Saturday 28 February 2015

Khamosh Shahr Viran Dagar

इस देश का दुर्भाग्य हे की आजादी के इतने सालो बाद भी कोई भी सरकार व्यवस्था परिवतर्न की हिम्मत नही जुटा पाती ! सरकारों की जन कल्याणकारी योजनाओ को फाईलो में दबाकर खा जाना और किस जन प्रतिनिधि को कितना चखाना और मुह बंद कराना इन्हे भली भाति आता हे ! सच पूछा जाये तो देश की जगी उम्मीद को आम आदमी ने अपनी ४९दिन की सरकार में छुआ हे ! तभी दिल्ली की जनता ने आम आदमी को सराहा हे ! इसी तरह आवश्यकता हे भ्र्ष्टाचार के खिलाफ एक देश व्यापी जन आंदोलन की औरइसकी उम्मीद आम आदमी से की जा रही थी ! लेकिन  अंतर्कलह ने सारी  उम्मीदों पर पानी फेर दिया गुड गवर्नेस  का सपना  दिखाने  वाली सरकार के आधीन दस से ज्यादा ऐसे विभाग  हे जो अपनी उपयोगिता खो   चुके  लेकिन कायम  हे  लाखो  का स्टेबिश्मेंट पर खर्च  होरहा कोई देखने वाला नही ! अंधेर नगरी चोपट राजा वाला हाल हे ! हर दुकान का अपनी डिमांड अनुसार भाव हे प्रायवेट  स्कुल कालेजो ने फ़ीस के नाम पर मचादिया कोहराम हे ! विकास योजना पुल  पुलिया हम समय पर पूरा नही कर सकते  साशन ने  कोर्ट  को बेशर्मी से दिया जवाब हे !
व्यापम  घोटाले और फर्जी नियुक्ति कांड में फरियादी को अपराधी बना देना  शिवराज का चमत्कार हे !कश्मीर
में आतंकी और शहरो में गुंडे  अपराधी  मुँह  चिढ़ाकर  कह रहे  ये अच्छे  दिन  की सरकार हे ! अभि तो यह शुरुआत हे  आगे आगे देखो होता क्या हाल हे !कोई बोलने को तैयार नही सारा देश प्रदेश  यहाँ  तक की खोमोश
शहर  ऐसा  लगता  जैसे श्मशान  हों  !   कामरेड  होमिदाजी  के बाद  इस शहर को  नही मिला  कोई नेता  जिस  पर  इस  शहर को  गुमान  ho !







  

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