1 अध्यक्ष ओम दुबे -- चाहुगां में तुझे सांझ सवेरे फिर कभी अब नाम पे तेरे आवाज में न दूगां !
2
प्रधान मंत्री प्रदीप जोशी -- अब चाहे मा रूठे या बाबा यारा मेने तो
हाँ करली ,अब रब रूठे चाहे दुनिया मेने तेरी बांह पकड़ली ,! निजानंद सेवा
समिति से नात्रा कर लिया !
3 उपाध्यक्ष , अजय चौधरी -- मेरे दिल में आज कया है , कोई कहे तो में बता दूँ , !
4 भवन मंत्री - आशुतोष शर्मा - ज़रा सबर तो कर मेरे यार थाम ज़रा दिलदार , होले होले हो जाएगा प्यार वरना जल्दी में रह जायेगा बाहर !
5 संयुक्त मंत्री -- योगेश व्दिवेदी -- आवाज दो हम एक है !
6 उत्सवमंत्री - मनीष पाठक - नाचे कूदे बांदरी खीर खाये फ़क़ीर !
7 वित् मंत्री -- ललित जोशी - खाई हे रे हमने कसम सग रहने की !
8 प्रचार मंत्री - दिलीप दुबे -- दिल दिया हे जान भी देंगे ऐ सनम तेरे लिए , हम जियेंगे और मरेंगे ऐ सनम तेरे लिए !
9 अध्यक्ष समृद्धि --सुरेश दुबे -- टाइगर अभी ज़िंदा हे !
10 महासंघ अध्यक्ष - सतीश जोशी - अगर तुम नहीं हमसे तो हम भी नहीं तुमसे ,हुनर से अपने कद को बढ़ाना जानते हे हम , अगर ज्यादा नहीं तुमसे तो कम भी नहीं तुमसे !!
11 सूर्यादादा -- जीना यहाँ मरना यहां इसके सिवा जाना कहाँ जी चाहे जब हमको आवाज दो हम हे यही कल थे जहाँ !
12 अभिमन्यु जोशी - थोथा चना बाजे घना !
13 मुकेश पाठक - तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ , वफ़ा कर रहा हूँ वफ़ा चाहता हूँ !! 14 अध्यक्ष ओदुम्बर युवा संगठन - तुम जो मिल गए हो तो लगता हे जहाँ मिल गया , एक भटके हुए राही को कारवां मिल गया !
15 नागेश व्दिवेदी - हमसे क्या भूल हुई जो ये सजा हमको मिली , अब तो चारो ही तरफ बंद हे दुनिया की गली
16 अजय बक्शी - वफ़ा जिनसे की बेवफा हो गए वो वादे मोहब्बत के कहाँ खो गए !
17 आशुतोष पुराणिक - तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय न तुम हारे न हम हारे !
18 तुषार जोशी - जा मुझे न अब याद आ मुझे भूल जाने दे भूल जाने दे जा !
19 सुनील चौधरी - कोइ साथ न दे मेरा चलना मुझे आता हे , हर आग से वाकिफ हूँ जलना मुझे आता हे !
20 धीरज दुबे - न कुछ पाने की आरजू हे न खोने का गम , जैसे सदा से हे वैसे ही रहेंगे हम ! हम नहीं सुधरेंगे !
21 केशव दादा -- गेरो पे करम अपनों पे सितम ऐ जाने वफ़ा ये जुल्म न कर !!
22 मोहित पुराणिक - बन्दे में हे दम ये हे छुपा रुस्तम !!
23 ओम जोशी , डमरू -- दूर से देखे और ललचाये प्यास नजर की बढ़ती जाए !
24 धर्मेंद्र जोशी -- मेरे पेरो में घुँघरू बंधवा दे तो फिर मेरी चाल देख ले !
25 अचल दुबे -- में चुप रहुगा , व्हाट्सऐप फेस बुक पर मिलुंगा !
26 निर्मल उपाध्याय -- मेरी आवाज सुनो , !
27 के, डी परसाई -- दूर गगन की छांव में
28 मुरलीधर जोशी -- अभी न जाऊँगा छोड़ के की दिल अभी भरा नहीं !
29 योगेंद्र ज्योतिषी -- में ना भूलूगाँ उन रस्मो को उन कसमो को उन रिश्ते नातो को !
30 नरेंद्र चौधरी -- तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे ,!
3 उपाध्यक्ष , अजय चौधरी -- मेरे दिल में आज कया है , कोई कहे तो में बता दूँ , !
4 भवन मंत्री - आशुतोष शर्मा - ज़रा सबर तो कर मेरे यार थाम ज़रा दिलदार , होले होले हो जाएगा प्यार वरना जल्दी में रह जायेगा बाहर !
5 संयुक्त मंत्री -- योगेश व्दिवेदी -- आवाज दो हम एक है !
6 उत्सवमंत्री - मनीष पाठक - नाचे कूदे बांदरी खीर खाये फ़क़ीर !
7 वित् मंत्री -- ललित जोशी - खाई हे रे हमने कसम सग रहने की !
8 प्रचार मंत्री - दिलीप दुबे -- दिल दिया हे जान भी देंगे ऐ सनम तेरे लिए , हम जियेंगे और मरेंगे ऐ सनम तेरे लिए !
9 अध्यक्ष समृद्धि --सुरेश दुबे -- टाइगर अभी ज़िंदा हे !
10 महासंघ अध्यक्ष - सतीश जोशी - अगर तुम नहीं हमसे तो हम भी नहीं तुमसे ,हुनर से अपने कद को बढ़ाना जानते हे हम , अगर ज्यादा नहीं तुमसे तो कम भी नहीं तुमसे !!
11 सूर्यादादा -- जीना यहाँ मरना यहां इसके सिवा जाना कहाँ जी चाहे जब हमको आवाज दो हम हे यही कल थे जहाँ !
12 अभिमन्यु जोशी - थोथा चना बाजे घना !
13 मुकेश पाठक - तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ , वफ़ा कर रहा हूँ वफ़ा चाहता हूँ !! 14 अध्यक्ष ओदुम्बर युवा संगठन - तुम जो मिल गए हो तो लगता हे जहाँ मिल गया , एक भटके हुए राही को कारवां मिल गया !
15 नागेश व्दिवेदी - हमसे क्या भूल हुई जो ये सजा हमको मिली , अब तो चारो ही तरफ बंद हे दुनिया की गली
16 अजय बक्शी - वफ़ा जिनसे की बेवफा हो गए वो वादे मोहब्बत के कहाँ खो गए !
17 आशुतोष पुराणिक - तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय न तुम हारे न हम हारे !
18 तुषार जोशी - जा मुझे न अब याद आ मुझे भूल जाने दे भूल जाने दे जा !
19 सुनील चौधरी - कोइ साथ न दे मेरा चलना मुझे आता हे , हर आग से वाकिफ हूँ जलना मुझे आता हे !
20 धीरज दुबे - न कुछ पाने की आरजू हे न खोने का गम , जैसे सदा से हे वैसे ही रहेंगे हम ! हम नहीं सुधरेंगे !
21 केशव दादा -- गेरो पे करम अपनों पे सितम ऐ जाने वफ़ा ये जुल्म न कर !!
22 मोहित पुराणिक - बन्दे में हे दम ये हे छुपा रुस्तम !!
23 ओम जोशी , डमरू -- दूर से देखे और ललचाये प्यास नजर की बढ़ती जाए !
24 धर्मेंद्र जोशी -- मेरे पेरो में घुँघरू बंधवा दे तो फिर मेरी चाल देख ले !
25 अचल दुबे -- में चुप रहुगा , व्हाट्सऐप फेस बुक पर मिलुंगा !
26 निर्मल उपाध्याय -- मेरी आवाज सुनो , !
27 के, डी परसाई -- दूर गगन की छांव में
28 मुरलीधर जोशी -- अभी न जाऊँगा छोड़ के की दिल अभी भरा नहीं !
29 योगेंद्र ज्योतिषी -- में ना भूलूगाँ उन रस्मो को उन कसमो को उन रिश्ते नातो को !
30 नरेंद्र चौधरी -- तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे ,!
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