कड़वा सच ?
किसानों को असामाजिक तत्व कहने वाली सरकार अचानक उपवास पर बैठ गई। लोग अपने अपने तरीके से इसकी समीक्षा कर रहे हैं। सीएम का कहना है कि वो हिंसा के खिलाफ उपवास पर हैं, लेकिन पहली बार हो रहा है कि ज्यादातर लोग सी एम की बात पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। शिवराज सिंह के उपवास के कारण तलाशे तो ? इनमें से एक पकड़ में आ गया है कि भोपाल में सी एम शिवराज सिंह चौहान का उपवास, किसानों के डर या प्रेम के कारण नहीं बल्कि कैलाश विजयवर्गीय के डर के कारण शुरू हुआ है। मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद शिवराज सिंह के इमेज पर जहां बड़ा धब्बा लगा था वहीं शुक्रवार को कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में एक 'नायक' की तरह उभरकर आए। दिल्ली सब कुछ देख रही हैं। इससे पहले कि कैलाशजी का ग्राफ शिवराज से ज्यादा बड़ा हो पाता, जैसे ही सी एम शिवराज सिंह को इसकी भनक लगी वो समझ गए कि इस बार दिल्ली में उनके नंबर कम और कैलाश विजयर्गीय के नंबर बहुुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं। उन्हे सब कुछ हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा था / आनन फानन उन्होंने उपवास का ऐलान कर दिया। और कांग्रेस ने फ़टे में पैर डालकर शिवराज को स्टे दिला दिया ? अपनी योजना को असफल होता देख आंदोलनकारी स्वत: खामोश हो गए प्रदेश में शान्ति हो गई और शिवराज की पो बारह ?
किसानों को असामाजिक तत्व कहने वाली सरकार अचानक उपवास पर बैठ गई। लोग अपने अपने तरीके से इसकी समीक्षा कर रहे हैं। सीएम का कहना है कि वो हिंसा के खिलाफ उपवास पर हैं, लेकिन पहली बार हो रहा है कि ज्यादातर लोग सी एम की बात पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। शिवराज सिंह के उपवास के कारण तलाशे तो ? इनमें से एक पकड़ में आ गया है कि भोपाल में सी एम शिवराज सिंह चौहान का उपवास, किसानों के डर या प्रेम के कारण नहीं बल्कि कैलाश विजयवर्गीय के डर के कारण शुरू हुआ है। मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद शिवराज सिंह के इमेज पर जहां बड़ा धब्बा लगा था वहीं शुक्रवार को कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में एक 'नायक' की तरह उभरकर आए। दिल्ली सब कुछ देख रही हैं। इससे पहले कि कैलाशजी का ग्राफ शिवराज से ज्यादा बड़ा हो पाता, जैसे ही सी एम शिवराज सिंह को इसकी भनक लगी वो समझ गए कि इस बार दिल्ली में उनके नंबर कम और कैलाश विजयर्गीय के नंबर बहुुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं। उन्हे सब कुछ हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा था / आनन फानन उन्होंने उपवास का ऐलान कर दिया। और कांग्रेस ने फ़टे में पैर डालकर शिवराज को स्टे दिला दिया ? अपनी योजना को असफल होता देख आंदोलनकारी स्वत: खामोश हो गए प्रदेश में शान्ति हो गई और शिवराज की पो बारह ?
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