ब्राह्मणयुवजनसभा नईदिल्लीराष्ट्रीयकायार्लय
मध्यप्रदेश प्रदेश में शिवराज सरकार के ब्राह्मण विरोधी रवइये को देखते हुए , प्रदेश संगठन की और से राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे से प्राप्त जानकारियों अनुसार राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा कोई राजनीती स्वार्थ की बात नही करती , लेकिन ब्राह्मणो से
आव्हान करती है की देश के जातिवादी राजनैतिक दलदल में अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये अन्यथा ब्राह्मण हर स्तर पर नजरंदाज किये जाने लगे है ? चाहे फिर कोई ब्राह्मण कहीं पर भी हो उसे एकबार अपनी संगठित शक्ति का अहसास करना पड़ेगा , वरना ब्राह्मण अपना सामान खो देंगे ! वंदन चंदन करके थोड़े दिन आगे पीछे दौड़ भी लिये तो ज्यादा देर टिक कहाँ पाओगे अगड़े ,पिछड़े दलित मुस्लिम के बिच पीस जाओगे , सरकार की गरीब दलित पिछड़े के लिए बनी हर योजना का खामियाजा कब तक स्वर्ण , ब्राह्मण मध्यम वर्गीय भुगतेंगे ? अमीर को फर्क नहीं पड़ता , गरीब योजना के लाभ से मस्त ,अधिकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में मदमस्त ,मध्यमवर्गीय से जबरन वसूली 18 प्रकार के टेक्स उसके बाद पेट्रोल ,डीजल, गैस , बिजली ,पानी , मंहगाई पढ़ाई ,जीएसटी ?
इसलिये अलग अलग बिखर कर ख़त्म होने से एक बार संगठित हो संकल्प ले की जो जो मध्यमवर्गीय की बात करेगा '' सम्मान से ब्राह्मण को साथ लेगा ब्राह्मण उसी के साथ चलेगा '' ! वरना ब्राह्मणो को भगवा ब्रीगेट के कारण संदेह की द्द्ष्टि से देखा जाता है , इस बात का भी हमे प्रमाण देना होगा की हम भाजपा के पिच्छेलगु नही है हमारा भी वजूद है, मप्र प्रदेश के विभिन्न जिलो में जाकर वहां के स्थानीय उपवर्गीय जातिगत संगठनो से इन सब बातो पर एक मत हो आगे की रूपरेखा तय करने हेतु प्रदेश को चार भागो में विभाजित कर प्रभारी नियुक्त कर प्रभारीयो के लिए दौरे की रूप रेखा तैयार की जाना प्रस्तावित है //
मध्यप्रदेश प्रदेश में शिवराज सरकार के ब्राह्मण विरोधी रवइये को देखते हुए , प्रदेश संगठन की और से राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे से प्राप्त जानकारियों अनुसार राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा कोई राजनीती स्वार्थ की बात नही करती , लेकिन ब्राह्मणो से
आव्हान करती है की देश के जातिवादी राजनैतिक दलदल में अपनी भूमिका प्रदेश में सरकार बनाने और बिगाड़ने में दिखाये अन्यथा ब्राह्मण हर स्तर पर नजरंदाज किये जाने लगे है ? चाहे फिर कोई ब्राह्मण कहीं पर भी हो उसे एकबार अपनी संगठित शक्ति का अहसास करना पड़ेगा , वरना ब्राह्मण अपना सामान खो देंगे ! वंदन चंदन करके थोड़े दिन आगे पीछे दौड़ भी लिये तो ज्यादा देर टिक कहाँ पाओगे अगड़े ,पिछड़े दलित मुस्लिम के बिच पीस जाओगे , सरकार की गरीब दलित पिछड़े के लिए बनी हर योजना का खामियाजा कब तक स्वर्ण , ब्राह्मण मध्यम वर्गीय भुगतेंगे ? अमीर को फर्क नहीं पड़ता , गरीब योजना के लाभ से मस्त ,अधिकारी योजनाओ के क्रियान्वयन में मदमस्त ,मध्यमवर्गीय से जबरन वसूली 18 प्रकार के टेक्स उसके बाद पेट्रोल ,डीजल, गैस , बिजली ,पानी , मंहगाई पढ़ाई ,जीएसटी ?
इसलिये अलग अलग बिखर कर ख़त्म होने से एक बार संगठित हो संकल्प ले की जो जो मध्यमवर्गीय की बात करेगा '' सम्मान से ब्राह्मण को साथ लेगा ब्राह्मण उसी के साथ चलेगा '' ! वरना ब्राह्मणो को भगवा ब्रीगेट के कारण संदेह की द्द्ष्टि से देखा जाता है , इस बात का भी हमे प्रमाण देना होगा की हम भाजपा के पिच्छेलगु नही है हमारा भी वजूद है, मप्र प्रदेश के विभिन्न जिलो में जाकर वहां के स्थानीय उपवर्गीय जातिगत संगठनो से इन सब बातो पर एक मत हो आगे की रूपरेखा तय करने हेतु प्रदेश को चार भागो में विभाजित कर प्रभारी नियुक्त कर प्रभारीयो के लिए दौरे की रूप रेखा तैयार की जाना प्रस्तावित है //
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