कड़वा सच ?
भाजपा का डी,एन,ए यही है ?
SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर लूट शुरू कर दी है क्योकि बैंक को ८ खरब रु डूब रहा अगर है, जिसमे ३५ बैंक का ४५ हजार करोड़ रु अम्बानी के पास है ? बैंक को बचाने के लिए आपके बचत खाते मे वर्ष मे 40 व्यवहार (जमा/ विट्राल / है तो 41 वे व्यवहार से हर बार ₹ 57.50 आप की जमा राशी से काट लिया जायेगा। ये व्यवहार चेक से हो,स्थायी सूचना से हो या कार्ड से बस 40 हो गए तो लूट चालू। अब सेलेरी के 12 और महीने मे दो बार भी उठाया 36 तो हो गए, अब किसी को चैक से 12 पेमेंट भी किये तो आपके खाते से ₹ 460 तो गए ही समझो। अगर आपके बच्चे बाहर पढाई कर रहे हैं, माँ बाप को हर महीने भेजना है, इनवेस्टमेन्ट करना है,डोनेशन देना है, किसी की मदद करनी है, तो इन लुटेरों का हिस्सा भी देना होगा। वाह रे मोदी सरकार!!! पहले सर्विस टैक्स से लूटा फिर जीएस टी से और अब बैंक के माध्यम से पगार की आय वालों को लूटेंगे। इससे तो जनता को ये संदेश जा रहा है कि रोकड बैंक में जमा ना करें लेकिन बीस हजार से ज्यादा का लेंन देंन केश से न करे कानून है / इसलिए अपना व्यवहार खुद ही निपटा लें। SBI की ये लूट सरकार और बैंक को बचाने को है , क्योकि मोदी को प्रधान मंत्री बनाने में मदद करने वाले कारपोरेट जगत ने दस हजार करोड़ रु बैंको का डुबाने का मन बना लिआ, जिसमे से बड़ी रकम बतौर कर्ज जय शाह को दी जा चुकी है ? जिसकी भरपाई येन केन प्रकारेण भाईयो और बहनो से करना है ? सिर्फ अम्बानी समूह पर 35 बैंको का 45000 हजार करोड़ रुपया रु फसा है /
ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकलने पर 150 रु टैक्स और 23 रुपये सर्विस चार्ज मिलाकर कुल 173 कटेंगे .. जो नोटबन्दी के समर्थन में लम्बी लम्बी हाँक रहे थे उन बेवकूफों को एक और तोहफा।जनता के गले पर एक बार में छुरा क्यों नहीं फेर देते ? कमाओ तो टैक्स , बचाओ तो टैक्स और तो और, बैंक में जमा कराओ तो टैक्स, फिर वापस निकालो तो टैक्स ! इसीलिये पूर्वज लोग उस जमाने में भारतीय जनसंध को पूंजीवादयो की पार्टी बताकर इंदिराजी का समर्थन करते थे , अब समझ आया भाजपा का डी,एन,ए वही है , कल भी थी पूंजीपतियों की पार्टी थी आज भी है ?,
भाजपा का डी,एन,ए यही है ?
SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर लूट शुरू कर दी है क्योकि बैंक को ८ खरब रु डूब रहा अगर है, जिसमे ३५ बैंक का ४५ हजार करोड़ रु अम्बानी के पास है ? बैंक को बचाने के लिए आपके बचत खाते मे वर्ष मे 40 व्यवहार (जमा/ विट्राल / है तो 41 वे व्यवहार से हर बार ₹ 57.50 आप की जमा राशी से काट लिया जायेगा। ये व्यवहार चेक से हो,स्थायी सूचना से हो या कार्ड से बस 40 हो गए तो लूट चालू। अब सेलेरी के 12 और महीने मे दो बार भी उठाया 36 तो हो गए, अब किसी को चैक से 12 पेमेंट भी किये तो आपके खाते से ₹ 460 तो गए ही समझो। अगर आपके बच्चे बाहर पढाई कर रहे हैं, माँ बाप को हर महीने भेजना है, इनवेस्टमेन्ट करना है,डोनेशन देना है, किसी की मदद करनी है, तो इन लुटेरों का हिस्सा भी देना होगा। वाह रे मोदी सरकार!!! पहले सर्विस टैक्स से लूटा फिर जीएस टी से और अब बैंक के माध्यम से पगार की आय वालों को लूटेंगे। इससे तो जनता को ये संदेश जा रहा है कि रोकड बैंक में जमा ना करें लेकिन बीस हजार से ज्यादा का लेंन देंन केश से न करे कानून है / इसलिए अपना व्यवहार खुद ही निपटा लें। SBI की ये लूट सरकार और बैंक को बचाने को है , क्योकि मोदी को प्रधान मंत्री बनाने में मदद करने वाले कारपोरेट जगत ने दस हजार करोड़ रु बैंको का डुबाने का मन बना लिआ, जिसमे से बड़ी रकम बतौर कर्ज जय शाह को दी जा चुकी है ? जिसकी भरपाई येन केन प्रकारेण भाईयो और बहनो से करना है ? सिर्फ अम्बानी समूह पर 35 बैंको का 45000 हजार करोड़ रुपया रु फसा है /
ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकलने पर 150 रु टैक्स और 23 रुपये सर्विस चार्ज मिलाकर कुल 173 कटेंगे .. जो नोटबन्दी के समर्थन में लम्बी लम्बी हाँक रहे थे उन बेवकूफों को एक और तोहफा।जनता के गले पर एक बार में छुरा क्यों नहीं फेर देते ? कमाओ तो टैक्स , बचाओ तो टैक्स और तो और, बैंक में जमा कराओ तो टैक्स, फिर वापस निकालो तो टैक्स ! इसीलिये पूर्वज लोग उस जमाने में भारतीय जनसंध को पूंजीवादयो की पार्टी बताकर इंदिराजी का समर्थन करते थे , अब समझ आया भाजपा का डी,एन,ए वही है , कल भी थी पूंजीपतियों की पार्टी थी आज भी है ?,
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