Wednesday 15 April 2015

भारतीय राजनीती व्यक्ति वाद पर केन्दित हे !

 यह देश युगो तक मुगलो का गुलाम रहा वर्षो अंगेजो का फिर कांगेस का क्योकि हम मूर्ति पूजक लोग हे ! हम साकार स्वरूप को पूजते हे निरंकार को नही इसलिये सिंदूर लगा पत्थर भी हमारा भगवान हो जाता हे ! यही कारण हे व्यक्ति पूजा में हमारी सहज आसक्ति हो जाती हमे भी पता नही चलता !इसीलिए यहां की राजनीती भी व्यक्तिवाद पर आधारित हे पहले देश ने गांधी नेहरू का फिर इंदिराजी का फोटो चला विपक्ष की मजबूरी थी उसके पास फोटो नही था !इंदिराजी की  मौत  के बाद  राजीव  गांधी   लेकिन  उनके बाद ? विपक्ष के पास अटलजी का फोटो हाथ लगा तीन चुनाव में अच्छी सफलता मिली फिर फोटो विहीन विपक्ष के सामने सोनिया का फोटो चला दस साल सरकार चली !अब मोदी का फोटो देश में चल रहा हे ! अन्य राज्यों में  मुलायम ममता जय ललिता कभी मायावती लालू चलते  रहे हे !केजरीवाल ऐसी श्रंखला में चल पड़े हे अगर सही चले तो उनके फोटो में विकल्प की आपार संभावना हे !नीति निर्धरण विकास महंगाई भरष्टाचार कालाधन सब गौण  हे ! फोटो महत्वपूर्ण हे इस बात को मोदी भलीभांति जानते हे देश की नब्ज पहचानते हे ! इसलिये पब्लिसिटी और मीडिया मैनेजमेंट  को बखूबी सम्हालते हे ! ये बात केजरीवाल भी जानते हे  ! अत: अपने अलावा  आप में वो किसी को नही मानते हे !
लेकिन इनके सामने  प्रियंका गांधी कभी भी सबसे बड़ी चोनोटि बन सकती हे क्योकि उसमे अपनी दादी इंदिराजी का अक्स  नजर आता हे  और वो पीढ़ी अभी तो कायम हे जो इंदिराजी को जानती हे ! लेकिन देर हुई तो रामजी  बलि करे !

                     


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