीब मध्य्यमवर्गीयो के आशियाने उजाड़ कर उन्हें सड़क पर ला दिया , कम से कम योग्य  मुआवजा मिले उनके साथ इंसाफ हो ?
          जनता आपके प्रति  ऐसा  ही स्नेह सदा  बनाये रखे  आप सदेव  स्वस्थ रहे  चिरायु  हो !
                       जन्म  दिन  मुबारक  ! \

Monday 12 March 2018

अब पी आर एजेंसिया ही लोकतंत्र की दशा और दिशा तय कर रही हैं ?

क्या सोशल मीडिया वाकई में इतना महत्वपूर्ण हो गया है, कि  उस पर इतने ज्यादा पैसे खर्च कर राजनीतिक दल अपनी हवा बनाने और विपक्षियों की हवा खराब करने में यकीन रखते है  , अब आप देखिए कितना  आसान  है  सोशल मीडिया में आपको जो लिखना है लिख कर , जिसका भी चरित्र हनन करना हो  या किसी  धर्म को नीचा दिखाना हो कितनी आसानी से यह सब किया जा सकता है, / आप यदि सोच रहे हैं कि दल सिर्फ चुनाव जीतने के लिए इतनी मेहनत कर रहे है तो आप गलत सोच रहे है यह एक पीढ़ी के दिमाग मे ऐसा जहर भर रहे है जो सिर्फ 5 सालो के लिए नही सदा के लिये उसे अपना  मानसिक  गुलाम बना कर के रखेगा ?
अपनी छवि के निर्माण के लिये  पार्टियां अब ‘पब्लिक रिलेशन’  कंपनिया  पी आर को हायर  करती है,  जिनका  का काम होता है ‘ब्रांडिंग और इमेज बिल्डिंग’ जिससे नेताओं या पार्टी की समाज में सकारात्मक छवि बनायी जा सके, और उसके सहारे उसकी ‘चुनावी’ नैय्या पार हो सके! इसकी कार्यप्रणाली की बात करें तो, पीआर कंपनियां जनता  मन में किसी भी पार्टी की सकारात्मक इमेज बनाने में सक्षम होती हैं और इसके लिए, गलत या सही तरीके से  अपना उदेश्य  पूरा करने हेतु   लोगो को  प्रभावित करने वाली चीजों पर उनका ध्यान सर्वाधिक होता है ? ये एजेंसिया अब सबसे ज्यादा सोशल मीडिया को महत्व देती है जहाँ मैन टू मैंन कॉन्टेक्ट सबसे अधिक प्रभावी ढंग से होता है /
उदाहरण के लिए आप देखिए कि नोटबन्दी के बाद 2017 आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया कि 99 फीसदी बैन किए गये  नोट वापस आ गए हैं। इसके बाद नोटबंदी के मकसद को लेकर सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए तुंरन्त सरकार के कई मंत्रियों को नोटबंदी को सफल बताने के कार्य मे लगाया गया और मंत्रियों द्वारा एक के बाद एक ट्वीट किये गये ?  जो  सब  एक सामान थे  अलग अलग नामो से पी आर  एजेंसियों द्वारा जारी किये गए ?  मीडिया  पर से लोगो का विशवास उठता देख  अब सोशल  मीडिया को भो  कब्जे में लिया जा रहा  है , मतलब  देश की जनता  को असली हालातो से रूबरू होने का कोइ चांस नहीं छोड़ा जा रहा ? जो  लोकतंत्र के लिये  सबसे बड़ा खतरा  है ?

Tuesday 6 March 2018

यह दुनिया का सबसे बड़ा बैंक घोटाला है , रिजर्व बैंक चुप क्यों है कार्यवाही क्यों नहीं करती ?

  कड़वा सच ?                                                                                                                                           जब पहली बार यह घोटाला सामने आया था तो पीएनबी के टॉप ऑफिशियल का कहना था कि यह सिर्फ हमारा ही मामला नही है इसमें लोन देने में 30 और  बैंक भी शामिल हैं, जो  अब सामने आ  रहे  है, और अब यह 5280 करोड़ का एक अलग फ्रॉड है ? बताया जा रहा है कि करीब 31 बैंकों ने मेहुल चोकसी के गीतांजलि ग्रुप को करीब 5280 करोड़ रुपए का लोन दिया था. इनमें ICICI बैंक के करीब 405 करोड़ रुपए और एक्सिस बैंक की भी एक बड़ी राशि शामिल है./ यह 5280 करोड़ की रकम कब दी इस बारे में भी सब छुपाया जा रहा है ?
SFIO को शक है कि नीरव मोदी और 'हमारे मेहुल भाई' उर्फ मेहुल चोकसी ने करीब 400 शैल कंपनियां तैयार की गईं, जिनके डायरेक्टर भी फर्जी थे. इन सभी कंपनियों का इस्तेमाल सारे पैसों को भारत से बाहर पहुंचाने के लिए किया गया ?
 लेकिन चौकिदार ने जब तीन लाख शैल कम्पनियो पर ताला लगा दिया था तब यह 400 कम्पनिया छूट कैसे  गयी होगी या  छोड़ दी गयी ?       ? 
लेकिन यह तो शुरू से ही मालूम था कि मेहुल चोकसी शैल कम्पनिया बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग करता है 2013 अक्टूबर में यह खबरे आ गयी थी कि देश मे गीतांजलि जेम्स शैल कम्पनियों द्वारा शेयर प्राइस में सर्कुलर ट्रेडिंग के जरिए हेरफेर करने की कोशिश कर रहा है उस वक़्त नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जांच भी की थी  इन सबके बावजूद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी उन्हें आदरपूर्वक हमारे मेहुल भाई कहकर संबोधित कर रहे थे तो इस बात से बैंकर्स  चंदा कोचर ओर शिखा शर्मा क्यो प्रभावित नही होते, उन्होंने भी तुंरन्त 30 बैंको का कंसोर्टियम बना कर नीरव चोकसी को वर्किंग केपिटल उपलब्ध करा दी यह घोटाला भारतीय बैंकिंग का दीवाला निकाल कर ही दम लेगा अब यह साबित होने जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा बैंक घोटाला है ?यह दुनिया का सबसे बड़ा बैंक घोटाला है , और 29 परसेंट  N P A पर  स्वालंबी  कॉपरेटिव बैंक को लाक आउट करने वाली  रिजर्व बैंक  चुप क्यों  है कार्यवाही क्यों नहीं करती ?

Monday 5 March 2018

बुरा न मानो मप्र के कांग्रेसियो की चुनावी होली है ?

 बुरा न मानो मप्र के कांग्रेसियो की  चुनावी होली है ?                                                                                 1 दिग्गीराजा -  ''राजनैतिक अतिक्रमणकारी ने , राहुल को भी नर्मदा परिक्रमा  के बहाने   मध्यप्रदेश में                '' शै ''  दे डाली , राजा बड़ा  खिलाड़ी ??
2  कमलनाथजी - सिधिंया को आशीर्वाद  दे , छिंदवाड़ा जाओ  अपनी  बचाव ?
3  ज्योतिरादित्य -- मल्लाओ  का चक्कर  छोड़ो , खुद तैरकर  दरिया पार करो ?
4  अजयसिंह - मेरी तमन्ना तुमसे है , मेरे पिता ने  दिया  था तुम्हे मुकाम,दिग्विजयजी आय लव यु ?
5  अरुण यादव -- राजयसभा  के सपने  झूठे ? आपस की खींचतान में  अध्यक्ष पद पर खूब  मजे लुटे ?
6  तुलसी  सिलावट -  '' अग्नि  पथ '' ???
7 सज्जनसिंह वर्मा -- मुझे माफ़ करो , पवन का उद्धार   करो ?
8  जीतू  पटवारी -- जंगल जंगल  बात चली पता चला है , कांग्रेस को नया किसान नेता मिला है ,  जो राहुल गांधी के साथ खड़ा है ?
9 प्रमोद टंडन - मुझसा  हंसी  देखा  कहीं  , कोई  नहीं ?                                                                              10  अश्विन  जोशी -  है अगर दुश्मन ज़माना गम नहीं , कोई आये सामने हम किसी से काम नहीं ?
11  भँवर शर्मा -- ये समझो  और समझाओ , थोड़ी में मौज मनाओ  टंडन  के  ख़ास बन जाओ ?
 12  अरविन्द  जोशी -- हर कोई चाहता है  एक मुठ्ठी आसमान ?

Friday 2 March 2018

// शुक्रवार , 2 मार्च / 2018 //- ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
औदुम्बर ब्राह्मण महा - सभा इंदौर // बुरा न मानो होली है --; // 2018 के टाइटल //
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१ श्री जगदीशजी जोशी पूर्व अध्यक्ष -- पत्ता पत्ता डाली डाली सींचे बागवान '' 'बा गँवा रब है बा गँवा '' ?
२ श्री प्रदीप जोशी औदुंबर '' समाज की आवाज '' पूर्व अध्यक्ष--- कोशिश न करो हमे आजमाने की , बस जरूरत है आपके साथ निभाने की ? हम फिर बदल ना जानते है फिजा जमाने की ?, ३ ओम दुबे अध्यक्ष - अपने हुए पराये , ओखली में सर दे दिया अब मूसल से घबराये ? ,
४ सुरेश दुबे अध्यक्ष - समृद्धि सह , संस्था -- दुखे पेट दवा करे माथे की , अध्यक्ष पद पे प्रमोशन पाते ही ?
5 श्रीमती रेखा दुबे उपाध्यक्ष - बांधी कमरिया पे साड़ी , आई अब मेरी महासभा में प्रमोशन की बारी
6 अजय चौधरी उपाध्यक्ष - मेरी आवाज सुनो ,में उपाध्यक्ष पद का जोड़े से '' पक्का दुकड़ा ''हूँ 7 विजेश पुराणिक -- '' जोकर '' कहीं भी फिट कर लो ? औदुंबर महासभा , महिला संगठन नवयुवक मंडल , हरि रामायण मंडल , निजानन सेवा समिति हो या , गैस भट्टी कहीं भी फिट कर दो ? 8 आशुतोष शर्मा भवन मंत्री --'' नारद '' औदुंबर महासभा का ,चोर को बोले चोरी कर ,साहूकार से कहे जागते रहो ? ९ मनीष पाठक उत्सव् मंत्री - -- रजिया फस गयी गुंडों में ? 10 योगेश दिवेदी -- वेट एन्ड वाच ?
11 दिलीप दुबे प्रचार मंत्री - यहाँ न राम मिले न माया,आप तो अपनी ऊर्जा सर्व ब्राह्मण में ही लगाना
12 नरेंद्र चौधरी - योगेंद्र ज्योतिषी - ये गलिया ये चोबारा , यहाँ आना न दोबारा , , ,, यहां कोई नहीं ?
13 सतीश जोशी महा-संघ अध्यक्ष - मेरे पेरो में घुंघरू बंधा दे तो फिर मेरी चाल देख ले ?
14 अभिमन्यु जोशी -- विक्रम और वेताल '' तू बोला में चला '' ?
15 घनश्याम जोशी-- उड़ उड़ दबंग दबंग ?
16 देवेंद्र बक्शी -- बासी कड़ी में उबाल , पंडिताई करेगा मेरा यार ?
17 सूर्यकुमार जोशी / सूर्यादादा / जब तक हे जॉ , जाने जहाँ में नाचूंगी ?
18 ओम जोशी / जोशीबा / ना ना करते प्यार तुम्ही से कर बैठे , समृद्धि में पद स्वीकार आखिर कर बैठे ?
19 राजेश जोशी निर्वाचन अधिकारी -- साला मेतो साहब बन गया , साब बनते बनते ससुर बन गया ?
20 अर्पित चौधरी, अध्यक्ष नवयुवक मंडल/विक्की / जिसका मुझे था इंतजार जिसके लिए दिल था बेक़रार वो घडीगयी 21 तुषार जोशी कार्यकारिणी सदस्य -- पतझड़ सावन बसंत बहार , एक बरस के मौसम चार , पांचवा मौसम प्यार का इंतजार ? 22 राजेशश्रीकांत जोशी -- हमका ऐसा वैसा न समझो हम बड़े काम की चीज ? 23 नागेश दिवेदी, गाता रहे मेरा दिल तू ही मेरी मंजिल,। 24 प्रतीक दुबे - दूर गगन की छाँव में ? 25 धीरज - दुबे -- कुंदन की तरह तपाया है हालातो ने !! तब जा के चढ़े हैं,लोगों की निग़ाहों में 26 केशव दादा -- सबका साथ अपना विकास ?

Thursday 1 March 2018

औदुम्बर ब्राह्मण महा - सभा इंदौर // बुरा न मानो होली है --; // 2018 के टाइटल //

              // शुक्रवार  , 2 मार्च / 2018 //- ---------------------------------------------------------------------------------------------------------

औदुम्बर ब्राह्मण महा - सभा इंदौर // बुरा न मानो होली है --; // 2018 के टाइटल //

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 १  श्री जगदीशजी जोशी पूर्व अध्यक्ष --  पत्ता  पत्ता  डाली डाली सींचे  बागवान '' 'बा गँवा  रब  है  बा गँवा '' ?
२  श्री प्रदीप जोशी  औदुंबर '' समाज की आवाज ''  पूर्व  अध्यक्ष---  कोशिश न करो  हमे आजमाने की , बस  जरूरत  है  आपके  साथ निभाने  की ? हम  फिर  बदल ना  जानते है  फिजा  जमाने  की  ?,                              ३  ओम दुबे अध्यक्ष - अपने  हुए  पराये  ,  अपना   मानकर   पछताये ? ,
४  सुरेश दुबे  अध्यक्ष -  समृद्धि  सह , संस्था --    दुखे  पेट  दवा करे  माथे  की ?
5  श्रीमती रेखा दुबे उपाध्यक्ष -    मेने  ये  बात  साफ़  कर डाली ,  आई  अब  मेरी  महासभा में प्रमोशन की बारी
6  अजय चौधरी उपाध्यक्ष - मेरी आवाज सुनो ,में  उपाध्यक्ष  पद का जोड़े से  '' पक्का  दुकड़ा '' हूँ              7    7  विजेश पुराणिक -- '' जोकर ''  कहीं  भी  फिट  कर लो ?  औदुंबर महासभा , महिला संगठन                 नवयुवक  मंडल , हरि रामायण मंडल , निजानन  सेवा  समिति ,?                                                                    8 आशुतोष शर्मा  भवन मंत्री --'' नारद '' औदुंबर  महासभा का ,चोर को बोले  चोरी  कर ,साहूकार से कहे जागते रहो ?                                                                                                                                                            9  -  मनीष पाठक - उत्सवमंत्री -- रजिया  फस गयी गुंडों में ?                                                                          10 योगेश दिवेदी  --   वेट  एन्ड   वाच  ?
11  दिलीप दुबे प्रचार मंत्री - यहाँ  न राम मिले न माया,आप तो अपनी ऊर्जा सर्व ब्राह्मण में ही लगाना 
12  नरेंद्र चौधरी - योगेंद्र ज्योतिषी -  ये गलिया ये चोबारा , यहाँ  आना न दोबारा , , ,, यहां कोई  नहीं ? 
13  सतीश जोशी महा-संघ अध्यक्ष -  मेरे  पेरो में  घुंघरू  बंधा   दे  तो फिर  मेरी  चाल देख ले ?
14  अभिमन्यु  जोशी --  विक्रम  और  वेताल '' तू  बोला  में  चला '' ?
15  घनश्याम जोशी--    उड़ उड़  दबंग दबंग  ?
16  देवेंद्र बक्शी -- बासी  कड़ी में  उबाल , पंडिताई करेगा  मेरा   यार ? 
17  सूर्यकुमार जोशी / सूर्यादादा /  जब तक हे  जॉ  , जाने  जहाँ  में  नाचूंगी  ?
18  ओम  जोशी / जोशीबा / ना ना करते  प्यार तुम्ही से कर बैठे ,  समृद्धि  में पद स्वीकार आखिर  कर बैठे ?
19 राजेश जोशी निर्वाचन अधिकारी --  साला  मेतो   साहब   बन गया , साब   बनते बनते   ससुर  बन गया ?
20 अर्पित चौधरी /विक्की /  जिसका मुझे  था इंतजार  जिसके लिए दिल था बेक़रार  वो घडी आ गयी ?             21  तुषार जोशी कार्यकारिणी सदस्य -- पतझड़  सावन  बसंत बहार , एक  बरस के मौसम चार , पांचवा   मौसम प्यार का इंतजार ?                                                                                                                              22  राजेशश्रीकांत जोशी --  हमका ऐसा वैसा न समझो हम बड़े काम की चीज ?                                                23  प्रतीक दुबे - दूर  गगन की छाँव में ?                                                                                                        24  धीरज - दुबे --  कुंदन की तरह तपाया है हालातो ने !!   तब जा के चढ़े हैं,लोगों की निग़ाहों में !!!               25  केशव  दादा -- सबका साथ  अपना विकास ?