कड़वा सच ? सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का महत्व खत्म कर दिया है. संसद, सुप्रीम कोर्ट को कमजोर कर दिया, और मोदी ने बिकाऊ मीडिया को तो अपने जेब में रखलिया ? मोदी लगातार अपने उद्बोधनों में ‘कृषि और अर्थव्यवस्था को लेकर गलत जानकारी पेश कर जनता और देश को भर्मित कर रहे ?, सरकार के सारे दावे गलत हैं ,. नई नौकरियां मिल नही रहीं, बल्कि पुरानी जा रही हैं., सारी दुनिया में जाकर भीख मांग ली इन चार सालों में देश में कोई नया निवेश नहीं आया , बल्कि जो पुरान था वह भी काफी गिर गया है.? खस्ता आर्थिक हालात के बावजूद 35 बैंको का 45 हजार करोड़ अम्बानी के पास और 177 हजार करोड़ का कर्ज अडानी के पास फसा है ? देश की अर्थ व्यवस्था बर्बादी के कगार पर है , सरकारी मदद और पेनल्टी पर बैंक जिन्दा है। बेरोजगारी ,मंदी और मँहगाई से जनता कराह रही और मोदी अपने सांसदों के साथ संसद में बेशर्मो की तरह ठहाके लगा रहे ? शेम शेम
No comments:
Post a Comment