Friday 5 January 2018

उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये , जन प्रतिनिधियो को आगे आना चाहिये ?

अगर सरकार सारे देश में एक सामान टेक्स जी एस टी लगा सकती तो सारे देश में एक सामान शिक्षा क्यों नहीं करती ,? गरीब अमीर सब के बच्चे एक सामान अवसर पाएंगे , अमीरो के अलग स्कुल नहीं होंगे ,और मासूम बच्चो को शहर के एक कौने से दूसरे कौने बसों में दिन दिन भर टांगा टोली नहीं होना पड़ेगा , न वीभत्स दुर्घटना होगी / इंदौर मप्र में कनाड़िया बायपास पर खतरनाक दुर्घटना मे दिल्ली पब्लिक स्कूल के 4 छात्र बच्चो की मौत और 15 घायल , के लिये इंदौर RTO जिम्मेदार है ? यातायात कर्मीयो से इंदौर RTO को अगर हेलमेट और नो पार्किंग एवं अन्य कार्यवाही से पैसा उगवाने से फुर्सत मिल जाये और आज हुए एक्सीडेंट से थोड़ी बहुत शर्म आ जाये,तो कल से सारे स्कूल की बसों में स्पीड गवर्नर और सारे सुरक्षा के उपकरणों की जांच कर ले,? लेकिन पुलिस और RTO जो सिर्फ पैसा कमाने में लगे है, कोचिंगों के आस पास छात्र छात्रों को परेशान कर जुर्माने वसूलने से मतलब है / बाकी वाहन में कुछ भी हो,क्योंकि एक्सीडेंटल बस का गत 26 दिसंबर को ही फिटनेस आरटीओ द्वारा दिया गया यह बस 15 साल पुरानी थी , नियमो अनुसार उसे फिटनेस नहीं दिया जा सकता और बस मै दोनो तरफ गेट भी नही थे जो होना चाहिए थे ? उसके बाद भी फिटनेस दे दिया गया,यह बड़ी लापरवाही है , तो इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये जन प्रतिनिधियो को आगे आना चाहिये ?

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