कड़वा सच ? जितनी तेजी मोदीजी ने दलितों के लिए कानून बनाने के लिए दिखाई है इतनी तेजी धारा 370 और राम मंदिर के लिए भी दिखाई जा सकती थी जो कि आपकी पार्टी का मूल आधार है ।
आपसे एक विनती और है की सवर्णों को किसी भी दलित वाले मुकदमे में सीधे गोली मारने का कानून बनवा दीजिए जिससे सवर्णों का मानसिक उत्पीड़न तो कम से कम ना हो आप तो मायावती जी से भली भांति परिचित होंगे जिनकी पूरी राजनीति दलितों के लिए समर्पित है फिर भी उनकी लोकसभा सीटों की संख्या आप रोज देखते होंगे आप तो बुद्धिमान और दूरदर्शी भी हैं और आपके पास तमाम संसाधन हैं भारतीय जनता पार्टी को 2014 में मिले कुल वोटों का कितने प्रतिशत हिस्सा दलितों का था और कितना हिस्सा सवर्णों का था यह पता करा सकते हैं ।
सवर्ण जातियां कब तक राष्ट्रवाद के नाम पर आपको वोट देती रहेंगी , कब तक हिन्दुओ को मुसलमानो के नाम से ड़राकर सत्ता सुख भोगते रहोगे , और अब सत्ता के लिए जो दलित स्वर्ण को बांटने की राजनीती करना देश व् समाज के साथ अपराध है ? आत्मविश्वास तो ठीक है लेकिन अति आत्मविश्वास अच्छा नहीं आप अपनी इन गलतियों से स्वर्ण समाज को दलितों का गुलाम बना रहे है , इस एक्ट के जरिये स्वर्ण सदैव दलितों के अधीन होंकर रहेगी ! ऐसा कला कानून तो अंग्रेजो भी नहीं बनाया, जो हिन्दू हितेषी मोदी सरकार ने बनाया है ? जो न्यायालय पालिका का विषय है उसको न्यायालय के अधीन ही रहने दो ! में ही रहने दीजिए न्यायपालिक का सम्मान कीजिये , और अगर कानून ही बनाना है तो सबसे पहले राम मंदिर के लिये बनाईये, जिसने आपको और आपकी पार्टी को देश में सत्ता और पहचान दी है !
आपसे एक विनती और है की सवर्णों को किसी भी दलित वाले मुकदमे में सीधे गोली मारने का कानून बनवा दीजिए जिससे सवर्णों का मानसिक उत्पीड़न तो कम से कम ना हो आप तो मायावती जी से भली भांति परिचित होंगे जिनकी पूरी राजनीति दलितों के लिए समर्पित है फिर भी उनकी लोकसभा सीटों की संख्या आप रोज देखते होंगे आप तो बुद्धिमान और दूरदर्शी भी हैं और आपके पास तमाम संसाधन हैं भारतीय जनता पार्टी को 2014 में मिले कुल वोटों का कितने प्रतिशत हिस्सा दलितों का था और कितना हिस्सा सवर्णों का था यह पता करा सकते हैं ।
सवर्ण जातियां कब तक राष्ट्रवाद के नाम पर आपको वोट देती रहेंगी , कब तक हिन्दुओ को मुसलमानो के नाम से ड़राकर सत्ता सुख भोगते रहोगे , और अब सत्ता के लिए जो दलित स्वर्ण को बांटने की राजनीती करना देश व् समाज के साथ अपराध है ? आत्मविश्वास तो ठीक है लेकिन अति आत्मविश्वास अच्छा नहीं आप अपनी इन गलतियों से स्वर्ण समाज को दलितों का गुलाम बना रहे है , इस एक्ट के जरिये स्वर्ण सदैव दलितों के अधीन होंकर रहेगी ! ऐसा कला कानून तो अंग्रेजो भी नहीं बनाया, जो हिन्दू हितेषी मोदी सरकार ने बनाया है ? जो न्यायालय पालिका का विषय है उसको न्यायालय के अधीन ही रहने दो ! में ही रहने दीजिए न्यायपालिक का सम्मान कीजिये , और अगर कानून ही बनाना है तो सबसे पहले राम मंदिर के लिये बनाईये, जिसने आपको और आपकी पार्टी को देश में सत्ता और पहचान दी है !
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