झाबुआ प्रॉपर का चुनाव , आदिवासियों के अतिरिक्त , पढ़े लिखे नोजवानो
नौकरी पेशा स्वर्ण ब्राह्मण वेश्य जेन अन्य शहरी आबादी गेर
आदिवासी जो बड़ी तादाद में शहरी जनसंख्या में है ,, ! पर निर्भर करेगा ,! जो शहर के वार्डो में निवासित है , जो केंद्र में मोदी को देखना चाहते थे , यदि प्रदेश में कमलनाथ
को पसंद करने लगे तो यही जित का आधार हो सकता है ! और यह फिर
एक बार झाबुआ प्रभारी अरविन्द जोशी , कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ,जेवियर
मीणा , विक्रांत भूरिया , और भूरिया किचन केबिनेट की जिम्मेदारी है ! वरना
लगातार पावर में रहने ,और चुनाव लड़ने से व्यक्तिगत एन टी
इंकम्बेंसी बहुत भारी है ! लोक सभा औऱ विधान सभा इस क्षेत्र में
कांग्रेस हारी है ।
No comments:
Post a Comment